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डॉलर से भर रहा है भारत का खजाना, 31 जुलाई तक बना रिकॉर्ड

aajtak.in
  • 09 अगस्त 2020,
  • अपडेटेड 10:13 AM IST
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आर्थिक मोर्च पर कोरोना संकट की वजह से भले कई झटके लगे हैं, लेकिन विदेशी मुद्रा भंडार से लगातार देश का खजाना भरता जा रहा है. पिछले कुछ महीने में विदेशी मुद्रा भंडार (Forex reserve) के मोर्चे पर अच्छी खबर आ रही है. (Photo: File)

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अब भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने बताया कि देश का विदेशी मुद्रा भंडार 31 जुलाई को खत्म हुए हफ्ते में 11.94 अरब डॉलर की जोरदार बढ़त के साथ 534.57 अरब डॉलर के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया है. इससे पहले कभी भी भारत के पास इतनी विदेशी मुद्रा नहीं थी. (Photo: File)

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इससे पहले 24 जुलाई को खत्म हफ्ते में विदेशी मुद्रा भंडार 4.993 अरब डॉलर बढ़कर 522.630 अरब डॉलर पर था. RBI के गवर्नर शक्तिकांत दास का कहना है कि वित्त वर्ष 2020-21 में 31 जुलाई तक यानी 4 महीने में विदेशी मुद्रा भंडार में 56.8 अरब डॉलर की बढ़ोतरी हुई. (Photo: File)

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RBI के मुताबिक, Foreign currency assets भी 10.35 अरब डॉलर बढ़कर 490.83 अरब डॉलर हो गई. अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष में भारत का रिजर्व करंसी भंडार 5.4 करोड़ डॉलर बढ़कर 4.64 अरब डॉलर हो गया है. (Photo: File)

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5 जून को 500 अरब डॉलर के पार
बता दें कि पांच जून को खत्म हुए सप्ताह में पहली बार देश का विदेशी मुद्रा भंडार 500 अरब डॉलर के स्तर से ऊपर गया था. उस समय यह 8.22 अरब डॉलर की जोरदार वृद्धि के साथ 501.70 अरब डॉलर पहुंचा था. (Photo: File)

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वित्त वर्ष 2019-20 में ये रहा हाल
भारतीय रिजर्व बैंक के मुताबिक देश के विदेशी मुद्रा भंडार में वित्त वर्ष 2019-20 के दौरान 64.9 अरब डॉलर की बढ़ोतरी हुई, जबकि वित्त वर्ष 2018-19 के दौरान 11.7 अरब डॉलर की कमी हुई थी. वर्तमान में भारत का विदेशी मुद्रा भंडार दुनिया के कई बड़े देशों से ज्यादा हो गया है. (Photo: File)

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विदेशी मुद्रा भंडार बढ़ने का मतलब
विदेशी मुद्रा भंडार में बढ़ोतरी किसी भी देश की इकोनॉमी के लिए अच्छी बात है. इसमें करंसी के तौर पर अधिकतर डॉलर होता है. डॉलर के जरिए ही दुनियाभर में कारोबार किया जाता है. फिलहाल, डॉलर के मुकाबले भारतीय करंसी 75 रुपये के करीब है. (Photo: File)

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