अवारा गोवंश की समस्या से निपटने के लिए उत्तर प्रदेश की योगी सरकार गौ अभयारण्य योजना लाने जा रही है. इसके तहत बड़ी तादाद में खुली जगह पर अवारा गोवंश को रखने की तैयारी की जा रही है. बता दें कि यह योजना गौशालाओं से अलग होगी. इसके तहत हर गौ अभ्यारण्य में कम से कम 5 हजार अवारा गोवंश रखे जा सकेंगे.
यूपी सरकार करीब 200 विधानसभा क्षेत्रों में गौ अभ्यारण्य बनाने की तैयारी कर रही है. इस गौ अभ्यारण्य के तहत पर्याप्त मात्रा में गांव देहात या शहर के आस-पास सरकारी जमीन का इस्तेमाल किया जाएगा. इसके लिए चारागाह विकसित करने, सरकारी जमीन खाली कराने और बंजर जमीनों के इस्तेमाल की योजना बनाई जा रही है.
गौ अभ्यारण्य को स्वावलंबी बनाने की तैयारी
पशुधन दुग्ध विकास मंत्री धर्मपाल सिंह के मुताबिक अवारा गोवंश की इस समस्या के स्थाई समाधान की कार्य योजना लगभग तैयार है. गौशालाओं और गौ अभ्यारण्य को स्वायत्त और स्वावलंबी बनाने की तैयारी की जा रही है. उन्होंने बताया कि गाय के गोबर का इस्तेमाल बड़े पैमाने पर हो, इसके लिए नई तकनीक पर आधारित बायो फर्टिलाइजर और कुकिंग गैस तैयार कर इसके वितरण की कार्ययोजना की तैयारी की जा रही है.
मध्यप्रदेश सरकार ने शुरू की गोबर-धन योजना
मध्य प्रदेश (MP) में जल्द ही गोबर-धन योजना (Cow-dung projects) शुरू होने जा रही है. दरअसल, पचमढ़ी में चिंतन शिविर के दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बताया था कि प्रदेश के अलग-अलग शहरों में गोबर-धन प्रोजेक्ट शुरू होंगे. इसमें गोपालकों से सरकार गाय के गोबर को खरीदने की व्यवस्था करेगी. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के मुताबिक, गोबर-धन योजना (Cow-dung projects) में आमजनों को गाय और सड़क पर घूमने वाले अन्य पशुओं की देखभाल के प्रति जागरूक भी किया जाएगा. गाय के गोबर और गौ-मूत्र से आमदनी होने पर आम नागरिक गोपालन के लिए प्रेरित होंगे. इस प्रोजेक्ट के तहत गोशालाओं को स्वावलंबी बनाने के लिए भी ठोस प्रयास किए जाएंगे.
छत्तीसगढ़ की गोधन न्याय जोयना ने बनाई अलग पहचान
इससे पहले छत्तीसगढ़ की गोधन न्याय योजना ने पूरे देश में अपनी एक अलग पहचान बनाई. पहले किसी ने कल्पना भी नहीं की थी कि गोबर से किसी ऐसी चीज का निर्माण भी किया जा सकता है जो किसी के काम आ सके. छत्तीसगढ़ में गाय के गोबर से बनने वाला पेंट काफी मशहूर है. इसके अलावा हाल ही में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल गाय के गोबर से बने ब्रीफकेस को लेकर विधानसभा पहुंचे थे. ब्रीफकेस को गोबर के पाउडर से तैयार किया गया था.
कुमार अभिषेक