जानिए कौन हैं वो 3 IPS, जिन्हें मिली है MP के मंत्री विजय शाह के विवादित बयान के जांच की जिम्मेदारी

सुप्रीम कोर्ट के आदेश का पालन करते हुए कर्नल सोफिया कुरैशी के खिलाफ राज्य के मंत्री विजय शाह की टिप्पणी की जांच के लिए मध्य प्रदेश पुलिस ने सोमवार देर रात तीन सदस्यीय एसआईटी का गठन किया.

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IPS प्रमोद वर्मा, वाहिनी सिंह और कल्याण चक्रवर्ती. IPS प्रमोद वर्मा, वाहिनी सिंह और कल्याण चक्रवर्ती.

रवीश पाल सिंह

  • भोपाल ,
  • 20 मई 2025,
  • अपडेटेड 11:03 AM IST

सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर सोमवार देर रात मध्य प्रदेश सरकार ने मंत्री विजय शाह के विवादित बयान की जांच के लिए तीन सदस्यीय विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया. एसआईटी में तीन आईपीएस अधिकारी शामिल हैं: प्रमोद वर्मा, कल्याण चक्रवर्ती और वाहिनी सिंह.

जानिए कौन हैं ये तीनों आईपीएस अफसर:-

प्रमोद वर्मा: 2001 बैच के आईपीएस अफसर प्रमोद वर्मा वर्तमान में सागर रेंज के आईजी के तौर पर पोस्टेड हैं. प्रमोद वर्मा को नक्सल ऑपरेशन और साइबर अपराध की जांच में महारथ हासिल है और इनकी गिनती कड़क स्वाभाव और अनुशासन वाले अफसरों में होती है. माना जा रहा है कि प्रमोद को इसी वजह से एसआईटी का प्रभारी बनाया गया है ताकि तय समयसीमा में पूर्ण अनुशासन के साथ जांच हो सके. इन्हे केंद्रीय गृह मंत्रालय से उत्कृष्ट सेवा पदक भी मिल चुका है. 

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कल्याण चक्रवर्ती: 2010 बैच के मध्य प्रदेश कैडर के अधिकारी कल्याण चक्रवर्ती वर्तमान में विशेष सशस्त्र बल (SAF) में उप महानिरीक्षक (DIG) के रूप में भोपाल पुलिस मुख्यालय में तैनात हैं. केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर जी-20 जैसे महत्वपूर्ण आयोजनों की सुरक्षा संभाल चुके चक्रवर्ती को कानून-व्यवस्था की गहरी समझ के लिए जाना जाता है.

वाहिनी सिंह: 2014 बैच की आईपीएस अफसर वाहिनी सिंह वर्तमान में बतौर डिंडौरी जिला एसपी पदस्थ हैं और तीन सदस्यीय एसआईटी की इकलौती महिला सदस्य हैं. वाहिनी सिंह को उनके पूर्व अभियानों को देखकर एसआईटी में शामिल किया गया है. इन्होने चाइल्ड ट्रैफिकिंग और ड्रग ट्रैफिकिंग में सराहनीय काम से अपनी पहचान बनाई. इसके अलावा उनमें डिजिटल एविडेंस की समझ और उसे कोर्ट में साबित करने की काबिलियत भी है.

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