नहीं रहे एक्टर सतीश शाह, इसी साल कराया था किडनी ट्रांसप्लांट, अनदेखा न करें किडनी फेलियर के शुरुआती संकेत

'मैं हूं ना' फेम एक्टर सतीश शाह के अचानक निधन से पूरी फिल्म इंडस्ट्री में शोक की लहर दौड़ गई है. किडनी फेलियर की वजह से एक्टर का निधन हुआ है, इस बीमारी के शुरुआती लक्षण हमें बिल्कुल नजरअंदाज नहीं करने चाहिए.

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किडनी फेल होने से पहले शरीर में यह संकेत दिखते हैं. (Photo: ITG) किडनी फेल होने से पहले शरीर में यह संकेत दिखते हैं. (Photo: ITG)

आजतक हेल्थ डेस्क

  • नई दिल्ली,
  • 26 अक्टूबर 2025,
  • अपडेटेड 2:41 PM IST

Kidney failure Early Symptoms And Causes: भारतीय टेलीविजन और सिनेमा का एक ऐसा चेहरा, जिसने हंसी के ठहाकों और यादगार किरदारों से दर्शकों के दिलों में अपनी एक खास जगह बनाई थी, अब हमारे बीच नहीं रहे. बॉलीवुड एक्टर सतीश शाह ने 25 अक्टूबर की दोपहर मुंबई के हिंदुजा अस्पताल में अपनी आखिरी सांस ली, उनके निधन की खबर सुनकर उनके चाहने वालों को गहरा सदमा लगा है. 

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'साराभाई बनाम साराभाई' में इंद्रवधन साराभाई के तौर पर उनकी एक्टिंग आज भी दर्शकों के दिलों में जिंदा है. जानकारी के अनुसार, एक्टर लंबे समय से किडनी से जुड़ी बीमारी से जूझ रहे थे. सतीश शाह के करीबी दोस्त सचिन पिलगांवकर ने एक इंटरव्यू में बताया है कि उन्होंने साल 2025 की शुरुआत में किडनी ट्रांसप्लॉन्ट कराया था. 

किडनी से जुड़ी समस्या पिछले कुछ समय से ज्यादा बढ़ गई है और किडनी फेलियर एक बड़ी दिक्तत बन गई है, जो हर उम्र के लोगों को अपनी चपेट में ले रही है. आपको बताते हैं कि किडनी फेलियर क्या है और इसके शुरुआती लक्षण और कारण क्या हैं. किडनी फेल होने से पहले शरीर हमें चेतावनी संकेत देता है, जिन्हें हमें गलती से भी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए.

किडनी फेलियर कब होता है?

किडनी फेलियर तब होता है जब किडनी अपने काम यानी ब्लड से टॉक्सिन और एक्सट्रा लिक्विड पदार्थ को फिल्टर करने की शक्ति खो देती है. अगर समय रहते इलाज न हो तो यह समस्या गंभीर हो सकती है और यह धीरे-धीरे क्रॉनिक या एक्यूट में भी बदल सकती है. किडनी हमारी बॉडी का सबसे अहम पार्ट होता है, इसलिए इसे अपनी किडनी का बहुत ध्यान रखना चाहिए.

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किडनी फेलियर के सावधान करने वाले लक्षण

  • अत्यधिक थकान, कमजोरी या एनर्जी की कमी.
  • टखनों, पैरों या आंखों के आसपास सूजन होना.
  • पेशाब में बदलाव, ज्यादा या कम मात्रा पेशाब आना, झागदार पेशाब, या खून आना.
  • भूख न लगना, मिचली या उल्टी आना.
  • लगातार खुजली या सूखी, पपड़ीदार स्किन.
  • सोते समय या लेटे हुए सांस लेने में परेशानी होना.

किडनी फेलियर के क्या कारण होते हैं?

  • लंबे समय तक हाई ब्लड प्रेशर
  • अनियंत्रित डायबिटीज
  • बार-बार होने वाले किडनी इंफेक्शन
  • किडनी स्टोन या अन्य रुकावटें.

किडनी को सेफ रखने के लिए अपनाएं ये तरीके

पर्याप्त पानी पिएं

दिनभर में 6-8 गिलास पानी पीना किडनी को हेल्दी रखने के लिए जरूरी है. यह शरीर से टॉक्सिन और अपशिष्ट को बाहर निकालता है.

बैलेंस और हेल्दी डाइट अपनाएं

अधिक नमक, तला-भुना और प्रोसेस्ड फूड खाने से बचें. सब्जियां, फल, साबुत अनाज और दालों को अपनी डाइट का हिस्सा बनाएं.

ब्लड प्रेशर और शुगर कंट्रोल करें

हाई ब्लड प्रेशर और अनियंत्रित डायबिटीज किडनी फेलियर का बड़ा कारण हैं. इसलिए इन दोनों को कंट्रोल करने के लिए नियमित करवाएं और दवाइयां समय पर लें.

ज्यादा दवाइयों का सेवन न करें

पेनकिलर्स और कुछ एंटीबायोटिक्स का लंबे समय तक खाना किडनी को नुकसान पहुंचा सकता है.

नियमित एक्सरसाइज और फिटनेस 

हल्की वॉक, योग या स्ट्रेचिंग से शरीर में ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है और हमारी किडनी भी हेल्दी रहती है.

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अल्कोहल और धूम्रपान से बचें

शराब और स्मोकिंग किडनी पर दबाव डालते हैं और फेल होने का जोखिम बढ़ा सकते हैं. इसलिए इन दोनों का ही सेवन नहीं करना चाहिए.

किडनी फंक्शन की नियमित जांच करवाएं

खासकर 40 साल के बाद साल में 1-2 बार किडनी की जांच कराएं. क्योंकि शुरुआती लक्षण पकड़ने से हर गंभीर समस्या रोकी जा सकती है.

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