चुनाव आयोग (EC) ने मंगलवार को कहा कि पश्चिम बंगाल में मतदाता सूचियों के विशेष सघन पुनरीक्षण (Special Intensive Revision - SIR) की प्रक्रिया के दौरान यदि कोई चूक पाई जाती है, तो संबंधित अधिकारियों को जवाबदेह ठहराया जाएगा.
एक अधिकारी के अनुसार, उप निर्वाचन आयुक्त ज्ञानेश भारती ने कोलकाता में समीक्षा बैठकों की अध्यक्षता करते हुए यह बयान दिया. भारती ने वरिष्ठ EC अधिकारियों के साथ मिलकर उत्तर और दक्षिण 24 परगना जिलों, और कोलकाता उत्तर व कोलकाता दक्षिण लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों के जिला चुनाव अधिकारियों (DEOs) और निर्वाचक पंजीकरण अधिकारियों (EROs) के साथ बैठकें कीं.
मुख्य निर्वाचन अधिकारी मनोज कुमार अग्रवाल भी इन बैठकों में उपस्थित थे. एक अधिकारी ने कहा, "उप निर्वाचन आयुक्त ने बैठक के दौरान चुनाव आयोग के सख्त रुख को रेखांकित किया. कोलकाता उत्तर और कोलकाता दक्षिण के चुनाव अधिकारियों ने SIR प्रक्रिया की प्रगति पर एक विस्तृत प्रस्तुति दी."
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भारती ने अलीपुर में एक बैठक में दक्षिण 24 परगना में SIR की प्रगति की भी समीक्षा की. वह बुधवार को नदिया जिले में इस अभ्यास की प्रगति की समीक्षा करेंगे.
शाम 6 बजे तक, राज्य में 7.63 करोड़ गणना फॉर्म वितरित किए जा चुके हैं, जो 99.66 प्रतिशत कवरेज दर्शाता है. वितरित किए गए कुल फॉर्मों में से 1.09 करोड़ चुनावी फॉर्मों का डिजिटलीकरण किया गया है, जो 14.24 प्रतिशत है.
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