CDS की शक्तियों में इजाफा, रक्षा मंत्रालय ने लिया ये बड़ा फैसला

रक्षा मंत्रालय ने कहा कि यह पहल तीनों सेवाओं में बेहतर पारदर्शिता, समन्वय और प्रशासनिक दक्षता की नींव रखेगी. यह फैसला तीनों सेनाओं के बीच एकजुटता और समन्वय के एक नए युग की शुरुआत का भी प्रतीक है, जो राष्ट्र की सेवा में सशस्त्र बलों को मजबूत करता है.

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चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान. (Photo: X/@adgpi) चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान. (Photo: X/@adgpi)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 24 जून 2025,
  • अपडेटेड 7:41 PM IST

भारतीय सशस्त्र बलों के आधुनिकीकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) और सैन्य मामलों के विभाग के सचिव (Secretary DMA) को भारतीय थल सेना, नौसेना और वायु सेना के लिए संयुक्त निर्देश और संयुक्त आदेश जारी करने का अधिकार दे दिया है. यह पहले से चली आ रही व्यवस्था में एक बड़ा परिवर्तन है, जहां सेना के तीनों अंगों द्वारा अलग-अलग निर्देश जारी किए जाते थे. इस कदम का उद्देश्य सेनाओं की संचालन प्रक्रिया को आसान बनाना, तीनों सेनाओं के बीच समन्वय और तालमेल को मजबूत करना है.

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रक्षा मंत्रालय की ओर से जारी एक बयान में कहा गया, 'सशस्त्र बलों के आधुनिकीकरण की दिशा में एक बड़े कदम के रूप में, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) और सैन्य मामलों के विभाग (DMA) के सचिव को तीनों सेनाओं के लिए संयुक्त निर्देश और संयुक्त आदेश जारी करने के लिए अधिकृत किया है. यह पहले की प्रणाली में बदलाव का प्रतीक है, जिसमें दो या अधिक सेवाओं से संबंधित निर्देश/आदेश सेना के प्रत्येग अंग द्वारा अलग-अलग जारी किए जाते थे.'

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रक्षा मंत्रालय ने कहा कि यह पहल तीनों सेवाओं में बेहतर पारदर्शिता, समन्वय और प्रशासनिक दक्षता की नींव रखेगी. यह फैसला तीनों सेनाओं के बीच एकजुटता और समन्वय के एक नए युग की शुरुआत का भी प्रतीक है, जो राष्ट्र की सेवा में सशस्त्र बलों को मजबूत करता है. इस कदम को रक्षा मंत्रालय द्वारा थिएटराइजेशन प्लान को लागू करने के प्रयास के अनुरूप देखा जा रहा है. थियेटराइजेशन मॉडल के तहत सरकार थल सेना, वायुसेना और नौसेना की क्षमताओं को इंटीग्रेट करना चाहती है, ताकि युद्ध और अन्य सैन्य अभियानों के दौरान तीनों सेनाओं के संसाधनों का अधिकतम  उपयोग हो सके. 

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थियेटराइजेशन प्लान के अनुसार, प्रत्येक थियेटर कमांड में थल सेना, नौसेना और वायु सेना की इकाइयां होंगी और ये सभी एक निर्दिष्ट भौगोलिक क्षेत्र में सुरक्षा चुनौतियों को देखते हुए एक यूनिट के रूप में काम करेंगी. वर्तमान में थल सेना, नौसेना और वायु सेना की अलग-अलग कमान हैं. बता दें कि मोदी सरकार ने तीनों सेनाओं के बीच बेहत समन्वय स्थापित करने के लिए 2019 में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) का पोस्ट क्रिएट किया था और 31 दिसंबर, 2019 को जनरल विपिन रावत भारत के पहले सीडीएस नियुक्त हुए थे. सीडीएस भारतीय सशस्त्र बलों का प्रमुख सैन्य प्राधिकारी और सबसे वरिष्ठ अधिकारी होता है.

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