वक्फ संशोधन कानून को लेकर मुस्लिम संगठनों की दिल्ली में बड़ी बैठक आयोजित की गई. ये बैठक मुस्लिमों की सर्वोच्च संस्था जमीयत उलेमा-ए-हिंद ने बुलाई थी.
मौलाना महमूद मदनी की अध्यक्षता में जमीयत की वर्किंग कमेटी की बैठक हुई है. हजारों की संख्या में देश के अलग-अलग इलाकों से मुस्लिम संगठनों के प्रतिनिधि इस बैठक में शामिल हुए और नए वक्फ संशोधन कानून पर मंथन किया है. जमीयत ने वक्फ संशोधन कानून को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है.
इस बैठक में वक्फ कानून के लागू होने और मुस्लिम समाज पर पड़ने वाले असर को लेकर चर्चा हुई. वर्किंग कमेटी की बैठक के बाद जमीयत की प्रेस कॉन्फ्रेंस होगी और अगली रणनीति का ऐलान होगा.
दरअसल, वक्फ कानून में बदलाव को लेकर विपक्ष जहां सरकार पर हमलावर है तो मुस्लिम संगठन भी इसके खिलाफ हैं. बताया जा रहा है कि जमीयत की वर्किंग कमेटी की बैठक में वक्फ को लेकर एक अहम फैसला लिया जाएगा. बैठक में इस बात पर चर्चा हुई कि वक्फ कानून लागू होने के बाद इसका क्या असर होगा? मुस्लिम समाज की कैसे कानूनी मदद की जाएगी. इसका समाज पर क्या असर होगा. इसे देखते हुए कुछ फैसले लिए जाने हैं.
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आशुतोष मिश्रा