लोकसभा चुनाव के बाद देश भर के अलग-अलग राज्यों की तेरह विधानसभा सीटों पर 10 जुलाई को उपचुनाव होना है, जिसमें पश्चिम बंगाल की मानिकतला, रायगंज, राणाघाट दक्षिण और बगदाह चार सीटें शामिल हैं. इन चार सीटों में से तीन भाजपा विधायक सत्तारूढ़ टीएमसी में शामिल हो गए थे और हाल ही में खत्म हुए लोकसभा चुनाव लड़े थे, लेकिन चुनाव हार गए. ये सीटें रायगंज, राणाघाट दक्षिण और बाघा हैं.
टीएमसी विधायक के निधन के बाद खाली हुई मानिकतला सीट
टीएमसी के दिवंगत विधायक और बंगाल के मंत्री साधन पांडे का पारंपरिक रूप से कांग्रेस और तत्कालीन टीएमसी का गढ़ रही सीट 20 फरवरी 2022 को उनके निधन के कारण खाली हुई थी. हालांकि, पांडे की मृत्यु के 6 महीने बाद भी इस सीट पर उपचुनाव नहीं हो सका. भारतीय कानून इसलिए क्योंकि बीजेपी उम्मीदवार कल्याण चौबे ने याचिका दायर कर मतदान में गड़बड़ी का आरोप लगाया था और वोटों की दोबारा गिनती की मांग की थी.
कानून उस सीट पर तब तक कोई भी चुनाव कराने से मना करता है जब तक कि उस सीट से संबंधित किसी भी चुनाव याचिका का अदालत में समाधान नहीं हो जाता. 29 अप्रैल 2024 को, चौबे ने सीट पर उपचुनाव का रास्ता बनाते हुए अदालत से अपनी चुनाव याचिका वापस ले ली थी. टीएमसी ने इस सीट पर साधन पांडे की पत्नी सुप्ति पांडे को अपना उम्मीदवार बनाया है. जबकि भाजपा ने एक बार फिर से कल्याण चौबे पर दांव लगाया है.
टीएमसी में शामिल हुए बीजेपी विधायक
रायगंज विधानसभा सीट पर साल 2021 में बीजेपी के उम्मीदवार कृष्ण कल्याणी ने जीत हासिल की थी, लेकिन वह टीएमसी में शामिल हो गईं. टीएमसी ने उन्होंने लोकसभा चुनाव में रायगंज सीट से अपना प्रत्याशी बनाया था, पर वो भाजपा उम्मीदवार कार्तिक पॉल से चुनाव हार गईं. वह 2021 में अपनी जीती हुई सीट पर भाजपा उम्मीदवार मानस कुमार घोष के खिलाफ उपचुनाव लड़ेंगी. वहीं, सीपीएम के वरिष्ठ नेता मोहित सेन गुप्ता वाम कांग्रेस गठबंधन के उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ेंगे.
इसके अलावा बागदाह विधानसभा सीट पर टीएमसी ने मधुपर्णा को चुनावी मैदान में उतारा है, जबकि बीजेपी ने मतुआ समुदाय से आने वाले बिनय कुमार विश्वास पर दांव लगाया है. उत्तर 24 परगना की इस सीट पर साल 2021 में बीजेपी ने जीत हासिल की थी. हालांकि, चुनाव जीतने के बाद बिस्वजीत दास ने खेमा बदल लिया और टीएमसी में शामिल हो गए. टीएमसी ने उन्हें लोकसभा चुनाव में मैदान में उतारा था, लेकिन वह बीजेपी के शांतनु ठाकुर से चुनाव हार गए. बता दें कि वह 2021 विधानसभा चुनाव से पहले टीएमसी छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए थे.
राणाघाट दक्षिण से बीजेपी विधायक लोकसभा चुनाव से ठीक पहले मुकुट मणि अधिकारी टीएमसी में शामिल हो गए थे. इसके बाद टीएमसी ने उन्हें राणाघाट सीट से उम्मीदवार बनाया था, लेकिन वह बीजेपी के जगन्नाथ सरकार से चुनाव हार गए. टीएमसी ने उन्हें राणाघाट दक्षिण विधानसभा सीट से चुनावी मैदान में उतारा है. उनका मुकाबला भाजपा के मनोज कुमार विश्वास से होगा. राणाघाट दक्षिण नादिया जिले की एससी आरक्षित सीट है, जिस पर मटुआ समुदाय की अच्छी-खासी संख्या है.
सूर्याग्नि रॉय