प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बिहार दौरा इस बार सिर्फ राजनीति नहीं, बल्कि परंपरा और भावनाओं के कारण भी चर्चा में रहा. रविवार को जब वे नालंदा में जनसभा को संबोधित कर रहे थे, तब वहां का नज़ारा देखने लायक था. हजारों लोग सड़कों पर उमड़ पड़े थे, प्रधानमंत्री मोदी की एक झलक पाने को बेताब.
लेकिन इस भीड़ में एक अनोखी चीज़ ने सबका ध्यान खींच गई - कुछ स्थानीय लोग अपने साथ मछलियां लेकर आए थे. वे प्रधानमंत्री को शुभकामना के तौर पर मछली भेंट करना चाहते थे. यह दृश्य नालंदा की परंपरा और स्थानीय संस्कृति की झलक दिखा रहा था.
नालंदा और आसपास के इलाकों में मछली को शुभता, सौभाग्य और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है. किसी सम्मानित व्यक्ति के स्वागत या खास अवसर पर मछली भेंट करना यहां की पुरानी परंपरा है. स्थानीय लोगों ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी को मछली देना उनके लिए 'गुड लक' और सफलता की कामना का प्रतीक था.
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उत्सव जैसा माहौल, जनता में जोश
जनसभा के दौरान माहौल पूरी तरह उत्सव जैसा था. हर तरफ 'मोदी-मोदी' के नारे गूंज रहे थे. प्रधानमंत्री ने भी लोगों की ओर हाथ हिलाकर अभिवादन किया और मुस्कुराते हुए उनकी भावनाओं का सम्मान किया. बच्चे, महिलाएं और बुजुर्ग - सबकी आंखों में उत्साह और उम्मीदें झलक रही थीं.
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