भारतीय नौसेना (Indian Navy) के दो युद्धपोत आईएनएस निशंक (INS Nishank) और आईएनएस अक्षय (INS Akshay) 3 जून 2022 को मुंबई के नौसैनिक डॉकयार्ड पर सेवामुक्त कर दिए जाएंगे. पश्चिमी नौसैनिक कमांड ने ट्वीट कर यह जानकारी लोगों के साथ साझा की है. ट्वीट में लिखा है कि 22 मिसाइल वेस स्क्वाड्रन का INS Nishank (K43) और 23 पेट्रोल वेसल स्क्वाड्रन का INS Akshay (P35) सेवामुक्त किया जा रहा है. इसका आयोजन 3 जून 2022 को किया जाएगा. इसी के साथ इनके 32 वर्षों का कार्यकाल खत्म हो जाएगा.
आईएनएस निशंक (INS Nishank) और आईएनएस अक्षय (INS Akshay) को पोटी शिपयार्ड में बनाया गया था. यह जगह जॉर्जिया में स्थित है. दोनों ही पोतों ने कई नौसैनिक ऑपरेशन में भाग लिया. इसमें करगिल युद्ध के समय किया गया ऑपरेशन तलवार भी शामिल हैं. इसके अलावा संसद पर हमला करने के बाद किए गए ऑपरेशन पराक्रम में भी दोनों युद्धपोतों ने भाग लिया था.
आईएनएस निशंक (INS Nishank) को 12 सितंबर 1989 में भारतीय नौसेना में शामिल किया गया था. यह वीर क्लास कॉर्वेट शिप है. इसकी लंबाई 184 फीट है. 34 फीट का बीम है. इसके अलावा इसका ड्रॉट 8.2 फीट है. यह 59 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से समुद्र में चलता था. इसमें 4 पी-15 टर्मिट मिसाइल लगी थीं. इसके अलावा 16 केएच-35 उरान मिसाइलें लगी थी. एक एसए-एन-5 ग्रेल लॉन्चर था. 60 कैलिबर की तोप लगी थी. इसके अलावा 30 एमएम की दो एके-630 मशीन गन लगी थी.
और आईएनएस अक्षय (INS Akshay) को 10 दिसंबर 1990 में नौसेना में शामिल किया गया था. यह अभय क्लास कॉर्वेट युद्धपोत है. यह 183.7 फीट लंबा है. इसका बीम 33 फीट ऊंचा है. ड्राफ्ट 11 फीट का है. यह युद्धपोत 52 किलोमीटर प्रतिघंटा की गति से समुद्र में चलता था. इसमें 1 क्वाड सरफेस टू एयर मिसाइल स्ट्रेला-2एम, 1 एके-76 मशीन गन, 4 टॉरपीडो ट्यूब्स लगी थी. इसके अलावा एंटी-सबमरीन ट्यूब्स अलग से.
ऋचीक मिश्रा