Weather Update: आग उगल रहा सूरज, थपेड़े मार रही लू... भीषण गर्मी की चपेट में कई राज्य, यहां 47°C के पार पहुंचा पारा

गंगीय पश्चिम बंगाल, बिहार, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, झारखंड और ओडिशा सभी भीषण लू की स्थिति से जूझ रहे हैं. आइये जानते हैं, कौन से राज्य इन दिनों सबसे ज्यादा गर्मी का कहर झेल रहे हैं.

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Severe heatwave Severe heatwave

कुमार कुणाल

  • नई दिल्ली,
  • 01 मई 2024,
  • अपडेटेड 7:51 AM IST

देशभर में राज्यों में मौसम के कई रंग नजर आ रहे हैं. एक तरफ पहाड़ों पर बेमौसम बर्फबारी और बारिश से बाढ़ के हालात बन रहे हैं और दूसरी तरफ बढ़ता तापमान सारे रिकॉर्ड तोड़ने को तैयार है. राजधानी दिल्ली में पहाड़ों की बर्फबारी से कुछ राहत मिली हुई है. हालांकि सबसे ज्यादा बुरा हाल पूर्वी भारत का है. यहां के राज्य भीषण गर्मी का प्रकोप झेल रहे हैं, कई क्षेत्रों में तापमान असामान्य रूप से औसत से ऊपर बढ़ रहा है.

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30 अप्रैल, 2024 को गंगीय पश्चिम बंगाल, बिहार, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, झारखंड और ओडिशा सभी भीषण लू की स्थिति से जूझ रहे हैं. आइये जानते हैं, कौन से राज्य इन दिनों सबसे ज्यादा गर्मी का कहर झेल रहे हैं.

पश्चिम बंगाल
सामान्य तापमान से सबसे अधिक अंतर पश्चिम बंगाल के कलाईकुंडा में दर्ज किया गया, जहां तापमान 47.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो औसत से 10.4 डिग्री सेल्सियस अधिक था. कोलकाता भी इससे अछूता नहीं रहा. पश्चिम बंगाल के दम दम और उलुबेरिया सहित शहर में पारा 43 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया.

झारखंड
गर्मी के इस प्रकोप में झारखंड की स्थिति भी कुछ खास अच्छी नहीं है. पूर्वी सिंहभूम जिले में स्थित बहरागोड़ा में तापमान 47.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है.

ओडिशा
ओडिशा भी इस गर्मी से बुरी तरह प्रभावित है. बारीपदा और बालासोर शहरों में तापमान क्रमशः 46.4°C और 46.0°C दर्ज किया गया, जिससे लगातार उच्च तापमान से जूझ रहे लोगों की परेशानियां बढ़ गई हैं.

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तेलंगाना-बिहार
बिहार के फारबिसगंज में तापमान 41.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है. हालांकि पिछले दिनों बिहार के कई इलाकों में तापमान 45 डिग्री तक पहुंचा था. इसी तरह, तेलंगाना में तापमान में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई है, रामगुंडम में तापमान 44.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है.

पश्चिम बंगाल में सबसे अधिक गर्मी का प्रभाव देखने को मिल रहा है. रिपोर्टों में कोंकण के अलग-अलग इलाकों में भी इन चरम स्थितियों की उपस्थिति का भी उल्लेख किया गया है.

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