टेकऑफ के बाद हवा में 900 फीट तक नीचे आया एअर इंडिया का विमान, बजने लगे थे वॉर्निंग अलार्म

डीजीसीए ने भी मामले की विस्तृत जांच शुरू कर दी है और एअर इंडिया के सिक्योरिटी चीफ को सफाई देने के लिए तलब किया है. यह घटना लंदन जाने वाली एअर इंडिया की उड़ान, बोइंग ड्रीमलाइनर 787-8 के करीब 38 घंटे बाद हुई, जो 12 जून की दोपहर अहमदाबाद एयरपोर्ट से उड़ान भरने के कुछ मिनट बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी, जिसमें करीब 270 लोगों की मौत हो गई.

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 DGCA ने शुरू की मामले की जांच (File photo: AFP) DGCA ने शुरू की मामले की जांच (File photo: AFP)

अमित भारद्वाज

  • नई दिल्ली,
  • 01 जुलाई 2025,
  • अपडेटेड 3:29 PM IST

दिल्ली से वियना जा रहा एअर इंडिया का विमान उड़ान भरने के कुछ ही देर बाद हवा में करीब 900 फीट तक नीचे आ गया. यह घटना अहमदाबाद में एयरलाइन के AI-171 विमान हादसे के कुछ ही दिनों बाद हुई. एयरलाइन के प्रवक्ता ने मंगलवार को बताया कि जांच के नतीजे आने तक दोनों पायलटों को विमान उड़ाने से रोक दिया गया है.

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अचानक नीचे गिरने लगा विमान

टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक फ्लाइट AI-187, बोइंग 777, 14 जून को सुबह 2.56 बजे इंदिरा गांधी इंटरनेशनल (IGI) एयरपोर्ट से रवाना हुई और नौ घंटे और आठ मिनट की फ्लाइट के बाद सुरक्षित रूप से वियना में उतरी. हालांकि, टेकऑफ के तुरंत बाद विमान ने अचानक एल्टीट्यूड खो दिया, जिससे स्टॉल और ग्राउंड प्रॉक्सिमिटी वॉर्निंग शुरू हो गईं, जिसमें बार-बार 'डोन्ट सिंक' अलर्ट शामिल थे.

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एअर इंडिया ने कहा कि पायलटों ने विमान को स्थिर करने के लिए तुरंत एक्शन लिया और चुनौतीपूर्ण मौसम की स्थिति के बावजूद सुरक्षित यात्रा जारी रखी. एअर इंडिया के प्रवक्ता ने कहा, 'पायलट की रिपोर्ट मिलने के बाद मामले की जानकारी नियमों के अनुसार नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) को दी गई. इसके बाद विमान के रिकॉर्डर से डेटा मिलने पर आगे की जांच शुरू की गई. जांच के नतीजे आने तक पायलटों को रोस्टर से हटा दिया गया है.'

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एयरलाइन के सेफ्टी चीफ तलब

डीजीसीए ने भी मामले की विस्तृत जांच शुरू कर दी है और एअर इंडिया के सेफ्टी चीफ को सफाई देने के लिए तलब किया है. यह घटना लंदन जाने वाली एअर इंडिया की उड़ान, बोइंग ड्रीमलाइनर 787-8 के करीब 38 घंटे बाद हुई, जो 12 जून की दोपहर को अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल इंटरनेशन एयरपोर्ट से उड़ान भरने के कुछ मिनट बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी, जिसमें करीब 270 लोगों की मौत हो गई.

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डीजीसीए की तरफ से हाल ही में किए गए सुरक्षा ऑडिट में एअर इंडिया की फ्लीट में बार-बार मेंटेनेस को लेकर लापरवाही की बात सामने आई है. यह तब हुआ जब इस महीने की शुरुआत में एअर इंडिया की कई उड़ानों में तकनीकी खराबी की सूचना मिली थी. जांच में यह पता लगाया जा रहा है कि मौसम की स्थिति, तकनीकी दिक्कत या पायलट की गलतियां इसके लिए जिम्मेदार थीं या नहीं, और इससे सख्त निरीक्षण और प्रोटोकॉल में बदलाव हो सकते हैं.

डीजीसीए कर रही है ऑडिट

समाचार एजेंसी पीटीआई को एक सूत्र ने बताया कि 23 जून को डीजीसीए ने गुरुग्राम स्थित एअर इंडिया के बेस पर विस्तृत ऑडिट किया, जिसमें ऑपरेशंस, फ्लाइट शेड्यूल और रोस्टरिंग समेत कई बातों को शामिल किया गया. सूत्र ने कहा, 'डीजीसीए ने गुरुग्राम स्थित एअर इंडिया के बेस पर ऑडिट शुरू कर दिया है. इस एनुअल प्रैक्टिस में सभी पहलुओं को शामिल किया जाएगा.'

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