चंडीगढ़ सेक्टर-26 में हुए इंदरप्रीत पैरी हत्याकांड की जिम्मेदारी लॉरेंस बिश्नोई गिरोह ने लेने का दावा किया है. गैंग से जुड़े आरजू बिश्नोई और हरी बॉक्सर ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट डालकर इस घटना को अंजाम देने की बात कही. पोस्ट तेजी से वायरल हो रहा है. पैरी लॉरेंस बिश्नोई का दोस्त था.
पोस्ट में क्या लिखा था?
पोस्ट की शुरुआत ‘जय श्री राम, जय बजरंगबली’ के साथ की गई. इसके बाद आरजू बिश्नोई, हरी बॉक्सर, शुभम लोंकर और हरमन संधू ने दावा किया कि वे एक “नई जंग” शुरू कर चुके हैं. उन्होंने कहा कि इंदरप्रीत पैरी उनकी गैंग का “गद्दार” था और ‘गोल्डी या रोहित’ के नाम पर क्लबों से पैसे वसूलता था. इसी कारण उसकी हत्या की गई.
पोस्ट में यह भी आरोप लगाया गया कि पैरी पहले उनके हरी बॉक्सर पर हमले की कोशिश कर चुका था और सिप्पा की हत्या में भी शामिल था.
गैंग ने जारी की धमकी
पोस्ट में चेतावनी देते हुए लिखा गया कि जो भी पैरी या उसके समूह का साथ देगा, उसे “नहीं छोड़ा जाएगा.” गैंग ने क्लब मालिकों को भी धमकी दी कि अगर उन्होंने विरोधी ग्रुप को पैसे दिए, तो उनसे सीधे निपटा जाएगा. पोस्ट में यह दावा भी किया गया कि जरूरत पड़ने पर वे जेलों तक में पहुंचकर बदला लेने से नहीं हिचकेंगे.
इस धमकी भरे पोस्ट के सामने आने के बाद पुलिस मामले की जांच में जुट गई है और सोशल मीडिया कंटेंट की भी पड़ताल कर रही है.
पैरी पर 20 से ज्यादा आपराधिक मामलों में नाम दर्ज था. सेक्टर-33 निवासी पैरी कई संगठित अपराध गिरोहों के संपर्क में रहने के लिए भी जाना जाता था. पुलिस सूत्रों के मुताबिक वह न सिर्फ लॉरेंस बिश्नोई गैंग से जुड़ा था, बल्कि गोल्डी बराड़, देवेंद्र बंबीहा ग्रुप के भगवानपुरिया और संपत नेहरा जैसे नेटवर्क के साथ लगातार लिंक में रहता था. इसी वजह से वारदात के बाद पुलिस ने तुरंत इलाके में सख्त नाकाबंदी कर फरार आरोपियों की तलाश तेज कर दी.
अरविंद ओझा