आज के दौर में हर दूसरा व्यक्ति अपने बढ़ते वजन से परेशान है. वजन कम करने के लिए लोग घंटों जिम में पसीने बहाते हैं, डाइटिंग करते हैं फिर भी उन्हें मनचाहा रिजल्ट नहीं मिल पाता. वजन बढ़ने का कोई एक कारण नहीं होता, बल्कि इसके लिए ओवरऑल हेल्थ जिम्मेदार होती है. जिसे ठीक करने के बाद वजन घटाना आसान हो सकता है.
कुछ ऐसा ही किया था डायबिटीज और ओबेसिटी एक्सपर्ट डॉ. मल्हार गनला ने. डॉ. गनला ने हाल ही में अपनी वेट लॉस जर्नी इंस्टाग्राम पर शेयर की थी. जिसमें उन्होंने बताया कि कैसे वजन बढ़ने का कारण पहचानकर उन्होंने सिर्फ 3 महीने में 12 किलो वजन कम किया वह भी बिना किसी स्ट्रिक्ट डाइट और भारी-भरकम वर्कआउट के.
सबसे पहले ब्लड टेस्ट करवाया
डॉ. गनला ने जब वजन कम करने का सोचा तो इसके लिए उन्होंने सबसे पहले अपना ब्लड टेस्ट करवाया. उन्हें खराब नींद, क्रेविंग और लगातार थकान महसूस होती थी. ब्लड टेस्ट कराने से पता चला कि उनका फास्टिंग इंसुलिन बहुत ज्यादा था और शरीर में विटामिन B12 और विटामिन D3 के लेवल काफी कम थे.
वे कहते हैं कि ब्लड टेस्ट से उन्हें वजन बढ़ने का कारण और शरीर में किस चीज की कमी है यह पता चला. डॉक्टर की सलाह पर उन्होंने वजन घटाने के लिए डाइटिंग करने के बजाय पहले शरीर को सही न्यूट्रिशन दिया. इसके लिए उन्होंने सप्लीमेंट, स्मूदी और सलाद लेना शुरू किया ताकि शरीर में जरूरी पोषक तत्वों की कमी पूरी हो सके.
जंक फूड से बनाई दूरी
जब उनके न्यूट्रिशन लेवल ठीक होने लगे तब उन्होंने नमक, चीनी और तेल खासकर बाहर के खाने से धीरे-धीरे दूरी बनानी शुरू की. उन्होंने सब कुछ एकदम से बंद नहीं किया, बल्कि धीरे-धीरे आदत बदली. लगभग एक महीने बाद, उन्हें जंक फूड खाने की इच्छा कम होने लगी और लगभग छह हफ्तों में उन्होंने पूरी तरह इन चीजों को खाना बंद कर दिया. इस दौरान उनका मकसद कैलोरी काउंट नहीं था, बल्कि खाने की आदत को बदलना और पेट को भारी खाने से आराम देना था.
खाने में कार्ब कम किया
जंक फूड छोड़ने के बाद, डॉ. गनला ने अपने खाने में कार्बोहाइड्रेट (रोटी–चावल) कम करना शुरू किया. पहले वह तीनों टाइम कार्ब खाते थे लेकिन अब वे उसे सिर्फ रात के खाने में लेते थे. वे कहते हैं कि अगर रात में कार्ब नहीं खाते तो सुबह बहुत भूख लगती. इसलिए उन्होंने कार्ब रात में ही रखा और सुबह-दोपहर में इसे हटा दिया. इसके अलावा सुबह उन्होंने प्रोटीन वाला नाश्ता करना शुरू किया जैसे अंडे, मिलेट्स या कोई भी प्रोटीन वाली चीज और दोपहर में दाल, एक सब्जी और सलाद बिना चावल–रोटी के लेते थे.
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