Pahalgam Attack Update: 'हिम्मत है तो भारत आ जाओ...', बिलावल भुट्टो के 'नदियों में खून बहेगा' वाले बयान पर जल शक्ति मंत्री का पलटवार

bilawal bhutto: सूरत में केंद्रीय मंत्री सी. आर. पाटिल ने बिलावल भुट्टो के 'नदियों में खून' वाली धमकी पर जवाब देते हुए कहा कि भारत किसी धमकी से डरने वाला नहीं है. भारत ने हाल ही में सिंधु जल संधि को निलंबित कर दिया है. पाटिल ने बिलावल को भारत आने की चुनौती दी और जल संरक्षण के महत्व पर जोर दिया.

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सीआर पाटिल और बिलावल भुट्टो-जरदारी- फाइल फोटो सीआर पाटिल और बिलावल भुट्टो-जरदारी- फाइल फोटो

aajtak.in

  • सूरत,
  • 28 अप्रैल 2025,
  • अपडेटेड 6:52 PM IST

केंद्रीय जल शक्ति मंत्री सी. आर. पाटिल ने पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) के नेता बिलावल भुट्टो-जरदारी के हालिया बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी है. बिलावल ने कहा था कि अगर भारत ने पाकिस्तान को पानी देना बंद किया तो 'नदियों में खून बहेगा.' इस पर जवाब देते हुए पाटिल ने कहा कि ऐसी धमकियों का कोई मतलब नहीं है और चुनौती दी कि अगर बिलावल में हिम्मत है तो वे भारत आकर दिखाएं.

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'हम इन धमकियों से डरने वाले नहीं हैं'
पाटिल ने रविवार को सूरत में एक कार्यक्रम के दौरान कहा, 'मोदीजी कहते हैं, 'जल है तो बल है.' मोदीजी ने कहा कि पाकिस्तान को पानी नहीं मिलना चाहिए. इससे बिलावल गुस्से में आ गए और धमकी देने लगे. हम इन धमकियों से डरने वाले नहीं हैं.'

'भारत ने पाकिस्तान के साथ 1960 के सिंधु जल संधि को निलंबित किया'
बता दें कि पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के साथ 1960 के सिंधु जल संधि (Indus Water Treaty) को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है. भारत ने साफ कर दिया है कि जब तक पाकिस्तान आतंकवाद को समर्थन देना पूरी तरह से बंद नहीं करता, तब तक संधि को बहाल नहीं किया जाएगा. बिलावल की धमकी इसी के संबंध में है.

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'सिंधु नदी हमारी थी और हमारी ही रहेगी...'
बिलावल भुट्टो ने अपने बयान में कहा था, 'सिंधु नदी हमारी थी और हमारी ही रहेगी. या तो उसमें हमारा पानी बहेगा या फिर उनका खून.' सिंधु रिवर सिस्टम में मुख्य नदी के साथ-साथ रावी, ब्यास, सतलुज, झेलम और चिनाब नदियां शामिल हैं, जिनका जल भारत और पाकिस्तान दोनों के लिए जीवन रेखा है.

कार्यक्रम के दौरान पाटिल ने 2,500 से अधिक वर्षा जल संचयन संरचनाओं के निर्माण कार्य का शुभारंभ किया. इस मौके पर 'जन सहभागिता से जल संरक्षण' अभियान के तहत लोगों ने जल संरक्षण की शपथ भी ली.

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