यूपी का 'AK47 गैंग'... कारोबारी से मांगी 5 करोड़ की रंगदारी, बच्चे को उठाने की धमकी, जानें पूरी कहानी

कुशीनगर में एक कारोबारी के मोबाइल पर एक मैसेज आता है. जिसमें उसे जान से मारने और उसके बच्चे को अगवा करने की धमकी मिलती है. धमकी देने वाला खुद को 'AK-47 गैंग' का सदस्य बताता है और उस कारोबारी से 5 करोड़ की फिरौती मांगता है.

Advertisement
पुलिस ने आखिर शातिर आर्यन को गिरफ्तार कर ही लिया (फोटो- UP Police) पुलिस ने आखिर शातिर आर्यन को गिरफ्तार कर ही लिया (फोटो- UP Police)

परवेज़ सागर

  • नई दिल्ली/कुशीनगर,
  • 28 जुलाई 2025,
  • अपडेटेड 10:19 PM IST

AK-47 Gang Kushinagar: उत्तर प्रदेश के कुशीनगर से अचानक एक गैंग का नाम सामने आया है - ‘AK-47 गैंग’. इस गैंग के नाम पर एक कारोबारी से 5 करोड़ की फिरौती मांगी गई और दिनदहाड़े गोली मारने की धमकी भी दी गई. मोबाइल पर मैसेज भेजकर कारोबारी से कहा गया कि उसका बच्चा अगवा कर लिया जाएगा. कारोबारी का पूरा परिवार सहम गया, पुलिस की नींद उड़ गई, शहर के लोग दहशत में आ गए. लेकिन जब पुलिस ने धमकीभरे मैसेज भेजने वाले शातिर आरोपी पकड़ा, तो ‘AK-47 गैंग’ की पूरी हकीकत भी सामने आ गई. क्या ये एक संगठित गिरोह है या महज एक खौफ का नाम? जानें पूरी कहानी.

Advertisement

कारोबारी को मिले धमकीभरे मैसेज
यूपी के कुशीनगर में एक कारोबारी के मोबाइल पर एक मैसेज आता है. जिसमें उसे जान से मारने और उसके बच्चे को अगवा करने की धमकी मिलती है. धमकी देने वाला खुद को 'AK-47 गैंग' का सदस्य बताता है और उस कारोबारी से 5 करोड़ की फिरौती मांगता है. साथ ही मैसेज में लिखा होता है कि '24 घंटे में पैसा दो, नहीं तो चौराहे पर गोली मार दूंगा.'

डर के साए में कारोबारी का परिवार
मैसेज मिलने के बाद कारोबारी के होश उड़ जाते हैं. ज्वेलरी कारोबार करने वाला वो शख्स बेहद खौफजदा हो जाता है. उसका दिल दहल जाता है. वो कारोबारी ही नहीं, बल्कि उसका पूरा परिवार खौफ के साए में जीने लगता है. इसके बाद ये मामला कुशीनगर पुलिस के पास पहुंचता है.

Advertisement

आरोपी की गिरफ्तारी
जिला पुलिस हरकत में आती है. सर्विलांस की मदद लेती है. छानबीन करती है और नतीजा ये होता है कि कुछ ही घंटों में आरोपी को गिरफ्तार कर लिया जाता है. लेकिन जब सच सामने आता है, तो पता चलता है कि जिस गैंग का नाम सुनकर पूरा शहर कांप उठा था, वह शायद असल में था ही नहीं!

एके47 गैंग की पूरी कहानी
तो ऐसे में सवाल उठना लाजमी था कि आखिर कौन है ये 'AK-47 गैंग'? क्या वाकई उत्तर प्रदेश में ऐसा कोई ऐसा गैंग मौजूद है या फिर यह महज एक डर फैलाने की चाल थी? आइए, जानते हैं पूरी कहानी.

एक ही दिन में 8 मैसेज
कुशीनगर जिले के पडरौना इलाके के जाने-माने सर्राफा कारोबारी हैं अंशुमान बंका. अचानक उनके मोबाइल पर शनिवार सुबह एक बाद एक 8 धमकी भरे मैसेज आते हैं. मैसेज भेजने वाला खुद को ‘AK-47 गैंग’ का सदस्य बताता है. और फिर वो शख्स कारोबारी से एक दो नहीं बल्कि 5 करोड़ रुपये की फिरौती मांगता है. मैसेज में वो वह साफ-साफ कहता है कि अगर पैसे नहीं मिले तो दिनदहाड़े उसे गोली मार दी जाएगी और बेटे को स्कूल से उठा लिया जाएगा.

पुलिस से शिकायत
धमकीभरे मैसेज देखकर कारोबारी का पूरा परिवार सहम जाता है. घरवालों को किसी अनहोनी आशंका सताने लगती है. कारोबारी अंशुमान बंका तुरंत इस मामले को लेकर पुलिस के पास जाते हैं. वो पडरौना कोतवाली में जाकर रिपोर्ट दर्ज कराते हैं. वो पुलिस को बताते हैं कि उनका परिवार खतरे में है और उन्हें हर वक्त किसी अनहोनी का डर सता रहा है.

Advertisement

फिरौती की मांग और अपहरण की धमकी
एक मैसेज में बदमाश ने गालियों के साथ कहा – 'चालाकी की तो तेरा बेटा उठा लूंगा, पैसा तेरा बाप भी देगा.' इस धमकी ने मामला और गंभीर कर दिया. दरअसल, उस व्यापारी की तीन ज्वैलरी शॉप हैं और वह खुद भी राजनीतिक रूप से सक्रिय रहा है. 

निर्दलीय चुनाव लड़ चुका है कारोबारी
जानकारी के मुताबिक, अंशुमान बंका 2022 में पडरौना विधानसभा से निर्दलीय चुनाव भी लड़ चुका है और उसके खिलाफ सात आपराधिक केस दर्ज हैं.

कुछ ही घंटों में पकड़ा गया आरोपी
पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लिया और पुलिस अधीक्षक (SP) कुशीनगर के निर्देशन में कोतवाली पुलिस, नेबुआ नौरंगिया थाने, स्वाट और एसओजी की टीम गठित की गई. फिर साइबर सेल की मदद से नंबर ट्रेस किया गया और कुछ ही घंटों में आरोपी की पहचान कर उसे गिरफ्तार कर लिया गया.

आर्यन उपाध्याय निकला धमकीबाज
इस मामले में धमकी देने वाले बदमाश को गिरफ्तार कर लिया गया. गिरफ्तार युवक की शिनाख्त आर्यन उपाध्याय के तौर पर हुई है, जो नेबुआ नौरंगिया क्षेत्र के सरपतही बुजुर्ग गांव का निवासी है. पुलिस ने उसके पास से धमकी देने में इस्तेमाल किया गया मोबाइल फोन भी बरामद किया है.

'AK-47 गैंग' को लेकर बड़ा खुलासा
पुलिस को सबसे पहले यह जानना था कि आरोपी बदमाश आर्यन उपाध्याय ने ऐसा क्यों किया? उसके गैंग में कितने लोग हैं? उस गैंग का मास्टरमाइंड कौन है? जब ये सवाल पूछ गए तो पूछताछ में आर्यन ने पुलिस को बताया कि उसने गुस्से में आकर उस कारोबारी को धमकी दी थी. उसका कोई गैंग नहीं है. 

Advertisement

शातिर युवक की खौफनाक चाल
आरोपी आर्यन ने पुलिस के सामने खुलासा करते हुए बताया कि ‘AK-47 गैंग’ का नाम उसने सिर्फ डर पैदा करने के लिए इस्तेमाल किया था. उसने यह भी बताया कि इससे पहले वह एक पत्रकार को भी धमकी दे चुका है. आरोपी के इस बयान ने पुलिस को भी चौंका दिया. क्योंकि जिस नाम से आतंक और खौफ फैलाया गया था, वह दरअसल केवल एक ‘डरावना ब्रांड’ था, जिसे एक शातिर युवक ने फिरौती वसूली के लिए बनाया था.

AK-47 गैंग: डर का नाम या सच्चाई?
अब सबसे बड़ा सवाल यही है कि क्या वाकई यूपी में कोई ‘AK-47 गैंग’ है? पुलिस रिकॉर्ड और इंटेलिजेंस रिपोर्ट्स के मुताबिक, उत्तर प्रदेश में इस नाम से किसी सक्रिय गैंग का कोई ठोस प्रमाण नहीं मिला है. हां, ‘AK-47’ शब्द का इस्तेमाल पहले भी कुछ अपराधियों ने धमकियों में किया है. यह नाम फिल्मों, गैंगस्टर कल्चर और सोशल मीडिया से प्रेरित होकर अपराधियों द्वारा गढ़ा गया प्रतीत होता है.

पुलिस तफ्तीश के मुताबिक, ‘AK-47 गैंग’ नाम महज एक फर्जी नकाब है, जिसका इस्तेमाल लोगों के मन में खौफ बिठाने और फिरौती वसूलने के लिए किया जाता है. हालांकि, यूपी जैसे राज्य में जहां माफिया और गैंगस्टर इतिहास का हिस्सा रहे हैं, वहां हर ऐसे नाम को हल्के में लेना भी खतरनाक हो सकता है.

---- समाप्त ----

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement