जमीन के बदले नौकरी: CBI के बाद अब ईडी के सामने पेश हुईं राबड़ी देवी, पांच घंटे हुई पूछताछ

बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी लैंड फॉर जॉब के मामले में गुरुवार को प्रवर्तन निदेशालय के समक्ष पेश हुईं. इससे पहले सीबीआई भी इस मामले में आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद की पत्नी राबड़ी देवी से पूछताछ कर चुकी है.

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RJD नेता राबड़ी देवी RJD नेता राबड़ी देवी

मुनीष पांडे

  • नई दिल्ली,
  • 18 मई 2023,
  • अपडेटेड 6:16 PM IST

बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी प्रवर्तन निदेशालय (ED) के समक्ष पेश हुईं. उनसे ईडी ने करीब 5 घंटे पूछताछ की. ईडी राबड़ी देवी जमीन के बदले नौकरी (Land For Job) घोटाले में यह पूछताछ कर रही है. इससे पहले सीबीआई ने राबड़ी देवी से इसी मामले में पूछताछ की थी और अब अब ईडी मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों के तहत उनका बयान दर्ज कर रही है.

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सीबीआई ने दर्ज किया था केस

इस मामले में सीबीआई ने पिछले साल 18 मई को केस दर्ज किया था. 18 अक्टूबर को चार्जशीट दाखिल कर दी थी. इसमें 16 लोगों को आरोपी बनाया गया था. पिछले  ही सीबीआई ने भोला यादव को गिरफ्तार किया था, जो लालू यादव के रेल मंत्री रहते उनके ओएसडी थे. इस मामले में सीबीआई लालू यादव के बेटे तेजस्वी यादव को भी तीन बार पूछताछ के लिए बुला चुकी है. हालांकि, वो तीनों बार पूछताछ के लिए पहुंचे. 

क्या है मामला?

- लैंड फॉर जॉब स्कैम 14 साल पुराना है. ये घोटाला उस समय का है, जब लालू यादव रेल मंत्री थी. दावा है कि लालू यादव ने रेल मंत्री रहने के दौरान रेलवे में लोगों को नौकरी देने के बदले उनसे जमीन ली थी. लालू यादव 2004 से 2009 तक रेल मंत्री थे. 18 मई को सीबीआई ने इस मामले में केस दर्ज किया था. सीबीआई के मुताबिक, लोगों को पहले रेलवे में ग्रुप डी के पदों पर सब्स्टीट्यूट के तौर पर भर्ती किया गया और जब उनके परिवार ने जमीन का सौदा किया, तब तब उन्हें रेगुलर कर दिया गया. 

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- सीबीआई का कहना है कि पटना में लालू यादव के परिवार ने 1.05 लाख वर्ग फीट जमीन पर कथित तौर पर कब्जा कर रखा है. इन जमीनों का सौदा नकद में हुआ था. यानी, लालू परिवार ने नकद देकर इन जमीनों को खरीदा था. सीबीआई के मुताबिक, ये जमीनें बेहद कम दामों में बेच दी गई थीं. 

-सीबीआई ने ये भी पाया कि जोनल रेलवे में सब्स्टीट्यूट की भर्ती का कोई विज्ञापन या पब्लिक नोटिस जारी नहीं किया गया था. लेकिन, जिन परिवारों ने यादव परिवार को अपनी जमीन दी, उनके सदस्यों को रेलवे में मुंबई, जबलपुर, कोलकाता, जयपुर और हाजीपुर में नियुक्ति दी गई.

 

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