चंडीगढ़ के सेक्टर-26 में इंदरप्रीत पैरी की हत्या कर दी गई थी. इस हत्याकांड की जिम्मेदारी लॉरेंस बिश्नोई के गैंगस्टर आरजू बिश्नोई और हरी बॉक्सर ने ली है. जिसको लेकर गैंग की तरफ से एक पोस्ट भी किया गया है. जिसमें कहा गया है कि मैं (आरज़ू बिश्नोई), (हरी बॉक्सर), (शुभम लोंकर), (हरमन संधू) आज से नई जंग की शुरुआत कर चुके हैं. ऐसे में अब यह साफ हो गया है कि पैरी मर्डर केस में लॉरेंस से गोल्डी बरार और रोहित गोदारा तक सबका लिंक है.
इसलिए की गई इंदरप्रीत पैरी की हत्या
बिश्नोई गैंग की तरफ से हत्याकांड को लेकर एक पोस्ट किया गया है. जिसमें कहा गया है कि पैरी हमारे ग्रुप का गद्दार था. ‘गोल्डी या रोहित’ का फोन करवाकर पैरी सभी क्लबों से पैसों की उगाही करवाता था. इसी वजह से इसे मारा गया है. शुरुआत भी उसी ने की थी , पहले हमारे हरी भाई पर हमले की कोशिश की और बाद में सिप्पा भाई की हत्या करवाई.
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आज से हमारी सभी टीमों को चेतावनी है जो भी इनका साथ देगा, चाहे छोटा काम हो या बड़ा, उसे नहीं छोड़ा जाएगा. सबको मारा जाएगा...और सुन लो क्लब वाले जो भी. जो भी इन्हें पैसा देता है, हम उससे कोई पूछताछ नहीं करेंगे. सिर्फ फोन लगाना है. हम सब तक पहुंच जाएंगे और मारेंगे. चाहे वह किसी भी जेल में क्यों न हो , हम वहां भी पहुंच जाएंगे… चाहे जितना समय लगे.
गोल्डी बरार ने भी लॉरेंस से जंग का किया ऐलान, ऑडिओ आया सामने
बिश्नोई गैंग के पोस्ट के बाद गैंग्स्टर गोल्डी बरार का भी एक ऑडिओ पैरी हत्याकांड को लेकर आ गया है. हालांकि, इसकी पुष्टि आजतक नहीं करता है. ऑडियो में कहा गया है कि आज पैसे लेने की बात कही गई है लेकिन यह बातें कोई नहीं बताएगा कि लॉरेंस ने फ़ोन कर पैरी को शादी की बधाई दी. फिर पर्सनल बात करने की बात कहकर सेक्टर 26 आने को कहा है. साथ ही कि वहां कोई भाई मिलेगा उसके फ़ोन से बात करना सेफ है. जब पैरी बात करने पहुंचा तो उसकी हत्या करवा दी. सौ कमियां पैरी में निकाल देंगे लेकिन कई अनगिनत रातें पैरी के घर काटी है लॉरेंस ने.
आज यारी झूठी पड़ गई , लॉरेंस यारी के नाम पर तो गद्दार था ही दुश्मनी के नाम पर भी हो गया. पैरी के ज़रिए संदेश लॉरेंस भेजवाता था. राज़ीनामे के लिए लॉरेंस तुझे अब दुनिया की कोई शक्ति बचा नहीं सकती. बजरंग बली की झूठी कसमें तो खाता ही था. आज उसे भी मार दिया जिसके घर की रोटी खाई है. अब तेरा अंत शुरू है. अपनी उल्टी गिनती शुरू कर ले. और अब एक बात और सुन ले लॉरेंस तेरी तरह हम बेकसूर नहीं मारेंगे.
जब मारेंगे तो कसूरवार ही मारेंगे. सीपा जिसको तुमने डॉन बना रखा था और दुबई में मीटिंग करवाते थे. उसको वहीं मारा जहां तुम सेफ मानते थे. अगर हमने सीपा मारा तो उसके हज़ार कारण थे. लेकिन कसूरवार को मारेंगे. सीपा पुलिस का मुखबिर था और ग्रुप के नाम पर पैसे खाता भी था और ठगी भी करता था. सीपा ने करोड़ों रुपये अंदर किया था.
जब तेरे से दोस्ती थी तब भी हम तुझे बोलते थे कि यह ऐसे ही लोग हैं. सीपा काम में टांग अड़ा रहा था. पैरी का कोई एक भी कसूर गिनवा देना. पैरी की एक ही गलती थी लॉरेंस कि उसने तुझे दोस्त समझा. कुछ दिन पहले उसकी शादी हुई. अपने परिवार के साथ घर बैठा था. जिस दिन सीपा की हत्या हुई. उस दिन पैरी की शादी हो रही थी.
कौन था पैरी?
पैरी पर 20 से ज्यादा आपराधिक मामले दर्ज थे. सेक्टर-33 निवासी पैरी कई संगठित अपराध गिरोहों के संपर्क में रहने के लिए भी जाना जाता था. पुलिस ने दावा किया है कि वह न सिर्फ लॉरेंस बिश्नोई गैंग से जुड़ा था, बल्कि गोल्डी बराड़, देवेंद्र बंबीहा ग्रुप के भगवानपुरिया और संपत नेहरा जैसे नेटवर्क के साथ लगातार लिंक में रहता था.
अरविंद ओझा