प्रियंका के पोस्टर से मिली कहानी की ये डिटेल्स, क्या साइंस फिक्शन है राजामौली-महेश बाबू की फिल्म?

राजामौली की फिल्म Globetrotter से प्रियंका चोपड़ा का पोस्टर सामने आया है. लोग प्रियंका के इस फर्स्ट लुक पर ही अटके रह जा रहे हैं. मगर इसमें फिल्म की कहानी के कुछ बड़े हिंट हैं. इससे पहले आए पोस्टर के साथ देखा जाए तो लगता है इस बार राजामौली साइंस-फिक्शन में हाथ आजमाने वाले हैं. चलिए बताते हैं कैसे...

Advertisement
प्रियंका चोपड़ा के पोस्टर में छुपा है कहानी का हिंट (Photo: Instagram/@priyankachopra) प्रियंका चोपड़ा के पोस्टर में छुपा है कहानी का हिंट (Photo: Instagram/@priyankachopra)

सुबोध मिश्रा

  • नई दिल्ली ,
  • 14 नवंबर 2025,
  • अपडेटेड 9:05 AM IST

एस एस राजामौली की नई फिल्म को लेकर एक्साइटमेंट बढ़ती जा रही है. इसे और हवा देने वाला लेटेस्ट मैटेरियल हाल ही में सामने आया है. बुधवार को राजामौली ने अपनी फिल्म से प्रियंका चोपड़ा का पोस्टर शेयर किया है. फिल्म का टाइटल अभी तक नहीं रिवील किया गया है मगर लीड किरदार दुनिया भर में घूमता दिखेगा इसलिए फिलहाल इसे Globetrotter बुलाया जा रहा है. राजामौली 15 नवंबर को एक इवेंट में फिल्म का टाइटल और किरदार रिवील करेंगे मगर तबतक वो पोस्टर्स से माहौल बना रहे हैं.

Advertisement

पहले पोस्टर में हीरो महेश बाबू का चेहरा नहीं था. मगर उनके गले में एक लॉकेट था जिसमें भगवान शिव से जुड़े प्रतीक नजर आ रहे थे. Globetrotter का दूसरा पोस्टर विलेन का रोल कर रहे पृथ्वीराज सुकुमारन का था. उनका किरदार पैरालाईज्ड है और एक टेक्निकली एडवांस व्हीलचेयर पर बैठा है. उनका ये पोस्टर देखकर लोगों को स्वर्गीय साइंटिस्ट स्टीफन हॉकिंग याद आने लगे.

क्वालिटी की बात करें तो जहां पहला पोस्टर और अब प्रियंका का पोस्टर कुछ दिलचस्पी बढ़ाने वाले हैं. वहीं पृथ्वीराज वाले पोस्टर का डिजाईन बहुत साधारण लग रहा था. मगर इसमें कुछ ऐसी डिटेल्स थीं जो फिल्म की कहानी का एक हिंट हो सकती हैं. अब प्रियंका के पोस्टर में जो दिख रहा है, वो इन डिटेल्स से कनेक्ट हो रहा है. 

प्रियंका के पोस्टर में छुपी हैं ये दिलचस्प डिटेल्स 
Globetrotter के पोस्टर में प्रियंका पीली साड़ी पहने हुए एक्शन में नजर आ रही हैं. पोस्टर के साथ रिवील किया गया है कि उनके किरदार का नाम मंदाकिनी है. मंदाकिनी किसी पहाड़ के किनारे टाइप की जमीन से गिरती नजर आ रही है. उसकी गन से एक बुलेट फायर हो चुकी है. उसपर भी गोलियां बरस रही हैं, जिनमें से एक उसकी कमर को खरोंच मारती हुई निकल गई है. 

Advertisement

पीली साड़ी और प्रियंका के सौंदर्यशास्त्र से नजर हटाकर अगर आप इस पूरे फ्रेम को देखेंगे तो एक बहुत दिलचस्प चीज दिखेगी. प्रियंका जिस चट्टान से गिर रही हैं उसके बैकग्राउंड में, गोल ओपनिंग जैसा कुछ है. ये ओपनिंग चट्टान या पहाड़ में लग रही है और इसके पीछे का जो लैंडस्केप दिख रहा है, वो पहाड़ का नहीं है. पीछे ऐसा लगता है जैसे कोई प्राचीन स्ट्रक्चर है.

राजामौली की फिल्म के पोस्टर्स में छुपी है कहानी (Photo: Instagram/@priyankachopra)

प्राचीन सभ्यता का कोई अवशेष टाइप. पिलर्स और छज्जे इसमें नोटिस किए जा सकते हैं. उसके नीचे कुछ वैसी चौड़ी सीढ़ियां हैं, जैसी घाटों पर होती हैं. सीढ़ियों से दो लोग उतरते हुए नजर आ रहे हैं, जिनके ब्लैक आउटफिट से लगता है कि ये कुछ सोल्जर टाइप लोग हैं. 

प्रियंका के पीछे दिख रही ओपनिंग की बात करें तो ये साइंस-फिक्शन फिल्मों में दिखने वाले किसी पोर्टल जैसा है. जिन पोर्टल्स का इस्तेमाल करके लोग दूसरे यूनिवर्स या डायमेंशन में जा सकते हैं. इस अलग डायमेंशन वाली थ्योरी को, Globetrotter का पिछला पोस्टर भी सपोर्ट करता है. 

पृथ्वीराज के पोस्टर में भी लोगों ने नोटिस की थी ये डिटेल 
प्रियंका से पहले फिल्म से पृथ्वीराज सुकुमारन का पोस्टर आया था, जो फिल्म के विलेन कुंभ का किरदार निभा रहे हैं. पृथ्वीराज का पोस्टर तो सिनेमा फैन्स को बहुत साधारण लग रहा था. मगर इस पोस्टर में एक दिलचस्प डिटेल छिपी थी. पृथ्वीराज की व्हीलचेयर के बाएं पहिए के पास, बैकग्राउंड में एक कार खड़ी है और उसके साथ कुछ सोल्जर्स हैं. 

Advertisement
पृथ्वीराज के पोस्टर में छिपा था मिरर डायमेंशन का हिंट (Photo: Instagram/@priyankachopra)

पोस्टर के इस हिस्से को जूम करने पर आप देखेंगे कि कार की नंबर प्लेट उल्टी दिख रही है. कुछ वैसी, जैसी मिरर के सामने दिखेगी. इसी तरह सोल्जर्स ने अपने हथियार बाएं हाथ में पकड़े हुए हैं. रियलिटी में हमेशा सोल्जर्स के दाएं हाथ में गन होती है. एक नॉर्मल सोल्जर के पोस्चर को अगर मिरर करके देखा जाए तब ऐसा होता है कि वो बाएं हाथ में गन पकड़े दिखे. जैसे सोल्जर पोस्टर में दिख रहे हैं. 

राजामौली और उनके बेटे की पोस्ट में भी छुपी है डिटेल्स 
एक्टर की पहली झलक को हमेशा 'फर्स्ट लुक' कहा जाता है लेकिन अगर कोई 'लुक फर्स्ट' लिखेगा, तो आप यही कहेंगे कि उल्टा लिखा है. राजामौली ने पृथ्वीराज का पोस्टर शेयर करने से पहले एक सोशल मीडिया पोस्ट में ये जानकारी दी थी कि वो पोस्टर कब शेयर करेंगे. इस पोस्ट में उन्होंने लिखा था 'पृथ्वी का लुक फर्स्ट, आज...'! यानी नॉर्मल से उल्टा.

राजामौली के बेटे, असिस्टेंट डायरेक्टर और प्रोड्यूसर एस एस कार्तिकेय ने भी Globetrotter से पृथ्वीराज का पोस्टर अपने इंस्टाग्राम पर शेयर किया था. अपनी पोस्ट में उन्होंने लिखा था 'कुंभ एज पृथ्वीराज' यानी 'कुंभ, पृथ्वीराज के रोल में.' जाहिर सी बात है, ये भी उल्टा है. नॉर्मल सीधी लाइन होती 'पृथ्वीराज एज कुंभ' यानी 'कुंभ के रोल में पृथ्वीराज.' कई जिज्ञासु फैन्स ने राजामौली और कार्तिकेय के सोशल मीडिया पोस्ट्स में नोटिस किया था कि ये लोग कुछ चीजें उल्टी लिख रहे हैं. क्या ये इस बात का हिंट हो सकता है कि Globetrotter की कहानी में 'मिरर डायमेंशन' वाली थ्योरी चीज हो सकती है?

Advertisement

इस पोस्टर में एक और दिलचस्प चीज है— बाओबाब पेड़. इन पेड़ों को देखने में ऐसा लगता है कि ये उल्टे पेड़ हैं, जिनकी जड़ें ऊपर की तरफ हैं. लेकिन ये ऐसे ही होते हैं. अफ्रीका के मैदानों में पाए जाने वाले ये पेड़ मनुष्यों, जानवरों और पक्षियों के लिए उस सख्त माहौल में भी पानी, खाना और शेल्टर देते हैं. इसलिए बाओबाब पेड़ों को वहां 'जीवन का पेड़' भी कहा जाता है. पोस्टर में पृथ्वीराज के किरदार के पीछे इनका दिखना एक प्रतीक हो सकता है कि वो अपनी समस्या को ठीक करने वाली चीज तलाशने निकला है. 

क्या होती है मिरर डायमेंशन?
साइंस-फिक्शन में मिरर डायमेंशन एक बहुत दिलचस्प थ्योरी है. ये हमारे इस रियल संसार की एक काल्पनिक नकल है. ये रियल वर्ल्ड जैसा ही है मगर यहां जादुई शक्तियां इस्तेमाल की जा सकती हैं. और रियल वर्ल्ड को डिस्टर्ब किए बिना, लडाइयां हो सकती हैं. इसका एक इस्तेमाल आपने हॉलीवुड की सुपरहीरो फिल्म 'डॉक्टर स्ट्रेंज' में देखा होगा.

कहानी का लीड किरदार, डॉक्टर स्ट्रेंज, अपने जादू से एक पोर्टल खोलता है और पैरेलल या मिरर डायमेंशन में चला जाता है. जहां वो अपनी शक्तियों के इस्तेमाल से ब्रह्मांड के दुश्मनों से लड़ता रहता है. इस मिरर डायमेंशन वाली साइंस-फिक्शन थ्योरी का इस्तेमाल कई पॉपुलर हॉलीवुड फिल्मों में देक्खने को मिल जाता है. इसमें हीरो या विलेन मिरर-डायमेंशन के जरिए धरती को ही बदल देने की कोशिश करते नजर आते हैं. 

Advertisement

राजामौली की फिल्म में हो सकती है ये कहानी 
Globetrotter से सामने आए प्रमोशनल मैटेरियल से निकली डिटेल्स इस बात को बल देती हैं कि ये एक साइंस-फिक्शन फिल्म भी हो सकती है. जिसमें अपने पैरालाइज्ड शरीर की वजह से सीमित विलेन, कुंभ अपने माइंड और तकनीक के इस्तेमाल से मिरर डायमेंशन का इस्तेमाल करता है. संभव है कि कुंभ किसी प्राचीन शक्ति या चीज की तलाश में है जो उसके शरीर को शक्ति दे. मगर इसके लिए उसे किसी मजबूत आदमी की जरूरत है.

राजामौली और उनके बेटे की पोस्ट में भी लोगों ने खोजा हिंट (Photo: x/ssrajamouli; Instagram/@sskarthikeya)

शायद यहीं महेश बाबू का किरदार उसके काम आएगा, जो दुनिया भर में घूम रहा एक एडवेंचरर है. हो सकता है कि महेश बाबू के किरदार के पूर्वजों का कोई प्राचीन कनेक्शन भी कहानी में हो. यहीं पर फिल्म वाराणसी से जुड़ सकती है. प्रियंका का किरदार मंदाकिनी, इस कहानी में एक फाइटर वुमन टाइप है. चांस है कि महेश बाबू और पृथ्वीराज के किरदार अपने मिशन के बीच में मंदाकिनी से मिलें, और फिर वो भी इस एडवेंचर में शामिल हो जाए. 

Globetrotter के पोस्टर्स को सोशल मीडिया के सिनेमा लवर्स ने वैसे तो बहुत साधारण माना था. मगर इन पोस्टर्स में भी दिमाग को खुराक देने वाला भरपूर माल मौजूद है. हालांकि, ये सब अभी अनुमान ही है क्योंकि राजामौली अपनी स्क्रिप्ट्स और कहानियों को बक्से में रखकर चलते हैं. इसलिए कोई भी डिटेल पब्लिक नहीं हो पाती, जबतक वो खुद कुछ रिवील ना करें. 

Advertisement

इस रिवील के लिए उन्होंने 15 नवंबर को तगड़ा इवेंट प्लान किया है, जो जियो हॉटस्टार पर लाइव स्ट्रीम होगा. पहली बार किसी इंडियन फिल्म का लॉन्च इवेंट ओटीटी पर लाइव होने वाला है. राजामौली इस फिल्म को ग्लोबल ऑडियंस के लिए बना रहे हैं इसलिए उम्मीदें बहुत तगड़ी हैं. देखना है कि पोस्टर्स से मिल रहे हिंट से जो आईडियाज पकड़ में आ रहे हैं, वो राजामौली की फिल्म में सही साबित होते हैं या नहीं.  

---- समाप्त ----

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement