स्ट्राइक ईगल, थंडरबोल्ट, अपाचे से अमेरिका का बड़ा हमला... ISIS के 70 से ज्यादा ठिकाने ध्वस्त

अमेरिकी सेना ने सीरिया में ISIS के 70 से ज्यादा ठिकानों पर बड़ा हवाई हमला किया. यह 'ऑपरेशन हॉकआई स्ट्राइक' 13 दिसंबर को मारे गए दो अमेरिकी सैनिकों और एक दुभाषिए का बदला है. F-15E स्ट्राइक ईगल, A-10C वारथॉग और AH-64E अपाचे का इस्तेमाल हुआ. शहीदों के नाम हथियारों पर लिखे गए थे.

Advertisement
ये है अमेरिकी वायुसेना का A-10C थंडरबोल्ट फाइटर जेट जिसने आईएसआईएस के टारगेट्स को तबाह किया है. (File Photo: Getty) ये है अमेरिकी वायुसेना का A-10C थंडरबोल्ट फाइटर जेट जिसने आईएसआईएस के टारगेट्स को तबाह किया है. (File Photo: Getty)

ऋचीक मिश्रा

  • नई दिल्ली,
  • 20 दिसंबर 2025,
  • अपडेटेड 1:45 PM IST

अमेरिकी सेना ने सीरिया में इस्लामिक स्टेट (ISIS) के खिलाफ बड़ा सैन्य अभियान चलाया है. इस ऑपरेशन का नाम ऑपरेशन हॉकआई स्ट्राइक रखा गया है, जो आयोवा राज्य (जिसे हॉकआई स्टेट कहा जाता है) के नाम पर है. यह हमला 13 दिसंबर को पाल्मीरा शहर में हुए ISIS हमले का बदला है, जिसमें दो अमेरिकी सैनिक और एक दुभाषिया मारे गए थे.

Advertisement

अमेरिकी अधिकारियों के अनुसार, इस बड़े पैमाने के हमले में 70 से ज्यादा ISIS ठिकानों को निशाना बनाया गया. इनमें आतंकियों के हथियार भंडार, बुनियादी ढांचे और लड़ाकू स्थल शामिल थे. हमले में 100 से अधिक सटीक हथियारों (प्रिसिजन म्यूनिशन्स) का इस्तेमाल किया गया.  

यह भी पढ़ें: वायुसेना को मिले नए टेस्ट पायलट... पहला UAS टेस्ट कोर्स और प्रोडक्शन टेस्ट पायलट कोर्स पूरा

शहीद सैनिकों के नाम हथियारों पर लिखे गए

हमले से पहले अमेरिकी सैनिकों ने बमों और मिसाइलों पर शहीद हुए साथियों के नाम लिखे. ये नाम थे...

  • सार्जेंट एडगर ब्रायन टोरेस-टोवार, 25 साल, डेस मोइन्स, आयोवा
  • सार्जेंट विलियम नाथनियल हॉवर्ड, 29 साल, मार्शलटाउन, आयोवा

इसके अलावा, मिशिगन के अयाद मंसूर सकात नाम के दुभाषिया भी उस हमले में मारे गए थे. अमेरिकी रक्षा सचिव पीट हेगसेथ ने कहा कि ये नाम पाल्मीरा की ओर उड़ान भरते हथियारों के साथ गए. यह एक भावुक श्रद्धांजलि थी.

Advertisement

यह भी पढ़ें: अमेरिकी दूतावास की चेतावनी से भारत की सुरक्षा चिंताएं बढ़ीं... बांग्लादेश में अशांति की आशंका

अमेरिका ने किन लड़ाकू विमानों और हेलीकॉप्टरों का इस्तेमाल किया?

इस अभियान में अमेरिकी वायुसेना और सेना के कई शक्तिशाली हवाई हथियार तैनात किए गए. मध्य पूर्व के आधारों से उड़ान भरकर इनने हमले किए...

F-15E स्ट्राइक ईगल (मल्टीरोल स्ट्राइक फाइटर)...

यह दो इंजन वाला तेज़ लड़ाकू विमान है. अधिकतम गति: 3087 km/hr. यह लंबी दूरी के बम और मिसाइल ले जा सकता है. ग्राउंड अटैक और एयर टू एयर लड़ाई दोनों में माहिर.

A-10C थंडरबोल्ट II (जिसे 'वारथॉग' भी कहते हैं)...

यह क्लोज एयर सपोर्ट के लिए विशेष विमान है. इसमें 30mm की बड़ी गन है जो टैंकों को आसानी से नष्ट कर सकती है. मजबूत बॉडी, कम ऊंचाई पर उड़ान और लंबे समय तक लक्ष्य पर हमला करने की क्षमता. ISIS जैसे जमीनी ठिकानों के खिलाफ बहुत प्रभावी है.

AH-64E अपाचे (अटैक हेलीकॉप्टर)...

अमेरिकी सेना का मुख्य अटैक हेलीकॉप्टर. हेलफायर मिसाइलें, रॉकेट और 30mm चेन गन से लैस. रात में भी हमला करने की क्षमता (FLIR सिस्टम). जमीनी लक्ष्यों को करीब से नष्ट करने में माहिर.

कुछ रिपोर्ट्स में HIMARS रॉकेट आर्टिलरी और जॉर्डन के F-16 विमानों का भी सहयोग बताया गया है.

Advertisement

अभियान का महत्व

13 दिसंबर के हमले के बाद से अमेरिकी और सहयोगी बलों ने 23 से ज्यादा ISIS आतंकियों को मार गिराया या पकड़ा है. यह ऑपरेशन ISIS के बचे हुए ठिकानों को कमजोर करने का हिस्सा है. राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि यह गंभीर बदला है. सीरिया में ISIS को खत्म करने की दिशा में बड़ा कदम है. अमेरिका अभी भी सीरिया में ISIS के खिलाफ अपनी मुहिम जारी रखे हुए है. यह हमला अमेरिकी सैनिकों की सुरक्षा और क्षेत्रीय स्थिरता के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है.

---- समाप्त ----

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement