अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच सीमा पर तनाव फिर भड़क गया है. 15 अक्टूबर 2025 को पाकिस्तान ने अफगानिस्तान के कंधार प्रांत के स्पिन बोल्दक जिले पर एयरस्ट्राइक की. कई नागरिक मारे गए. तालिबान ने इसे 'धोखा' कहा है, क्योंकि ये हमला सीजफायर की घोषणा से ठीक पहले हुआ. क्या तालिबान अब फिर जवाब देगा?
अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच 2600 km लंबी 'डुरांड लाइन' सीमा हमेशा विवादित रही है. पाकिस्तान का आरोप है कि अफगानिस्तान तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) जैसे आतंकी गुटों को पनाह देता है, जो पाकिस्तान पर हमले करते हैं.
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दूसरी तरफ, तालिबान कहता है कि पाकिस्तान अफगानिस्तान में घुसपैठ करता है. नागरिकों को निशाना बनाता है. 2025 में ये तनाव चरम पर पहुंच गया. 9 अक्टूबर को पाकिस्तान ने अफगानिस्तान पर पहली एयरस्ट्राइक की, जिसमें तालिबान के ठिकानों को निशाना बनाया.
उसके बाद से दोनों तरफ से गोलीबारी और हमले हो रहे हैं. कुर्रम, चमन और स्पिन बोल्दक जैसे इलाकों में झड़पें तेज हो गईं. ये सब कुछ हफ्ते से चल रहा था, जिसमें दर्जनों लोग मारे जा चुके थे.
15 अक्टूबर की सुबह करीब 4 बजे सीमा पर भारी गोलीबारी शुरू हो गई. तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद के मुताबिक, पाकिस्तानी सेना ने हल्के और भारी हथियारों से पहले हमला किया.तालिबान लड़ाकों ने जवाब दिया, लेकिन सुबह 8 बजे तक लड़ाई चली.
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फिर पाकिस्तानी एयर फोर्स ने स्पिन बोल्दक पर बमबारी की. वीडियो फुटेज में धमाकों की आवाज और काले धुएं के गुबार दिख रहे हैं. ये हमला तालिबान के सैन्य ठिकानों पर था, लेकिन नागरिक इलाकों में भी तबाही हुई. पाकिस्तान का दावा है कि ये तालिबान के हमलों का जवाब था.
स्पिन बोल्दक कंधार का महत्वपूर्ण जिला है, जो पाकिस्तान के चमन बॉर्डर से सटा हुआ है. यहां व्यापार और आवाजाही ज्यादा होती है, इसलिए हमले से आम लोगों पर असर पड़ा.
तालिबान के मुताबिक, इस झड़प और एयरस्ट्राइक से 12 नागरिक मारे गए और 100 से ज्यादा घायल हुए. कुछ रिपोर्ट्स में 15-20 मौतें बताई गईं, जिनमें महिलाएं और बच्चे शामिल हैं. पाकिस्तानी सैनिकों की भी मौत हुई, जिनकी लाशें अस्पताल ले जाई गईं.
वीडियो में टूटे घर, धुंआ और घायलों की तस्वीरें दिख रही हैं. कंधार शहर तक धमाकों की आवाज सुनाई दी. अमेरिकी दूतावास ने भी अलर्ट जारी किया कि सीमा पर लड़ाई तेज हो गई है.
लड़ाई के ठीक बाद, 15 अक्टूबर को शाम करीब 6 बजे (पाकिस्तान समय) दोनों देशों ने 48 घंटे का अस्थायी सीजफायर घोषित कर दिया. ये 16 अक्टूबर को शाम तक चलेगा. पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने कहा कि दोनों पक्ष शांति बनाए रखेंगे. लेकिन तालिबान इसे 'धोखा' बता रहा है. उनका कहना है कि पाकिस्तान ने सीजफायर से ठीक पहले हमला किया, ताकि तालिबान कमजोर हो जाए. ये पहली बार नहीं – पहले भी ऐसे हमले हुए हैं.
अभी तक तालिबान ने सीजफायर का पालन किया है, लेकिन मुजाहिद ने चेतावनी दी है कि अगर पाकिस्तान फिर धोखा देगा, तो जवाब दिया जाएगा. कुछ रिपोर्ट्स कहती हैं कि तालिबान ने काबुल और कंधार में पाकिस्तानी ठिकानों पर हमला करने की योजना बनाई है. लेकिन दोनों देश बातचीत से समाधान चाहते हैं. अगर सीजफायर टूटा, तो पूरा इलाका प्रभावित हो सकता है – व्यापार रुकेगा, लाखों लोग बेघर हो सकते हैं.
ऋचीक मिश्रा