जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के जरिये आतंकी ठिकानों पर मिसाइल स्ट्राइक की थी. ऑपरेशन सिंदूर के बाद देश का मिजाज क्या है, यह जानने के लिए इंडिया टुडे और सी वोटर ने मूड ऑफ द नेशन सर्वे किया. इस सर्वे के नतीजे आ गए हैं.
मूड ऑफ द नेशन सर्वे में चीन, पाकिस्तान और बांग्लादेश के गठजोड़ को लेकर भी जनता की राय जानने की कोशिश की गई. 70 फीसदी से अधिक लोगों ने इस सर्वे में इस गठजोड़ पर चिंता जताई है. मूड ऑफ द नेशन सर्वे में यह सवाल पूछा गया कि चीन, पाकिस्तान और बांग्लादेश के गठजोड़ से आप कितने चिंतित हैं?
इस सवाल के जवाब में 48 फीसदी लोगों ने कहा कि हम बहुत चिंतित हैं. 24 फीसदी लोगों ने कहा कि थोड़ा चिंतित हैं और आठ फीसदी लोगों ने कहा कि ज्यादा चिंतित नहीं हैं. बिल्कुल भी चिंतित नहीं हैं, ऐसा कहने वालों की तादाद भी 12 फीसदी रही. चीन को लेकर भारत की प्राथमिकताओं को लेकर भी सवाल पूछा गया.
चीन को लेकर भारत की प्राथमिकताएं क्या होनी चाहिए, इस सवाल के जवाब में 56 फीसदी लोगों ने सीमा सुरक्षा का नाम लिया. 22 फीसदी लोगों ने व्यापार में सुधार और 17 फीसदी लोग कूटनीतिक बातचीत को प्राथमिकता बताया है. गौरतलब है कि मूड ऑफ नेशन फरवरी 2025 के सर्वे में 53 फीसदी लोगों ने सीमा सुरक्षा, 20 फीसदी लोगों ने व्यापार में सुधार और 23 फीसदी लोगों ने कूटनीतिक बातचीत को प्राथमिकता बताया था.
सीमा सुरक्षा को प्राथमिकता बताने वाले लोगों की संख्या इस सर्वे में पिछले मूड ऑफ द नेशन के मुकाबले तीन फीसदी बढ़ी है. एनडीए सरकार की विदेश नीति से भारत की स्थिति बेहतर हुई है? इस सवाल के जवाब में 67 फीसदी लोगों का जवाब हां में आया और नहीं कहने वाले लोगों की तादाद भी 27 फीसदी रही.
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इस सवाल को लेकर फरवरी 2025 के मूड ऑफ द नेशन सर्वे में हां कहने वालों की तादाद 73 फीसदी थी, जिसमें छह फीसदी की गिरावट आई है. तब 25 फीसदी लोगों का जवाब ना में था, जो दो फीसदी बढ़कर इस बार 27 पहुंच चुका है. इस सर्वे में भारत की वैश्विक साख को लेकर भी सवाल पूछा गया.
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मूड ऑफ द नेशन सर्वे में यह सवाल पूछा गया कि क्या आपको लगता है कि विश्व में भारत की साख बीते वर्षों में बेहतर हुई है?हां कहने वाले 60 फीसदी लोग हैं, 22 फीसदी ने यथास्थिति बताया और 15 फीसदी लोगों का मानना है कि भारत की साख में गिरावट आई है.
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