झारखंड विधानसभा चुनाव से पहले राज्य में राजनीतिक सरगर्मी बढ़ गई है. बीजेपी मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर उनकी उम्र में हेरफेर को लेकर हमलावर है. वहीं अब हेमंत सोरेन ने आरोप लगाया है कि पीएम मोदी के आगामी झारखंड दौरे के चलते त्योहरों पर भी सरकारी कर्मचारियों को छुट्टी नहीं मिल रही है. उन्होंने चुनाव आयोग से कर्मचारियों को छुट्टी दिलाने का अनुरोध किया है, जिससे वे अपने परिवार के साथ पर्व-त्योहार मना सकें.
हेमंत सोरेन ने अपने X हैंडल से एक पोस्ट किया, '31 अक्टूबर को दीपावली थी, अब भैया दूज, सोहराय, गोहाल पूजा, बांधना पर्व और चित्रगुप्त पूजा है और 4 से 8 नवंबर तक छठ महापर्व है. ये पर्व झारखंड के लोगों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं. इसमें सभी आमजन, सरकारी कर्मी, पुलिस कर्मी छुट्टी लेकर अपने घर जाते हैं. लेकिन सूचना मिली है कि जिला प्रशासन चुनाव एवं प्रधानमंत्री के प्रस्तावित दौरे को लेकर कर्मचारियों को किसी प्रकार की छुट्टी नहीं दे रहा है.'
उन्होंने आगे लिखा, 'चुनाव आयोग से अनुरोध है कि जिलों के डीसी और एसपी को स्पष्ट निर्देश दें कि पूजा हेतु इन कर्मियों को छुट्टियां दी जाएं, उनकी छुट्टियां रद्द न हों. साथ ही बड़ी संख्या में बस एवं अन्य वाहनों को जिला प्रशासन ने चुनाव कार्य हेतु जब्त कर रखा है. वे इन वाहनों को 2 से 8 नवंबर तक अस्थायी रूप से छोड़ें, ताकि आस्था के महापर्व छठ के अवसर पर घर पहुंचने में लोगों को असुविधा न हो.'
इधर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने आगामी विधानसभा चुनाव के लिए बरहेट सीट से अपना नामांकन दाखिल कर दिया है. उन्होंने चुनाव आयोग में हलफनामा (शपथ पत्र) दाखिल किया है, उसके मुताबिक उनकी उम्र 5 साल के अंतराल में 7 साल बढ़ गई है. हेमंत ने 2019 में जो नामांकन पत्र भरा था, उसमें उनकी उम्र 42 साल थी, लेकिन इस साल के नामांकन पत्र में उनकी उम्र 49 साल बताई गई है. बीजेपी ने इसे मुद्दा बनाकर चुनाव आयोग से हेमंत सोरेन का नामांकन रद्द करने की मांग की है.
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