रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दिल्ली पहुंच गए हैं. उनका विमान पालम एयरपोर्ट पर लैंड हुआ, जहां पीएम मोदी ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया. पीएम मोदी ने पुतिन को गले लगाकर गर्मजोशी से स्वागत किया. इसके बाद दोनों नेता एक ही गाड़ी से 7, लोक कल्याण मार्ग प्रधानमंत्री के आवास पर पहुंचे.
रूसी राष्ट्रपति का यह दो दिवसीय दौरा बेहद खास है क्योंकि यूक्रेन युद्ध शुरू होने और रूस पर अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंध लगने के बाद पहली बार पुतिन भारत आए हैं. वह 23वें भारत-रूस शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे.
पुतिन के भारत दौरे से जुड़े सभी लाइव अपडेट्स आप यहां देख सकते हैं:
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को गीता भेंट की. उन्होंने रूसी भाषा में पुतिन को गीता भेंट की है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया पोस्ट कर इसकी जानकारी दी.
- रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो दिवसीय भारत दौरे पर नई दिल्ली पहुंच गए हैं, जहां पीएम मोदी ने प्रोटोकॉल तोड़कर उनका जोरदार स्वागत किया. अब पीएम मोदी ने अपने आधिकारिक आवास 7 लोक कल्याण मार्ग पर स्वागत की तस्वीर एक्स पर शेयर की हैं. जिनमें दोनों के बीच गर्मजोशी दिख रही है. इन तस्वीरों को साझा कर पीएम ने एक्स पर लिखा, 'अपने मित्र राष्ट्रपति पुतिन का 7, लोक कल्याण मार्ग पर स्वागत किया.
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूसी राष्ट्रपति पुतिन इस समय 7, लोक कल्याण मार्ग स्थित प्रधानमंत्री के आधिकारिक आवास पर हैं. पीएम मोदी और राष्ट्रपति पुतिन का प्राइवेट डिनर थोड़ी देर में शुरू होने वाला है.
- पीएम मोदी ने सोशल मीडिया पोस्ट कर रूसी राष्ट्रपति का स्वागत किया. उन्होंने कहा कि अपने दोस्त राष्ट्रपति पुतिन का भारत में स्वागत करते हुए मुझे बहुत खुशी हो रही है. आज शाम और कल हमारी बातचीत का बेसब्री से इंतजार है. भारत-रूस की दोस्ती मुश्किल समय की कसौटी पर खरी उतरी है और इससे हमारे लोगों को बहुत फायदा हुआ है.
- पीएम मोदी और राष्ट्रपति पुतिन दोनों एक ही गाड़ी से एयरपोर्ट से पीएम आवास के लिए रवाना हुए.
- पीएम मोदी ने प्रोटोकॉल तोड़ते हुए पालम एयरपोर्ट पर राष्ट्रपति पुतिन को रिसीव किया. इस पर रूसी राष्ट्रपति कार्यालय क्रेमलिन ने बयान जारी कर कहा कि उन्हें अंदाजा नहीं था कि पीएम मोदी एयरपोर्ट पर राष्ट्रपति पुतिन को रिसीव करेंगे.
- रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन भारत पहुंच गए हैं. उनका विमान पालम एयरपोर्ट पर पहुंच गया है. पीएम मोदी उनकी अगवानी करने के लिए एयरपोर्ट पर मौजूद हैं.
- सूत्रों का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एयरपोर्ट जाकर खुद पुतिन को रिसीव कर सकते हैं. इसके लिए तैयारियां शुरू कर दी गई हैं.
- रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की यह यात्रा आर्थिक सहयोग को बहुत मजबूत करने में लंबा रास्ता तय करेगी. राष्ट्रपति पुतिन बड़ी संख्या में व्यापारिक प्रतिनिधियों के साथ यात्रा पर आ रहे हैं. भारत-रूस के साथ व्यापार घाटे को कम करने की उम्मीद कर रहा है. भारतीय निर्यात बढ़ाने के लिए कई रास्ते तलाशे जा रहे हैं, विशेष रूप से दवाइयों, ऑटोमोबाइल, कृषि उत्पादों (समुद्री उत्पादों सहित) के क्षेत्र में. भारतीय कारोबारियों और उत्पादों को रूस में बड़ा बाजार मिलेगा, जिससे रोजगार सृजन को बल मिलेगा और हमारे किसानों की समृद्धि बढ़ेगी. जहाजरानी, स्वास्थ्य सेवाओं, उर्वरकों और कनेक्टिविटी के क्षेत्र में कई समझौते और एमओयू होने की उम्मीद है. जन-जन के बीच संबंधों, मॉबिलिटी पार्टनरशिप, संस्कृति एव वैज्ञानिक सहयोग के क्षेत्र में भी अधिक सहयोग देखने को मिलेगा.
-सूत्रों के मुताबिक, विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का स्वागत कर सकते हैं. वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 7 लोक कल्याण मार्ग पर राष्ट्रपति पुतिन से मुलाकात करेंगे, जहां प्रधानमंत्री उनके सम्मान में एक प्राइवेट डिनर का भी आयोजन करेंगे.
-रूस के स्वास्थ्य मंत्री मिखाइल मुराशको गुरुवार को संसद भवन पहुंचे, जहां उनकी मुलाकात भारत के स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा से होने वाली है. यह बैठक संसद भवन में आयोजित की जाएगी.
-भारत यात्रा से पहले रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक को दिए एक विशेष इंटरव्यू में भारत की स्वतंत्र विदेश नीति की सराहना की है. उन्होंने कहा कि भारत एक शक्तिशाली देश है जो किसी भी दबाव में फैसले नहीं करता. पुतिन ने यह भी कहा कि वह अपने मित्र, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से होने वाली मुलाकात को लेकर खास उत्साहित हैं और इस दौरे को लेकर दोनों देशों के बीच पहले ही व्यापक सहमति बन चुकी है. उन्होंने कहा कि भारत और रूस के बीच सहयोग का दायरा बहुत बड़ा है और बातचीत के लिए कई अहम मुद्दे मौजूद हैं. पुतिन का यह इंटरव्यू आज रात 9 बजे प्रसारित किया जाएगा.
-रूस के रक्षा मंत्री आंद्रेई बेलोउसाव दिल्ली पहुंच गए हैं. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और उनके रूसी समकक्ष आंद्रेई बेलोउसाव भारत-रूस अंतर-सरकारी सैन्य और सैन्य तकनीकी सहयोग आयोग (IGC-M&MTC) की 22वीं बैठक की संयुक्त अध्यक्षता करेंगे. इस बैठक में दोनों देश रक्षा क्षेत्र में चल रहे बहुस्तरीय सहयोग, सैन्य और सैन्य तकनीकी भागीदारी सहित द्विपक्षीय संबंधों की पूरी समीक्षा करेंगे. साथ ही आपसी हित के क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर भी विचार साझा करेंगे.
-रूसी न्यूज एजेंसी TASS के मुताबिक, पुतिन रूस से रवाना हो चुके हैं. आज शाम वह दिल्ली में लैंड करेंगे. इससे पहले पुतिन दिसंबर 2021 में भारत आए थे.
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के भारत दौरे से जुड़े सभी लाइव अपडेट्स आप यहां पढ़ सकते हैं
पुतिन के दौरे से पहले रूस ने मंजूर किया रक्षा समझौता
पुतिन के प्रस्तावित भारत दौरे को लेकर क्रेमलिन की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि यह यात्रा भारत-रूस के बीच 'विशेषाधिकार प्राप्त रणनीतिक साझेदारी' के लिहाज से बेहद अहम है. दौरे से पहले ही रूस ने भारत के साथ सहयोग को और मजबूत करने के संकेत दे दिए हैं. रूस की संसद ड्यूमा ने भारत के साथ Reciprocal Exchange of Logistics Support (RELOS) रक्षा समझौते को मंजूरी दे दी है.
यह दौरा ऐसे समय में हो रहा है जब रूसी कच्चे तेल की खरीद को लेकर नाराज डोनाल्ड ट्रंप ने भारत पर 25 प्रतिशत अतिरिक्त टैरिफ लगा दिया है, जिससे भारत पर कुल टैरिफ 50 प्रतिशत तक पहुंच गया है. इसके साथ ही ट्रंप भारत पर रूस के साथ रक्षा सहयोग कम करने का दबाव भी बना रहे हैं. ऐसे हालात में पुतिन की भारत यात्रा को कूटनीतिक रूप से बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है.
कितना खास है पुतिन का दौरा?
पुतिन के दौरे के दौरान व्यापार और रक्षा से जुड़ी कई बड़ी डील होने की संभावना है, जिससे इस यात्रा का महत्व और बढ़ गया है. भू-राजनीतिक मामलों के जानकार ब्रह्मा चेलानी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि दुनिया के अलग-अलग खेमों में बंटने के बीच पुतिन का भारत दौरा केवल एक सामान्य कूटनीतिक यात्रा नहीं, बल्कि एक मजबूत भू-राजनीतिक संदेश है.
उनके मुताबिक, यह दौरा दिखाता है कि रूस के पास चीन के अलावा भी विकल्प हैं और वह बीजिंग का जूनियर पार्टनर बनकर नहीं रहना चाहता. उन्होंने यह भी कहा कि भारत पुतिन की मेजबानी करके यह साफ कर रहा है कि वह 'हमारे साथ या हमारे खिलाफ' जैसी पश्चिमी सोच को स्वीकार नहीं करता और अपनी स्वतंत्र नीति पर चलता रहेगा.
रूस और भारत को क्या-क्या मिलेगा?
इस यात्रा से रूस को रक्षा और व्यापार दोनों क्षेत्रों में बड़ा फायदा मिलने की उम्मीद है. ट्रंप के दबाव के बीच रूस भारत को तेल और गैस की सप्लाई जारी रखने पर सहमति बनाने की कोशिश करेगा. रक्षा क्षेत्र में S-400, S-500 और Su-57 जैसे सौदों से रूस का रक्षा निर्यात बढ़ सकता है. वहीं RELOS समझौते से दोनों देशों के बीच सैन्य सहयोग और मजबूत होगा. विशेषज्ञों का मानना है कि पश्चिमी दबाव के दौर में इस दौरे से रूस की अंतरराष्ट्रीय साख और सॉफ्ट पावर को भी मजबूती मिलेगी.
भारत के नजरिए से देखें तो पुतिन का यह दौरा डिफेंस सेक्टर के लिए बेहद फायदेमंद माना जा रहा है. पश्चिमी तेल बाजार में अनिश्चितता के बीच रूस से मिलने वाला सस्ता और भरोसेमंद तेल-गैस भारत की ऊर्जा सुरक्षा को मजबूती देगा. RELOS जैसे समझौतों से दोनों देशों की नौसेना और वायुसेना की लॉजिस्टिक क्षमता बढ़ेगी, जिससे हिंद-प्रशांत और हिंद महासागर क्षेत्र में भारत की रणनीतिक स्थिति और मजबूत हो सकती है. इसके अलावा नागरिक परमाणु ऊर्जा, तकनीक हस्तांतरण और अन्य क्षेत्रों में सहयोग भारत की दीर्घकालीन विकास योजनाओं को भी गति देगा.
aajtak.in