पंजाब के ग्रामीण निकाय चुनावों में सत्ताधारी आम आदमी पार्टी (AAP) ने प्रचंड जीत दर्ज की है. गुरुवार को घोषित अंतिम परिणामों के अनुसार, मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व वाली सरकार पर ग्रामीण मतदाताओं ने अपनी मुहर लगा दी है. 'आप' ने जिला परिषदों के 63 प्रतिशत और पंचायत समितियों के 54 प्रतिशत क्षेत्रों में जीत हासिल कर विपक्ष का सूपड़ा साफ कर दिया है.
जिला परिषदों के नतीजों में AAP ने एकतरफा बढ़त बनाई है. AAP ने 218 जोन (63%), कांग्रेस ने 62 जोन, शिरोमणि अकाली दल (SAD) ने 46 जोन, बीजेपी ने 07 जोन, बसपा ने 03 जोन और अन्य/निर्दलीय ने 10 जोन जोन में जीत दर्ज की.
इसी तरह पंचायत समिति (कुल 153 समितियां, 2,838 जोन) चुनाव की बात करें तो यहां भी 'आप' का दबदबा कायम रहा. AAP ने 1,531 जोन (54%), कांग्रेस ने 612 जोन, शिरोमणि अकाली दल ने 445 जोन, बीजेपी ने 73 जोन और अन्य/निर्दलीय ने 144 जोन में जीत दर्ज की.
काम की राजनीति पर जनता ने जताया भरोसा: केजरीवाल
नतीजों के बाद AAP के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल और मुख्यमंत्री भगवंत मान ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इस दौरान केजरीवाल ने कहा, "पूरे पंजाब में ब्लॉक समितियों और जिला परिषद के चुनाव हुए, जिनके नतीजे आए हैं. अभी तक आए नतीजे दिखाते हैं कि AAP ने एक तरह से पूरे पंजाब के ग्रामीण क्षेत्र में स्वीप किया है.
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि पहली बार पंजाब में ‘युद्ध नशे के विरुद्ध’ अभियान चलाया जा रहा है. नशा बेचने वालों के घरों पर बुल्डोजर चल रहे हैं और 25 हजार से ज्यादा नशा तस्कर गिरफ्तार हुए हैं. बिना रिश्वत के 55 हजार से ज्यादा सरकारी नौकरी दी जा चुकी है और 43 हजार किमी शानदार सड़कें बन रही हैं. अब किसानों को दिन में 8 घंटे बिजली और 90 फीसद परिवारों को फ्री बिजली मिल रही है. शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्र में ऐतिहासिक सुधार से लोगों का ‘‘आप’’ पर भरोसा बढ़ा है. 580 सीटों पर 100 से कम वोटों से जीत हुई है. इसमें से 319 सीटें विपक्ष का जीतना इस बात का सबूत है कि यह चुनाव बहुत पारदर्शी तरीक से हुए.
कमलजीत संधू