'सीना चौड़ा करके तैयार...', अधीर रंजन के चीन पर चर्चा के सवाल पर राजनाथ का जवाब

लोकसभा में चर्चा के दौरान अधीर रंजन ने राजनाथ सिंह से क्या कि क्या आपकी चीन पर चर्चा की हिम्मत है. इस पर राजनाथ सिंह ने कहा, इतिहास में मत ले जाओ. अधीर रंजन जी, पूरी हिम्मत है. चीन पर भी... मैं चर्चा के लिए तैयार हूं और सीना चौड़ा करके चर्चा के लिए तैयार हूं. 

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अधीर रंजन चौधरी और राजनाथ सिंह (फाइल फोटो) अधीर रंजन चौधरी और राजनाथ सिंह (फाइल फोटो)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 21 सितंबर 2023,
  • अपडेटेड 2:59 PM IST

लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के बीच लोकसभा में गुरुवार को नोकझोंक देखने को मिली. राजनाथ सिंह जब चंद्रयान-3, आदित्य एल 1 समेत तमाम सुरक्षा पहलुओं पर चर्चा कर रहे थे, तभी अधीर रंजन ने उन्हें टोकते हुए कहा कि क्या उनमें चीन पर चर्चा के लिए हिम्मत है. इस पर राजनाथ सिंह ने कहा, पूरी हिम्मत है. 

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इसके बाद राजनाथ सिंह ने जैसे ही बोलना शुरू किया, तब अधीर रंजन समेत कई सांसदों ने कहा कि चीन ने हमारी सीमा में कितना कब्जा किया? इस पर राजनाथ सिंह ने कहा, इतिहास में मत ले जाओ. अधीर रंजन जी, पूरी हिम्मत है. चीन पर भी... मैं चर्चा के लिए तैयार हूं और सीना चौड़ा करके चर्चा के लिए तैयार हूं. 

राजनाथ सिंह ने ISRO को दी बधाई

लोकसभा में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, चंद्रयान-3 की सफलता हमारे लिए निश्चित रूप से एक बहुत बड़ी उपलब्धि है, क्योंकि एक तरफ दुनिया के अधिकांश विकसित देश हैं, जो हमसे कहीं अधिक संसाधन-संपन्न होते हुए भी चांद पर पहुंचने के लिए अब भी प्रयासरत हैं, तो वहीं दूसरी तरफ हम बेहद सीमित संसाधनों से चांद के दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने वाले दुनिया के पहले देश बन गए हैं. मैं सबसे पहले ISRO के वैज्ञानिक और व्यापक भारतीय वैज्ञानिक समुदाय को इस सफलता के लिए हार्दिक बधाई देता हूं. आज केवल मुझे ही नहीं, सरकार को ही नहीं, इस सदन को ही नहीं, बल्कि पूरे राष्ट्र को अपने इन वैज्ञानिकों पर गर्व है. 

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संसद का विशेष सत्र चल रहा है. सरकार ने मंगलवार को लोकसभा में महिला आरक्षण बिल पेश किया था. यह लोकसभा में पास हो गया. इसके समर्थन में 454 सांसदों ने वोट किया. इस बिल के विरोध में सिर्फ दो वोट पड़े. लोकसभा में बिल के पास होने पर पीएम मोदी ने गुरुवार को लोकसभा में कहा, कल भारत की संसदीय यात्रा का स्वर्णिम पल था. इस सदन के सभी सदस्य उस स्वर्णिम पल के हकदार हैं. कल का निर्णय और आज जब हम राज्यसभा (बिल पारित होने) के बाद आखिरी पड़ाव पार कर लेंगे, तो देश की मातृशक्ति का जो मिजाज बदलेगा और जो विश्वास पैदा होगा वो देश को नई ऊंचाइयों पर ले जाने वाली अकल्पनीय शक्ति बनकर उभरेगा. ये मैं अनुभव करता हूं. 

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