दुर्गापुर गैंगरेप पीड़िता के पिता ने रविवार को ओडिशा सरकार से अपनी बेटी को इलाज के लिए भुवनेश्वर शिफ्ट करने की अपील की. उन्होंने कहा कि बंगाल में उनकी बेटी की जान को खतरा है, क्योंकि अब धीरे-धीरे उनके स्वास्थ्य में सुधार हो रहा है. फिलहाल पीड़िता का इलाज दुर्गापुर के एक अस्पताल में चल रहा है.
समाचार एजेंसी पीटीआई से फोन पर बातचीत करते हुए पीड़िता के पिता ने कहा, 'मैं मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी से अपील करता हूं कि मेरी बेटी को भुवनेश्वर ट्रांसफर करने में मदद करें. मुझे डर है कि उसकी जान को खतरा हो सकता है.'
'बंगाल में हो रहा असुरक्षित महसूस'
छात्रा के पिता ने कहा कि परिवार को पश्चिम बंगाल में असुरक्षित महसूस हो रहा है और वे किसी पर भी भरोसा करने से डरते हैं. उन्होंने आगे बिना किसी का नाम लिए कहा कि वह मेरी बेटी को मार डालेंगे, क्योंकि अब उसकी स्वास्थ्य स्थिति में सुधार हो रहा है, लेकिन उसकी जान को खतरा बरकरार है. मैं उन पर भरोसा नहीं कर सकता.
उन्होंने कहा कि मैं दुर्गापुर में छिपा हुआ हूं, जबकि मेरी पत्नी जो डायबिटीज की मरीज है, अस्पताल में बेटी के बिस्तर के पास खड़ी है.
'आधी रात को बाहर नहीं गई थी मेरी बेटी'
वहीं, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की कथित टिप्पणी के बारे में पूछे जाने पर (जिसमें उन्होंने कहा था कि लड़कियों को रात में कैंपस से बाहर नहीं जाना चाहिए) पिता ने कहा, 'ये पूरी तरह झूठ है. घटना को दबाने की कोशिश हो रही है. मेरी बेटी आधी रात को बाहर नहीं गई थी- ये शुक्रवार की शाम 8 बजे की बात है.'
उन्होंने आगे आरोप लगाया कि पीड़िता अपने दोस्त के साथ बाहर गई थी जो हमले के दौरान वहां से भाग गया और उसने इस बारे में किसी को जानकारी नहीं दी.
उन्होंने दावा किया कि वह रात 8 से 9 बजे के बीच हमले का शिकार हुई. उसका दोस्त भाग गया और न तो चिल्लाया और न ही मदद मांगी. अपराधियों ने फिर उसे जंगल क्षेत्र में घसीटा और अमानवीय कार्य किए. पुलिस ने पुरुष दोस्त को भी हिरासत में ले लिया है और पूछताछ कर रही है.
अधिकारियों ने किया अस्पताल का दौरा
वहीं, शनिवार को बालासोर के अधिकारियों की एक टीम ने अस्पताल का दौरा किया. जिसके बाद पीड़िता के पिता ने ओडिशा सरकार से गुहार लगाई है. उसी रात सीएम माझी ने पीड़िता के पिता से फोन पर बात की थी.
इससे पहले ओडिशा के मुख्यमंत्री ने घटना की निंदा करते हुए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है.
36 घंटों में तीन आरोपी गिरफ्तार
अस्पताल का दौरा करने वाले बालासोर के अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट हेमंत सिंह ने कहा, 'पश्चिम बंगाल पुलिस ने घटना के 36 घंटों के अंदर तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. हम कार्रवाई से संतुष्ट हैं और उम्मीद करते हैं कि पीड़िता को न्याय मिलेगा.'
बालासोर जिला प्रशासन की चार सदस्यीय टीम (जिसमें जिला सामाजिक कल्याण अधिकारी ज्योत्स्ना मोहंती भी शामिल थीं) ने परिवार से मुलाकात की.
मोहंती ने कहा, 'पीड़िता की स्थिति धीरे-धीरे सुधर रही है. हमने परिवार को आश्वासन दिया है कि ओडिशा सरकार उनके साथ दृढ़ता से खड़ी है. पश्चिम बंगाल पुलिस के साथ आवश्यक समन्वय बनाए रखा जा रहा है.'
पीड़िता की हालत अब स्थिर बताई जा रही है, लेकिन वह बेड रेस्ट पर है. घटना के बाद कॉलेज के छात्रों ने विरोध प्रदर्शन किया और प्राचार्य को घेर लिया, न्याय की मांग की.
बंगाल में ध्वस्त है कानून-व्यवस्था
इस बीच भाजपा सांसद प्रताप सारंगी ने बनर्जी सरकार पर कड़ा प्रहार किया और राज्य में कानून-व्यवस्था के पूरी तरह ध्वस्त होने के लिए मुख्यमंत्री को जिम्मेदार ठहराया.
अधिकारियों ने बताया कि पीड़िता शुक्रवार करीब आठ बजे अपने दोस्त के साथ कैंपस से बाहर कई थी. इसी दौरान कुछ लोगों उनका पीछा करना शुरू कर दिया और अश्लील टिप्पणियां कीं. इसके तीन पुरुषों ने कथित तौर पर उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया. पुलिस ने घटना के 36 घंटों के अंदर तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया है, जिनकी पहचान शेख रियाज उद्दीन, शेख फिरदौस और अप्पू के रूप में हुई है. जबकि दो अन्य आरोपी अभी फरार हैं, जिनकी तलाश जारी है.
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