'ग्रीन क्रैकर्स के अलावा भी पटाखे कैसे बिके?', दिल्ली प्रदूषण को लेकर सौरभ भारद्वाज ने उठाया सवाल

दिवाली के बाद दिल्ली की हवा फिर ज़हरीली हो गई है. AQI 500 से ऊपर पहुंच गया. आम आदमी पार्टी ने बीजेपी सरकार पर हमला करते हुए पूछा कि वादा की गई आर्टिफिशियल बरसात क्यों नहीं हुई. सौरभ भारद्वाज ने सरकार पर निजी अस्पतालों से सांठ-गांठ और प्रदूषण नियंत्रण में नाकामी का आरोप लगाया.

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सरकारी अस्पतालों में व्यवस्थाओं को लेकर सौरभ भारद्वाज ने दिल्ली सरकार को घेरा (Photo:X@Aam Aadmi Party) सरकारी अस्पतालों में व्यवस्थाओं को लेकर सौरभ भारद्वाज ने दिल्ली सरकार को घेरा (Photo:X@Aam Aadmi Party)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 21 अक्टूबर 2025,
  • अपडेटेड 1:18 PM IST

दिवाली के बाद राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की हवा एक बार फिर ज़हरीली हो गई. पटाखों और आतिशबाज़ी की वजह से मंगलवार की सुबह दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 500 से ज़्यादा रहा. दिल्ली-एनसीआर की इस हालत पर आम आदमी पार्टी (AAP) ने बीजेपी सरकार पर निशाना साधा है.

दिल्ली के पूर्व मंत्री सौरभ भारद्वाज ने रेखा गुप्ता सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार ने कहा था कि हम दिवाली के बाद आर्टिफिशियल रेन करवा कर सारा प्रदूषण ठीक कर देंगे. क्या हुई आर्टिफिशियल बरसात?

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उन्होंने आगे कहा कि मेरा सवाल है कि अगर आप आर्टिफिशियल बरसात करवा सकते थे और आपने वादा किया था, तो आपने क्यों नहीं करवाई? क्या आप चाहते हैं कि लोग बीमार हों?

'प्राइवेट अस्पतालों के साथ सांठ-गांठ...'

सरकारी अस्पतालों के हालात का ज़िक्र करते हुए सौरभ भारद्वाज ने कहा, "इस सरकार के बनने के बाद लगातार सरकारी अस्पतालों के अंदर दवाइयां तय तरीक़े से खत्म की जा रही हैं. प्राइवेट अस्पतालों के साथ सरकार की सांठ-गांठ है. मुख्यमंत्री लगातार प्राइवेट अस्पतालों का उद्घाटन करती हैं."

उन्होंने आगे कहा कि सरकारी हॉस्पिटल्स में टेस्ट बंद कर दिए गए हैं, सुविधाएं कम कर दी गई हैं, जिससे प्राइवेट हेल्थ व्यवस्थाएं धन कमाएं. ये तो सरकार का रुख साफ-साफ दिख रहा है.

यह भी पढ़ें: SC के पटाखों पर फैसले पर क्या बोले सौरभ भारद्वाज?

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'सरकार पर दबाव...'

दिल्ली प्रदूषण के पीछे फायर क्रैकर्स को वजह बताते हुए सौरभ भारद्वाज ने कहा, "पटाखों की भी एक बड़ी लॉबी है. उन्हें करोड़ों रुपए का फ़ायदा हुआ है. उनमें से उन लोगों ने किसको-किसको बांटा है."

उन्होंने आगे कहा कि ऐसे कैसे हुआ कि ग्रीन क्रैकर्स के अलावा भी पटाखे बिके. वो लॉबी, जिन्होंने अरबों रुपए से ज़्यादा के पटाखे बनाए थे, उनका सरकार पर दबाव था कि ये बिकवाइए. क्योंकि अगर ये सब पुलिस की मौजूदगी में हो रहा है, तो यह सांठ-गांठ की तरफ़ इशारा करता है.

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