संसद के चालू बजट सत्र के पहले चरण में अडानी ग्रुप को लेकर आई हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट को लेकर खूब हंगामा मचा. संसद के बजट सत्र के दूसरे चरण में भी विपक्ष अडानी मुद्दे को लेकर सरकार पर हमलावर है. विपक्षी सांसद अडानी मुद्दे की जांच के लिए संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) गठित करने की मांग को लेकर संसद के दोनों सदनों में लगातार नारेबाजी कर रहे हैं.
संसद से शुरू हुई अडानी मुद्दे पर विपक्ष की लड़ाई अब सड़क पर आ गई है. विपक्षी दलों के सांसदों ने अडानी मुद्दे को लेकर संसद से ईडी दफ्तर तक मार्च करने का ऐलान किया था. विपक्षी सांसद अडानी मुद्दे की जांच की मांग को लेकर ईडी दफ्तर की ओर कूच भी किया लेकिन विपक्षी सांसदों को विजय चौक पर ही बैरिकेडिंग कर रोक लिया.
दिल्ली पुलिस ने धारा 144 लागू होने का हवाला देते हुए सांसदों को विजय चौक पर रोक लिया. पुलिस ने विपक्षी सांसदों से साफ कहा कि धारा 144 लागू है. विपक्षी सांसदों ने इस पर कहा कि हमें चार-चार के समूह में आगे जाने दिया जाए लेकिन दिल्ली पुलिस ने आगे नहीं बढ़ने दिया. दिल्ली पुलिस ने साफ कह दिया कि अगर विपक्षी सांसदों ने अपना विरोध-प्रदर्शन वापस नहीं लिया तो इन्हें हिरासत में लिया जाएगा.
हमारी आवाज को दबाना चाहते हैं
मल्लिकार्जुन खड़गे ने दो सौ सांसदों के मार्च के लिए दो हजार पुलिसकर्मियों की तैनाती का जिक्र किया और आरोप लगाया कि सरकार हमारी आवाज को दबाना चाहती है. उन्होंने कहा कि ये बात करते हैं डेमोक्रेसी की. खड़गे ने कहा कि डेमोक्रेसी ठीक से नहीं चल रही हो और उसे लेकर कोई कुछ बाहर कह दे, सेमिनार में कह दे तो उनको एंटी नेशनल कहा जा रहा है.
विजय चौक से लौटे विपक्षी सांसद
संसद भवन से ईडी दफ्तर के लिए निकले विपक्षी सांसद विजय चौक से ही वापस लौट गए. कांग्रेस के राज्यसभा सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा कि ईडी सीधे हमसे बात नहीं कर रही. उन्होंने कहा कि दिल्ली पुलिस के अधिकारियों ने हमसे कहा है कि ईडी आपसे मिलना नहीं चाहती. प्रमोद तिवारी ने कहा कि ऐसा लग रहा जैसे हम अडानी से नहीं, मोदी से लड़ रहे हैं.
उन्होंने ये भी कहा कि हम कोई विरोध-प्रदर्शन करने नहीं, एक मेमोरैंडम देने जा रहे थे. प्रमोद तिवारी ने कहा कि अब हम वापस संसद भवन जा रहे हैं और दोपहर दो बजे संसद भवन में अपनी आवाज उठाएंगे. उन्होंने ये भी कहा कि ऐसा लग रहा जैसे अडानी के हुक्म पर बीजेपी के लोग उन्हें बचाने की कोशिश में लगे हैं.
सदन में आर-पार के मूड में विपक्ष
प्रमोद तिवारी ने संसद में राहुल गांधी के बयान पर हंगामे को अडानी मुद्दे पर विपक्ष की आवाज दबाने की कोशिश बताया. उन्होंने कहा कि विपक्ष तो हंगामा करता है, लेकिन ये कभी नहीं देखा कि सत्तापक्ष हंगामा करे. प्रमोद तिवारी ने सरकार पर जमकर हमला बोला और साफ किया कि विपक्ष अडानी मुद्दे को लेकर संसद के भीतर आर-पार की लड़ाई के मूड में है. विपक्ष के ईडी दफ्तर के मार्च से टीएमसी सांसदों ने दूरी बना ली.
मौसमी सिंह / पॉलोमी साहा / अमित भारद्वाज