क्या महाराष्ट्र में लोकल बॉडी चुनाव महायुति के दल अलग-अलग लड़ेंगे, अजित पवार के बयान के मायने क्या हैं?

अजित पवार ने कहा, "भले ही हम लोकसभा और राज्य विधानसभा में सहयोगी हैं, लेकिन महायुति के सदस्य स्थानीय निकाय चुनाव निर्दलीय रूप से लड़ने के लिए स्वतंत्र हैं."

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अजित पवार (फाइल फोटो) अजित पवार (फाइल फोटो)

aajtak.in

  • पुणे,
  • 22 जुलाई 2024,
  • अपडेटेड 11:26 AM IST

महाराष्ट्र (Maharashtra) के उपमुख्यमंत्री अजित पवार (Ajit Pawar) ने रविवार को कहा कि उनके नेतृत्व वाली एनसीपी सहित महायुति के घटक दल स्थानीय निकाय चुनाव निर्दलीय लड़ने के लिए आजाद हैं. पिंपरी चिंचवाड़ शहर में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए उन्होंने तर्क दिया कि निर्दलीय चुनाव लड़ने से कार्यकर्ताओं को मजबूती मिलेगी.

उन्होंने कहा कि भले ही हम लोकसभा और राज्य विधानसभा में सहयोगी हैं, लेकिन महायुति के सदस्य स्थानीय निकाय चुनाव निर्दलीय रूप से लड़ने के लिए स्वतंत्र हैं."

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बता दें कि स्थानीय निकायों (नगर परिषद, नगर पंचायत और जिला परिषद) के चुनावों का कार्यक्रम अभी तक फाइनल नहीं हुआ है. 

'हमने यहां युवाओं को नौकरियां दीं...'

सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना, बीजेपी और अजित पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी शामिल हैं. अजित पवार ने यह भी कहा कि पिंपरी चिंचवाड़ उनके नाम का पर्याय है.

उन्होंने अपने चाचा शरद पवार पर कटाक्ष करते हुए कहा, "पिंपरी चिंचवाड़ का मतलब अजित पवार है और अजित पवार का मतलब पिंपरी चिंचवाड़ है. इस तथ्य से कोई इनकार नहीं कर सकता." बता दें कि शरद पवार ने टाउनशिप के विकास का श्रेय लिया था.

शनिवार को पिंपरी चिंचवाड़ में एक रैली को संबोधित करते हुए शरद पवार ने कहा, "हमारी सरकार ने पिंपरी चिंचवाड़ की सूरत बदल दी है. यह छोटे-छोटे गांवों का समूह हुआ करता था. हम यहां आईटी सेक्टर लेकर आए, हमने यहां युवाओं को नौकरियां दीं."

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सुप्रिया सुले के आरोपों पर जवाब

इस बीच, अजित पवार ने कहा कि स्थानीय निकाय चुनाव जब भी होंगे, समाज के सभी वर्गों से 'नए और पुराने चेहरे' मैदान में उतारे जाएंगे. उन्होंने शनिवार को आयोजित पुणे जिला योजना एवं विकास समिति (DPDC) की बैठक में शरद पवार को बोलने से रोकने की बात से इनकार किया. 

बारामती की सांसद सुप्रिया सुले ने दावा किया था कि अजित पवार ने बैठक में उनके पिता द्वारा विकास निधि के वितरण के बारे में सवाल पूछे जाने पर आपत्ति जताई थी.

उन्होंने दावा किया कि अजित पवार ने जीआर (सरकारी प्रस्ताव) का हवाला दिया था और कहा था कि सांसद और विधायक इन बैठकों के दौरान फंड वितरण या वोट के बारे में सवाल नहीं पूछ सकते हैं क्योंकि वे केवल बुलाए गए व्यक्ति हैं. शरद पवार ने राज्यसभा सदस्य के तौर पर बैठक में हिस्सा लिया था.

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'गलतफहमी पैदा करना उद्देश्य...'

अपना रुख स्पष्ट करते हुए अजित पवार ने कहा, "सुप्रिया सुले ने कल दावा किया था कि मैंने पवार साहब का अपमान किया है. मैं ऐसे व्यक्ति के साथ ऐसा कैसे कर सकता हूं, जिसका मैं बहुत सम्मान करता हूं." 

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उन्होंने आरोप लगाया कि सुले के बयान का उद्देश्य गलतफहमी पैदा करना और सहानुभूति हासिल करना था.

अजित पवार ने कहा, "मैंने और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने शनिवार रात पुणे में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की और विकास संबंधी मुद्दों पर चर्चा की."

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