Param Sundari Review: पुरानी लव स्टोरी में AI का जोड़, दिखा SRK फैक्टर मगर दिल नहीं छू पाती

Param Sundari Review: परम सुंदरी एक रोमांटिक और क्रॉस-कल्चरल लव स्टोरी है, जिसमें सिद्धार्थ मल्होत्रा और जान्हवी कपूर का फ्रेश पेयर है. इसके बीच की केमिस्ट्री कैसी है, क्या इनकी लव स्टोरी दिल को छू पाती है? कहानी में कितना नयापन है, आइये आपको बताते हैं हमारे रिव्यू में...

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परम सुंदरी की कहानी में नहीं लगेगा नयापन (Photo: Instagram @sidmalhotra) परम सुंदरी की कहानी में नहीं लगेगा नयापन (Photo: Instagram @sidmalhotra)

आरती गुप्ता

  • नई दिल्ली,
  • 29 अगस्त 2025,
  • अपडेटेड 5:20 PM IST
फिल्म:रोमांटिक
1.5/5
  • कलाकार : सिद्धार्थ मल्होत्रा, जाह्नवी कपूर
  • निर्देशक :तुषार जलोटा

सिद्धार्थ मल्होत्रा, जाह्नवी कपूर की फ्रेश जोड़ी, तुषार जलोटा का डायरेक्शन और दिनेश विजान का प्रोडक्शन... 'परम सुंदरी', आज यानी 29 अगस्त को रिलीज हो चुकी है. केरल के खूबसूरत लोकेशन में पिक्चराइज्ड इस फिल्म की कहानी आपको कितना लुभा सकती है, आइये आपको बताते हैं हमारे इस रिव्यू में...

मासी, हॉरर जॉनर की फिल्मों की भरमार के बीच एक रोमांटिक फिल्म ने दस्तक दी, जहां सिद्धार्थ मल्होत्रा के चॉकलेटी चार्म और जाह्नवी कपूर की किलर अदाओं ने दर्शकों में एक उम्मीद की किरण जगाई. उम्मीद थी कि- रॉकी और रानी की प्रेम कहानी के बाद एक अच्छी फ्रेश लव स्टोरी देखने को मिलेगी. लेकिन क्या ऐसा हो पाया है?

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क्या है परम सुंदरी की कहानी?

जैसा कि ट्रेलर में आप देख चुके होंगे कि परम सुंदरी की कहानी की नॉर्थ-साउथ के दो अलग-अलग लोगों के मेल को दिखाती है. यहां परम सचदेवा (सिद्धार्थ मल्होत्रा) हैं, जो कि टोटल पंजाबी मुंडा हैं- जो प्यार नहीं बल्कि आज ये कल वो की थ्योरी में बिलीव करते हैं. वो कहते हैं कि AI के जमाने में लोग खुद पर नहीं बल्कि मशीन पर भरोसा करते हैं. इतना टेक्निकल माइंड सेट होने के बावजूद वो बिजनेस में फेल हैं.

वहीं दूसरी ओर हैं थेकेपट्टू दामोदरन सुंदरी पिल्लई उर्फी सुंदरी यानी जाह्नवी कपूर, जो किस्मत की मारी हैं. माता-पिता के अचानक चले जाने के बाद अपनी छोटी बहन के साथ छोटे-से गांव में होम-स्टे चलाकर सारी जिम्मेदारी संभालती हैं. इनकी मुलाकात भी एक AI ऐप के जरिए होती है, जहां इन्हें आखिर में रियलाइज होता है कि दोनों सोलमेट हैं. लेकिन जाहिर है, ये इतना आसान तो होगा नहीं, इसलिए बीच में ट्विस्ट जरूर हैं.

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सिंपल भाषा में समझते हैं फिल्म का ट्रीटमेंट

'परम सुंदरी' AI के जमाने में अपना सोलमेट मिलने की कहानी कहना चाहती है, लेकिन बेहद मैकेनिकल तरीके से चलती है. प्लॉट में आज की तकनीक का इस्तेमाल होने के बावजूद ओल्डर जेनरेशन को ही आगे आकर समझाना पड़ता है कि सोलमेट क्या होता है. 

फिल्म का फर्स्ट हाफ सिर्फ बिल्ड-अप में ही निकल जाता है. सच कहूं तो, इंटरवल तक आते-आते मैं उक्ताने लगी. मुझे लगा ही नहीं कि कोई फिल्म चल रही है. ना तो सिद्धार्थ-जाह्ववी की केमिस्ट्री और ना ही डायलॉग और ना ही रोमांटिक सीन्स मुझ पर कोई असर डाल पाए. फिल्म की कहानी इतने ढर्रे से आगे बढ़ती दिखती है कि मेरे जैसे बॉलीवुड रोमांटिक फिल्म लवर को समझ आ चुका होता है कि आगे क्या होने वाला है.    

अब मैं उम्मीद करती हूं कि इंटरवल के बाद तो कुछ तो नया देखने को मिलेगा! शायद फिल्म अपनी पेस पर आएगी. लेकिन मेरी उम्मीद घराशाई होती है. क्योंकि हीरो-हीरोइन अब भी कन्फ्यूज हैं, जिस बिजनेस प्लान से खुद को साबित करने परम केरल गया है, वो भी फ्लॉप हो चुका है. फिर आता है कन्फ्रंटेशन का वक्त, जहां आपको लगता है कोई ड्रामा क्रिएट होगा लेकिन यहां भी नाउम्मीदी की मशाल जला दी जाती है. अंत में परम के पिता यानी संजय कपूर उन्हें उनकी असली फीलिंग्स का एहसास दिलाते हैं.

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फिल्म का स्क्रीनप्ले बेहद फ्लैट है, गाने भी औसत लगते हैं. फिल्म में इमोशन्स दिखाए तो जा रहे हैं लेकिन वो आपके दिल को छूने में नाकामयाब साबित होते हैं. 2 घंटे 16 मिनट की ये फिल्म भी आपको लंबी लग सकती हैं. जो कि मुझे तो जाहिर है- लगी है. ट्रेलर में जो मोनोलॉग आपने जाह्नवी को देते हुए देखा था, वो फिल्म में थोड़ा और लंबा है. वो सही मायने में असरदार है. 

जो दिल को सुकून देता है वो है केरल का खूबसूरत लोकेशन, सिद्धार्थ मल्होत्रा का चार्म, और जाह्नवी कपूर का साउथ इंडियन लुक. दोनों साथ में क्यूट लगे हैं, लेकिन दर्शकों पर जादू बिखेरने में थोड़े पीछे रह गए हैं. वहीं उनके दोस्त का कैरैक्टर निभा रहे मनजोत सिंह काफी अच्छे लगे हैं, उनके सीन्स और डायलॉग्स से आपको हंसने का मौका मिलता है. 

शाहरुख को स्पेशल ट्रिब्यूट

नोट करने लायक बात ये है कि, परम सुंदरी फिल्म में शाहरुख खान फैक्टर का खास इस्तेमाल किया गया है. फिल्म में कई मौकों पर सिद्धार्थ मल्होत्रा शाहरुख खान के गाने या उनकी फिल्म के डायलॉग को दोहराते दिखते हैं. जो अनायास ही शाहरुख फैंस के चेहरे पर स्माइल ले आती है. अब चाहे वो जाह्नवी को रिझाना हो या नाव रेस जीतना या फिर गांववालों को इम्प्रेस करना. 

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