असम में बाल विवाह कानून के तहत हजारों की तादाद में लोगों की गिरफ्तारी की जा चुकी है. आज तड़के शुरू हुई इस कार्रवाई में अब तक 2044 से ज्यादा पुरुषों के खिलाफ कार्रवाई की जा चुकी है. बता दें कि पिछले महीने राज्य की कैबिनेट ने फैसला लिया था कि इस कुप्रथा के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. प्रस्ताव पास हुआ था कि 14 साल से कम उम्र की लड़कियों से शादी करने वाले पुरुषों के खिलाफ केस दर्ज होगा.
क्यों हो रही है कार्रवाई
मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा के निर्देश के बाद असम पुलिस ने बाल विवाह करने वालों के खिलाफ व्यापक अभियान छेड़ दिया है. इसके तहत 14 साल से कम उम्र के लड़का या लड़की से शादी करने के आरोपी पर पॉक्सो एक्ट के तहत कार्रवाई की जा रही है. साथ ही बाल विवाह कानून के तहत मामला दर्ज किया जा रहा है. इनमें काफी पुरुष ऐसे भी हैं, जिनकी शादी दस साल पहले हुई थी और बच्चे भी हो चुके हैं.
कब तक जारी रहेगा अभियान ?
मालूम हो कि गिरफ्तारी का अभियान आज से लेकर आगामी सात दिनों तक जारी रहेगा. मुख्यमंत्री ने कहा है कि 14 साल की उम्र में शादी कर संतानों के पिता बनने वाले लोगों के खिलाफ कानून के तहत कठोर कारवाई की जाएगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि अब तक असम पुलिस ने राज्य भर में 4,004 मामले दर्ज किए हैं. आने वाले दिनों में पुलिस की कार्रवाई और तेज होने की संभावना है. अब तक असम के विभिन्न जिलों से सैकड़ों लोगों पुलिस हिरासत में भी ले चुकी है.
इसके साथ ही इस तरह के मामलों में धुबड़ी में 138, बगाईगांव में 123 और मोरीगांव में 5 लोगों को शिनाख्त की गई है. साथ ही कुछ लोगों को पुलिस हिरासत में लेकर आगे की कार्रवाई में जुटी हुई है. असम के डीजीपी ने आज प्रेस कांफ्रेंस की. इस दौरान उन्होंने 2044 लोगों की गिरफ्तारी की बात बताई.
गिरफ्तारी के पीछे की वजह
गौरतलब है कि असम पिछले कई सालों से बाल विवाह की कुरीति से जूझ रहा है. राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण की रिपोर्ट के अनुसार असम में मातृ और शिशु मृत्यु दर सबसे ज्यादा है. इसकी प्रमुख वजह बाल विवाह है.
(रिपोर्ट - अफरीदा हुसैन)
अनुपम मिश्रा