बंगाल विधानसभा में बीजेपी-TMC विधायकों में मारपीट, भाजपा व्हिप चीफ घायल, शुभेंदु अधिकारी सस्पेंड

बंगाल विधानसभा के अंदर हंगामे की खबर सामने आ रही है. बताया जा रहा है कि किसी मुद्दे को लेकर बीजेपी और टीएमसी विधायकों को बीच बहस हो गई थी जो मारपीट में बदल गई है. इसके अलावा विधानसभा के सुरक्षा गार्डों और बीजेपी विधायकों के बीच हुई हाथापाई में बीजेपी के मुख्य सचेतक घायल हो गए हैं.

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शुभेंदु अधिकारी और ममता बनर्जी. (File Photo: ITG) शुभेंदु अधिकारी और ममता बनर्जी. (File Photo: ITG)

अनिर्बन सिन्हा रॉय

  • कोलकाता,
  • 04 सितंबर 2025,
  • अपडेटेड 3:33 PM IST

पश्चिम बंगाल विधानसभा में गुरुवार को उस वक्त हंगामा मच गया, जब बीजेपी के मुख्य सचेतक शंकर घोष और अन्य विधायकों की विधानसभा के मार्शलों और सुरक्षा कर्मियों के साथ तीखी झड़प हो गई. इस टकराव में शंकर घोष को चोटें आईं हैं.

इससे पहले विधानसभा अध्यक्ष बिमान बनर्जी ने विपक्षी नारेबाजी और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भाषण में बाधा डालने के लिए बीजेपी व्हिप चीफ को सदन से निलंबित कर दिया था. इसी को लेकर दोनों पक्षों के बीच तीखी नोकझोंक हो गई.

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शुरुआती जानकारी के अनुसार, सबसे पहले विधानसभा में हंगामे को लेकर विधानसभा अध्यक्ष बिमान बनर्जी ने विपक्ष के व्हिप चीफ शंकर घोष को नारेबाजी और मुख्यमंत्री के भाषण में बाधा डालने के कारण निलंबित कर दिया, लेकिन शंकर घोष ने बाहर जाने से इनकार कर दिया. शुभेंदु अधिकारी ने इस घटना के एक वीडियो को अपने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर शेयर किया है.

बीजेपी विधायक और मार्शलों में हाथापाई

शंकर घोष के बाहर जाने से इनकार करने पर विधानसभा अध्यक्ष ने मार्शलों और सुरक्षाकर्मियों को उन्हें सदन से बाहर ले जाने का निर्देश दिया. इस दौरान बीजेपी विधायकों और मार्शलों के बीच धक्का-मुक्की शुरू हो गई और देखते धक्का-मुक्की हाथापाई में बदल गई. इस झड़प में शंकर घोष के चश्मे टूट गए और उन्हें चोटें आईं.

'TMC ने किया हमारे MLA's से दुर्व्यवहार'

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बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता और बीजेपी नेता शुभेंदु अधिकारी ने दावा किया कि मार्शलों ने उनके विधायकों के साथ दुर्व्यवहार किया, जिसमें शंकर घोष को गंभीर चोट आई हैं.

शुभेंदु ने घटना की निंदा करते हुए कहा कि ये संसदीय लोकतंत्र पर हमला है. हमारे विधायकों के साथ मार्शलों ने बदसलूकी की और शंकर घोष को चोट पहुंचाई. ये टीएमसी की तानाशाही का सबूत है. उन्होंने निलंबन को अनुचित ठहराते हुए अध्यक्ष के फैसले पर सवाल उठाए हैं.

शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि जब वह विधानसभा में पहुंचे तो ममता बनर्जी भारत की विदेश नीति की आलोचना करते हुए पीएम मोदी पर निशाना साध रही थी. इस पर उन्होंने मुख्यमंत्री की आलोचना की.

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