राजस्थान की अंता विधानसभा सीट पर उपचुनाव की तैयारियों के बीच सोशल मीडिया पर कारों के विशाल काफिले की एक तस्वीर वायरल हो गई है. इसे शेयर करते हुए कुछ लोग कह रहे हैं कि इस सीट पर लड़ रहे निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा के समर्थन में राजस्थान के व्यवसायी मातादीन गुर्जर पणिहार 1000 कारें भेज रहे हैं.
वायरल तस्वीर में दिख रही कारों के सामने वाले शीशे पर 'नरेश मीणा' लिखा है. साथ ही, कारों की कतारों के बीच में पुलिसवाले भी खड़े दिख रहे हैं.
गौरतलब है कि अंता सहित सात राज्यों की आठ विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए 11 नवंबर को वोटिंग और 14 नवंबर को वोटों की गिनती होगी.
एक एक्स यूजर ने इस फोटो को शेयर करते हुए लिखा, "#Livebreakingnews अंता (बारां) मातादीन गुर्जर जी की ओर से अंता चुनाव के लिए 1000 गाड़ी तैयार. जल्दी ही पहुंचेंगी अंता."
पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है.
आजतक फैक्ट चेक ने पाया कि ये तस्वीर AI जेनरेटेड है. नरेश मीणा ने खुद आजतक को बताया है कि व्यवसायी मातादीन गुर्जर पणिहार ने अभी तक उनसे चुनाव में सहयोग के लिए 1000 गाड़ियां भेजने की कोई बात नहीं कही है.
कैसे पता लगाई सच्चाई?
वायरल फोटो में ऐसी कई गड़बड़ियां हैं जिनसे इसके AI से बने होने का पता चलता है. उदाहरण के तौर पर, कारों की नंबर प्लेट पर अजीबोगरीब नंबर लिखे हैं और पीछे खड़े पुलिसवालों के शरीर आपस में गड्डमड्ड होते से लगते हैं.
हमने AI से बनी तस्वीरें पहचानने वाले टूल्स 'एआई ऑर नॉट' और 'इमेज व्हिसपरर' की मदद से वायरल फोटो की जांच की. इन टूल्स ने भी इसे AI जेनरेटेड बताया.
हमने इस बारे में और जानकारी पाने के लिए नरेश मीणा से संपर्क किया. उन्होंने हमें बताया कि उनके और मातादीन गुर्जर के बीच कुछ गलतफहमी हो गई थी लेकिन अब सब ठीक है. इस फोटो को उन्होंने भी फर्जी बताया और कहा कि कारें भेजने को लेकर उनकी मातादीन से कोई बात नहीं हुई है.
कौन हैं मातादीन गुर्जर पणिहार?
मातादीन गुर्जर पणिहार MRDS नाम की रियल एस्टेट कंपनी के चेयरमैन हैं. कुछ खबरों के ">मुताबिक सितंबर में जब नरेश मीणा, झालावाड़ में स्कूल की छत गिरने से जान गंवाने वाले बच्चों के पीड़ित परिवारों को न्याय दिलाने के लिए अनशन कर रहे थे तब मातादीन ने उन्हें समर्थन दिया था. साथ ही, उन्होंने कुछ अन्य व्यापारियों के साथ मिलकर पीड़ित परिवारों की 51 लाख रुपये की मदद भी की थी.
अधिकतम 40 लाख रुपये के खर्च की है अनुमति
द टाइम्स ऑफ इंडिया और ईटीवी भारत के मुताबिक विधानसभा चुनाव में प्रत्याशियों के खर्च की अधिकतम सीमा 40 लाख रुपये है. साफ है, कारों के काफिले की एक फर्जी तस्वीर को अंता उपचुनाव के संदर्भ में शेयर किया जा रहा है.
ज्योति द्विवेदी