क्या ये युद्ध का ऐलान है? पहलगाम हमले पर पीएम मोदी की मधुबनी स्पीच का एक-एक शब्द बड़ा मैसेज देता है

पहलगाम आतंकी हमले के बाद पीएम मोदी पहली बार किसी जनसभा को संबोधित कर रहे थे. इस दौरान मंच से उन्होंने न सिर्फ बिहार बल्कि पूरी दुनिया को साफ शब्दों में बता दिया कि भारत हमला करने वाले आतंकियों और उनके आकाओं को किसी भी कीमत पर छोड़ेगा नहीं और उनके खिलाफ बहुत बड़ा एक्शन लिया जाएगा.

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आतंक के आकाओं को पीएम मोदी की चेतावनी आतंक के आकाओं को पीएम मोदी की चेतावनी

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 24 अप्रैल 2025,
  • अपडेटेड 5:09 PM IST

पहलगाम आतंकी हमले के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आतंकवाद के खिलाफ खुली जंग का ऐलान कर दिया है. पीएम मोदी इस हमले के बाद पहली बार किसी सार्वजनिक कार्यक्रम में शामिल हुए. बिहार के मधुबनी में एक जनसभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने आतंकियों और आतंक की साजिश रचने वाले पाकिस्तान को सख्त संदेश दिया है. उन्होंने कहा कि जिन्होंने भी यह हमला किया है उन आतंकियों को और इस हमले की साजिश रचने वालों को उनकी कल्पना से भी बड़ी सजा मिलेगी.

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'मासूमों को बेरहमी से मारा'

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने संबोधन की शुरुआत से पहले पहलगाम में मारे गए लोगों को दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी और वह माइक के सामने हाथ जोड़कर खड़े रहे. इसके बाद उन्होंने अपना संबोधन खत्म होने से पहले कहा, '22 अप्रैल को जम्मू कश्मीर के पहलगाम में आतंकियों ने मासूम देशवासियों को जिस बेरहमी से मारा है, उससे पूरा देश व्यथित है, कोटि-कोटि देशवासी दुखी हैं. सभी पीड़ति परिवारों के इस दुख में पूरा देश उनके साथ खड़ा है.'

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पीएम मोदी ने आगे कहा, 'जिन परिवारजनों का अभी इलाज चल रहा है, वे जल्द स्वस्थ हों, इसके लिए भी सरकार हर प्रयास कर रही है. इस आतंकी हमले में किसी ने अपना बेटा खोया, किसी ने अपना भाई खोया, किसी ने अपना जीवनसाथी खोया है. उनसे से कोई बांग्ला बोलता था, कोई मराठी था, को उड़िया, कोई गुजराती था कोई यहां बिहार का लाल था. उनकी मृत्यु पर कारगिल से कन्याकुमारी तक हमारा दुख एक जैसा है, हमारा आक्रोश एक जैसा है.'

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पहलगाम में जान गंवानों वालों के लिए रखा मौन

'कल्पना से भी बड़ा सजा मिलेगी'

इसके बाद पीएम मोदी ने कहा, 'हमला सिर्फ निहत्थे पर्यटकों पर नहीं हुआ, देश के दुश्मनों ने भारत की आत्मा पर हमला करने का दुस्साहस किया है. इसके बाद पीएम ने कड़ी चेतावनी देते हुए कहा, 'मैं बहुत स्पष्ट शब्दों में कहना चाहता हूं, जिन्होंने यह हमला किया, उन आतंकियों को और इस हमले की साजिश रचने वालों को, उनकी कल्पना से भी बड़ी सजा मिलेगी, सजा मिलकर के रहेगी.'

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पीएम मोदी ने कहा कि अब आतंकियों की बची-कुची जमीन को भी मिट्टी में मिलाने का समय आ गया है, 140 करोड़ भारतीयों की इच्छा शक्ति अब आतंक के आकाओं की कमर तोड़कर रहेगी. इसके बाद उन्होंने अंग्रेजी में अपने बयान को दोहराया और पूरी दुनिया को मैसेज देते हुए कहा कि भारत आतंकियों की पहचान कर हर एक आतंकी और उनके आकाओं को सजा देकर रहेगा.

मधुबनी से दुनिया को मैसेज

प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत किसी भी कीमत पर आतंकवाद को बर्दाश्त नहीं करेगा और हमले के पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए हर मुमकिन कदम उठाया जाएगा. पीएम मोदी ने दुनिया के उन तमाम नेताओं का भी आभार जताया जो मुश्किल घड़ी में भारत के साथ खड़े हैं. पीएम मोदी ने कहा कि हम धरती के अंतिम छोर तक उन आतंकियों का पीछा करेंगे. न्याय दिलाने के लिए हरसंभव प्रयास किया जाएगा. पूरा देश इस दिशा में दृढ़ है. हर शख्स जिसका मानवता में विश्वास है, वो हमारे साथ है. शांति और सुरक्षा ये तेज विकास की सबसे जरूरी शर्त है. 

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भारत इससे पहले भी पुलवामा और उरी अटैक के जवाब में आतंकियों के अड्डों पर सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक कर चुका है. इस बार भी भारत ऐसा ही कुछ कदम उठा सकता है. पाकिस्तान को पहले ही वैश्विक मंच पर अलग-थलग कर चुका भारत इस बार कड़े और बड़े एक्शन की तैयारी में है. पीएम मोदी का दुनिया को मैसेज भी इस कड़ी हिस्सा माना जा रहा है.

आतंकवाद के खिलाफ अंतिम लड़ाई!

प्रधानमंत्री ने आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई की भारत की प्रतिबद्धता को दर्शाया है और दुनिया को एक बार फिर इससे अवगत करा दिया है. उन्होंने मानवता और शांति के लिए हिंसा और आतंकी वारदातों का माकूल जवाब देने की बात कही है. साथ ही पीएम मोदी ने यह साफ कर दिया है कि भारत के दुश्मन कहीं भी हों, दुनिया के किसी भी कोने में छुपी बैठे हों, उनको करारा जवाब दिया जाएगा. 

जम्मू कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार को हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की मौत हो गई थी. इसके बाद से भारत लगातार पाकिस्तान के खिलाफ सख्त एक्शन ले रहा है. पहले भारत ने सिंधु जल समझौता स्थगित करने का फैसला किया. इसके साथ ही पाकिस्तान के राजनयिकों को वापस भेजने और अटारी-वाघा बॉर्डर को बंद करने का फैसला लिया है. पाकिस्तान से आने वालों लोगों का वीजा तत्काल प्रभाव से स्थगित किया गया है और यहां आए पाकिस्तानियों को वतन लौटने के निर्देश दिए गए हैं.

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