पाकिस्तान (Pakistan) के खिलाफ डिप्लोमैटिक स्ट्राइक की शुरुआत करने के लिए सभी दलों के सांसदों का एक प्रतिनिधिमंडल हाल ही में हुए संघर्ष और इस मुद्दे पर भारत के रुख के बारे में विदेशी सरकारों को जानकारी देने के लिए एक इंटरनेशनल आउटरीच प्रोग्राम शुरू करने वाला है. सूत्रों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी है. सूत्रों के मुताबिक, संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू विदेश दौरे का समन्वय कर रहे हैं, जो 22 मई के बाद शुरू होने की उम्मीद है.
सांसदों को निमंत्रण भेजे जा चुके हैं. प्रत्येक प्रतिनिधिमंडल में 5-6 सांसद शामिल होने की उम्मीद है, जो अमेरिका, यूनाइटेड किंगडम, दक्षिण अफ्रीका, कतर और संयुक्त अरब अमीरात सहित तमाम देशों का दौरा करेंगे. सूत्रों के मुताबिक, सीनियर सांसदों को इन प्रतिनिधिमंडलों का नेतृत्व करने के लिए कहा गया है, जिसकी जिम्मेदारी मुख्य रूप से एनडीए सांसदों को सौंपी गई है.
'ऑपरेशन सिंदूर पर बीजेपी कर रही राजनीति...'
कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने कहा, "दो बार सर्वदलीय बैठक हुई लेकिन उसमें प्रधानमंत्री नहीं आए. दूरदर्शन चैनल ने खरगे को अपशब्द कहा, कांग्रेस के नेता एकता की बात कर रहे है. बीजेपी ऑपरेशन सिंदूर पर राजनीति कर रही है लेकिन राष्ट्र पहले है. ऐसा सुना है कि विदेश डेलिगेशन भेजा जाएगा. अगर सरकार की तरफ से न्यौता आता है तो हम उस डेलिगेशन में शामिल होंगे और कांग्रेस पार्टी अपने सांसदों को भेजेगी."
पहलगाम हमले के बाद दोनों देशों के बीच तनाव
22 अप्रैल को पहलगाम में पाकिस्तान स्थित आतंकवादियों द्वारा किए गए आतंकवादी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच सैन्य टकराव बढ़ गया था. जवाब में, भारत ने पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में आतंकी शिविरों को निशाना बनाते हुए 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत जवाबी हमला किया. पाकिस्तान ने भारतीय शहरों और सैन्य प्रतिष्ठानों पर ड्रोन हमले करने की कोशिश करके जवाबी कार्रवाई की, जिससे तनाव बढ़ गया और चार दिनों तक युद्ध जैसी स्थिति बनी रही.
10 मई को, टॉप सैन्य अधिकारियों के बीच चर्चा के बाद पड़ोसी देशों ने तनाव कम करने के लिए एक समझौता किया.
ऑपरेशन सिंदूर के बाद, सरकार ने राजनीतिक नेताओं को सुरक्षा स्थिति और आगे के रास्ते के बारे में जानकारी देने के लिए एक सर्वदलीय बैठक बुलाई. इस दौरान, विपक्ष ने पाकिस्तान के हमले से निपटने में सरकार के प्रति अपना समर्थन जताया. सरकार ने इंटरनेशनल समर्थन हासिल करने के लिए कई देशों के टॉप अधिकारियों और विदेश मंत्रियों से भी बात की, क्योंकि नई दिल्ली ने इस्लामाबाद के खिलाफ अपने उपायों को तेज कर दिया था.
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पाकिस्तान के खिलाफ भारत का सख्त रुख
पहलगाम हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कई कूटनीतिक उपायों का ऐलान किया है. इनमें पाकिस्तानी नागरिकों के लिए वीजा रद्द करना, राजनयिक मिशनों का वक्ट कम करना, बॉर्डर और एयरस्पेस बंद करना, व्यापार और व्यावसायिक संबंधों को रोकना और सिंधु जल संधि को निलंबित करना शामिल है.
(एजेंसी के इनपुट के साथ)
हिमांशु मिश्रा