सीरियल 'शक्ति' की सौम्या यानी रुबीना दिलैक इन दिनों प्रकृति के करीब अपना जीवन बिता रही हैं. इस लॉकडाउन में उन्होंने फैसला लिया है कि वो ज्यादा से ज्यादा समय अपने परिवार के साथ बिताएंगी. इसलिए वो अपने पति अभिनव शुक्ला के साथ मुंबई से अपने गांव चोपाल चली गई हैं जो कि हिमाचल प्रदेश में है.
आजतक के साथ खास बातचीत में अपने मुंबई से हिमाचल प्रदेश के सफर के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि, "जबसे ये लॉकडाउन शुरू हुआ था मैं तब से चाह रही थी कि ये जो वक़्त है वो अपनों के साथ बीते, अपनों के पास बीते और खुले आसमान के नीचे बीते तो शायद इस वक़्त को काटना आसान हो जाएगा. पिछले ढाई-तीन महीने से मैं और अभिनव सोच रहे थे कैसे हम अपने घर हिमाचल पहुंच सकें. हम काफी समय से कोशिश कर रहे थे.
फाइनली ढाई महीने बाद हम ये फैसला कर पाए. हम फ्लाइट से मुंबई से लुधियाना पहुंचे, फिर लुधियाना से हिमाचल तक हमने रोड जर्नी की और फाइनली अपने घर पहुंच पाए. यहां पर सबसे बड़ा प्लस पॉइंट ये है कि हिमाचल में मेरा जो गांव है चोपाल, वो ग्रीन ज़ोन है. फ्रूट सीज़न है, हमारे पास फार्म्स हैं, तो हम खुले आसमान के नीचे अपना वक़्त बीता रहे हैं और इस वक़्त को जीना, अपने आपको रिवाइव करना, मतलब ये बहुत ही रिलैक्सिंग और सूदिंग टाइम है हमारे लिए.
बीच में खबरें आ रही थीं रुबीना दिलैक ने सीरियल 'जग जननी मां वैष्णो देवी' करने से इसलिए इंकार कर दिया क्योंकि वो प्रेग्नेंट हैं. इस खबर को अफवाह बताते हुए रुबीना ने कहा- मैं प्रेग्नेंट हूं और मैं मां बनने वाली हूं ये बस एक अफवाहें हैं. अभी फिलहाल हम ऐसा कुछ नहीं सोच रहे हैं.
लेकिन हां भविष्य में हम जरूर फैमिली प्लानिंग करेंगे. जिन्होंने अपनी शुभकामनाएं भेजी उसके लिए शुक्रिया, आप सभी का प्यार हम हमेशा चाहेंगे और जब कभी भी ये गुडन्यूज़ हमारी लाइफ में आएगी तो जैसे हम हर सुख-दुख आपके साथ शेयर करते हैं, ये भी ज़रूर आपके साथ शेयर करेंगे.
साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि छोटे परदे पर या किसी भी माध्यम पर शायद इस साल मैं ना दिखूं, पर अगर कोई अच्छा अवसर मिले तो ज़रूर उसे कंसीडर करूंगी. फिलहाल के लिए मैं अपने फैंस, शुभचिंतक और फॉलोवर्स से सोशल मीडिया के माध्यम से ज़रूर कनेक्टेड रहूंगी. ये साल मैंने डेडिकेट किया है अपने परिवार, अपने रिलेशनशिप के लिए. एक बेसिक लाइफ जीना चाहती हूं ताकि मैं अपनी जड़ों से जुडी रहूं. ये साल सिर्फ परिवार, मेन्टल हेल्थ, वेल बीइंग के लिए डेडिकेटेड है.
कोविड 19 की स्थिति में जहां लोग स्ट्रेस्ड हैं वहीं रुबीना ने इस समय को पॉज़िटिव तरीके से लिया है. उनका कहना है- कोविड 19 ने हमारे लिए वक़्त का रुख मोड़ा है. हम अब जाकर अपने लिए और परिवार के लिए वक़्त निकाल पाए हैं. स्पेशली हमारी जो इंडस्ट्री है, जहां हर वक़्त एक होड़ लगी रहती है ज़्यादा काम करने की, ज़्यादा पैसे कमाने की, फेम कमाने की. लेकिन इस पंडामिक में सब स्थिर हो गया है. सबकी लाइफ में पॉज आ गया है.
मैंने इस लॉकडाउन में अपनी ज़िन्दगी का सबसे लो मोमेंट देखा है, अब धीरे-धीर उभर आई हूं और रिलेशनशिप्स में एक ग्रोथ देख रही हूं, मेन्टल हेल्थ में ग्रोथ देख रही हूं, ये सब मेरे लिए एक लाइफ ट्रान्सर्मिंग मोमेंट है. जो प्रकृति है वो हमें फिर से जीना सिखा रही है, हमें प्रकृति ने बनाया था कि हम प्रकृति के साथ रह सकें, करीब रह सकें और वो अवसर हमें मिला है, और मैं बहुत खुश हूं कि वापस अपने गांव आ पाई हूं, गांव में अपने खेतों में रहना, अपने फार्म्स में रहना, एक बेसिक लाइफ जीना, ये मेरे लिए बहुत ज़रूरी है.
रुबीना ने अपनी सेहत का राज भी बताया. उन्होंने कहा- जंक फूड खाना, बाहर का खाना या फिर डीप फ्राइड खाना, इन सबके लिए मां ने कभी एंकरेज किया ही नहीं. डैड ने भी कहा कि बाहर नहीं खाना, जो खाना है वो हम घर पर ही बनाएंगे. बचपन में ऐसा लगता था यार कितने कंट्रोलिंग पेरेंट्स हैं, बाहर खाने नहीं देते हैं, जाने नहीं देते हैं, हमेशा सुबह 5 बजे उठाकर योग करवाते हैं. उस समय बहुत ही कठिन लगता था लेकिन अब जाकर उसका महत्त्व समझ में आता है.
आज हम अगर इतने डिसिप्लिन हैं उन सबका क्रेडिट पेरेंट्स को जाता है. इसलिए अपने स्वास्थ्य का ख्याल रखना मुझे कोई स्पेशल टास्क नहीं लगता है क्योंकि ये बचपन से ही स्थायी है मेरे अंदर. मैं अपने लिए समय निकाल ही लेती हूं. योग करती हूं, सिंपल और सादा खाने में बिलीव करती हूं. जबसे अभिनव ज़िन्दगी में आए हैं तबसे जो थोड़ा बहुत चटपटा खाने का मन होता था अब वो भी एकदम क्लीन हो चुका है क्योंकि वो भी खाने के मामले में बहुत ज़्यादा डिसिप्लिंड हैं. मैं ये कहूंगी कि खाने का इतना शौक नहीं है, लेकिन जो अच्छा खाना है उसे हम बड़े चाव से खाते हैं.