3 ने खुदकुशी की, एक को ब्रेन स्ट्रोक... क्या चुनावी राज्यों में SIR का प्रेशर नहीं सह पा रहे BLO?

SIR प्रक्रिया को लेकर चुनाव आयोग की तरफ से सख्त चेतावनी दी गई है कि प्रक्रिया में गलतियों के लिए बीएलओ जिम्मेदार होंगे. 12 राज्यों में एसआईआर चल रहा है और इस बीच केरल, राजस्थान और पश्चिम बंगाल में तीन BLO ने आत्महत्या कर ली है. वहीं तमिलनाडु में एक BLO ने आत्महत्या करने की कोशिश की है.

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चुनाव आयोग द्वारा 12 राज्यों में SIR किया जा रहा है. (Photo: Ranjan Rahi) चुनाव आयोग द्वारा 12 राज्यों में SIR किया जा रहा है. (Photo: Ranjan Rahi)

अनुपम मिश्रा / अनघा

  • नई दिल्ली,
  • 19 नवंबर 2025,
  • अपडेटेड 11:58 AM IST

पश्चिम बंगाल में स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) प्रक्रिया को लेकर जारी विवाद के बीच एक और बूथ लेवल ऑफिसर (BLO) ने सुसाइड कर लिया है. जलपाईगुड़ी के मालबाजार क्षेत्र में 20/101 नंबर बूथ पर तैनात BLO शांति मणि (ICDS वर्कर) ने बुधवार को कथित रूप से आत्महत्या कर ली. परिवार का कहना है कि वह कई दिनों से SIR से जुड़े भारी काम के दबाव और भाषाई दिक्कतों के चलते गहरे मानसिक तनाव में थीं.

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शांति मणि बूथ नंबर 20/101 पर BLO की जिम्मेदारी निभा रही थीं. यह इलाका चाय बागान बहुल है, जहां ज्यादातर लोग हिंदी भाषी हैं. चूंकि शांति मणि बंगाली अच्छी तरह नहीं समझती थीं, इसलिए उन्हें लोगों से बातचीत में बार-बार मुश्किल होती थी. परिवार कहता है कि रोज सुबह से दोपहर तक फील्ड में काम और शाम को डाटा एंट्री और दस्तावेजों की जांच से वह मानसिक रूप से टूट चुकी थीं.

यह भी पढ़ें: 2 आत्महत्याएं, 3 राज्यों में प्रदर्शन... SIR प्रक्रिया में कैसे BLO पर बढ़ा काम का दबाव

शांति के पति ने बताया, "वह रोज कहती थीं कि मुझे भाषा नहीं आती, लोग मुझसे सवाल करते हैं, मैं जवाब नहीं दे पाती. लोग घेर लेते थे और मैं परेशान हो जाती थी. शाम तक उनका मानसिक संतुलन ठीक नहीं रहता था."

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इस्तीफा देने की कोशिश लेकिन स्वीकार नहीं किया गया

परिवार के अनुसार, शांति मणि ने स्थिति से परेशान होकर ब्लॉक दफ्तर जाकर BLO पद से इस्तीफा देने की कोशिश भी की थी, लेकिन संयुक्त ब्लॉक विकास कार्यालय (Joint BDO) ने उनका इस्तीफा स्वीकार नहीं किया. पति का कहना है, "उन्होंने ब्लॉक प्रशासन से बार-बार गुहार लगाई, लेकिन कहा गया कि काम जारी रखना होगा."

तेजी से बढ़ते काम का दबाव, अचानक आने वाले आदेश और देर रात तक मिलने वाले निर्देशों ने स्थिति और भयावह बना दी थी. राज्य में कई जिलों में BLOs ने खुलकर आरोप लगाए हैं कि SIR के दौरान उनसे असंभावित समयसीमा में भारी मात्रा में डिजिटल एंट्री और फील्ड वेरिफिकेशन कराया जा रहा है.

इसी बीच, क्षेत्र के विधायक और मंत्री बुलु चिक बड़ाइक घटनास्थल पर पहुंचे और परिवार से मुलाकात की. उन्होंने माना कि BLOs पर अत्यधिक मानसिक दबाव है. उन्होंने कहा, "निर्धारित समय सीमा बहुत कम है, जिसके कारण उन पर असामान्य वर्कलोड डाल दिया गया है."

यह भी पढ़ें: 'SIR प्रक्रिया में लापरवाही बर्दाश्त नहीं, चूक हुई तो अधिकारी होंगे जिम्मेदार', चुनाव आयोग की सख्त चेतावनी

केरल-राजस्थान में भी BLO ने की आत्महत्या

शांति मणि की मौत ऐसे समय में हुई है जब पिछले सप्ताह पूर्व बर्धमान में भी एक BLO नमिता हांसदा (50) की ब्रेन स्ट्रोक से मौत हो गई थी. परिवार ने बताया कि वह भी SIR के भारी दबाव में थीं. वहीं केरल और राजस्थान में दो बीएलओ ने आत्महत्या की है.

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इनके अलावा, SIR प्रक्रिया शुरू होने के बाद अब तक नौ मौतों की खबरें सामने आ चुकी हैं, जिनमें छह आत्महत्याएं शामिल बताई जा रही हैं. इनमें से कई लोग वोटर लिस्ट से नाम कटने की आशंका और SIR से जुड़ी परेशानियों के डर में थे.

तमिलनाडु में BLO की सुसाइड की कोशिश

तमिलनाडु के पट्टेश्वरम पुलिस स्टेशन क्षेत्र में एक वरिष्ठ आंगनवाड़ी बीएलओ ने कथित तौर पर काम के दबाव की वजह से आत्महत्या करने की कोशिश की. आंगनवाड़ी कार्यकर्ता ने कथित रूप से अत्यधिक तनाव और उम्र से जुड़ी परेशानियों के चलते घर में मौजूद दवाइयां खा लीं.

पुलिस के अनुसार, महिला की शादी नहीं हुई थी और वह अकेले रहती थीं लगातार बढ़ते काम के बोझ और अकेलेपन ने उन्हें अवसाद की स्थिति में धकेल दिया था. दवाइयां लेने के बाद उन्होंने बाकी आंगनवाड़ी कर्मियों को व्हाट्सऐप पर संदेश भेजकर बताया कि उन्होंने क्या-क्या खाया है. 

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