डोनाल्ड ट्रंप ने अपने टैरिफ अटैक (Donald Trump Tariff) के जरिए 2025 में दुनिया को डराया और ट्रेड वॉर (Trade War) की स्थिति पैदा की, जिससे दुनिया के तमाम देश सहमे रहे. भारत के साथ बड़ा व्यापारिक रिश्ता होते हुए भी 50 फीसदी का हाई टैरिफ (US Tariff On India), तो इसी टैरिफ के जरिए US-China Tension चरम पर पहुंची. भले ही अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप इस टैरिफ को अमेरिकियों के हित में उठाया गया कदम करार देते रहे हैं, लेकिन खुद अमेरिकी मीडिया इसे US अमेरिका की अर्थव्यवस्था (US Economy) के लिए विनाशकारी कदम बता रही हैं.
US किसानों को राहत पैकेज ट्रंप विफलता
Trump Tariff को लेकर पहले भी कई एक्सपर्ट आलोचना कर चुके हैं और खुद अमेरिका के लिए नुकसानदेय बताया है. रिपोर्ट के मुताबिक, अब अमेरिकी मीडिया (US Media) भी कुछ ऐसा ही कहती नजर आ रही है. रिपोर्ट के मुताबिक, सदर्न कैलिफोर्निया न्यूज ग्रुप (SCNG) ने 'अमेरिकी किसानों को 12 अरब डॉलर का भुगतान टैरिफ-आधारित आपदा है' टॉपिक से एक लेख प्रकाशित किया है जिसमें कहा गया कि इस महीने की शुरुआत में घोषित US Farmers के लिए राहत पैकेज ने ट्रंप प्रशासन की व्यापार नीतियों की विफलता को रेखांकित किया है.
इसमें तीखे सवालों से शुरुआत करते हुए लिखा गया कि अगर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ (Trump Tariff) और व्यापार युद्ध (Trade War) अमेरिकी अर्थव्यवस्था के लिए इतने अच्छे हैं, तो उन्हें इस महीने इन व्यापार नीतियों से बुरी तरह प्रभावित अमेरिकी किसानों को 12 अरब डॉलर आखिर क्यों देने पड़ते?
अमेरिकी उपभोक्ता पर एक्स्ट्रा Tax
इस बड़े सवाल का सीधा सा जवाब यह है कि टैरिफ और उनसे उत्पन्न होने वाले व्यापार युद्ध हमारी अर्थव्यवस्था या किसी अन्य देश की अर्थव्यवस्था के लिए कभी भी अच्छे नहीं होते. ये अमेरिकी उपभोक्ता पर लगाए गए अतिरिक्त कर (Extra Tax) हैं. इस लेख में ट्रंप की टैरिफ संबंधी गणनाओं को मौलिक रूप से त्रुटिपूर्ण और विदेशी व्यापार के बारे में उनकी समझ को पुराना बताया गया है. इसके साथ ही यह भी कहा गया कि ग्लोबलाइजेशन के युग में फेडरल रेवेन्यू बढ़ाने में टैरिफ की अब कोई महत्वपूर्ण भूमिका नहीं रह गई है.
'US इकोनॉमी के लिए विनाशकारी'
SCNG के इस लेख में ब्रूकिंग्स इंस्टीट्यूशन के जे शंबॉघ के हवाले से कहा गया कि ट्रंप का व्यापार युद्ध खुद अमेरिकी अर्थव्यवस्था के लिए विनाशकारी (Disaster For US Economy) होगा. उन्होंने कहा कि इससे अमेरिकी उपभोक्ताओं को नुकसान होगा, देश की सबसे उत्पादक कंपनियों को नुकसान पहुंचेगा, इकोनॉमिक ग्रोथ धीमी होगी और सबसे विपरीत प्रभाव ये होगा कि दुनिया भर में अमेरिका के संबंध कमजोर होंगे.
खुद पैदा कीं समस्याएं छिपाने का प्रयास
Tariff और Trade War के चलते अमेरिकी किसानों को हुए नुकसान की भरपाई करने के लिए किसानों को दिए गए 12 अरब डॉलर के भुगतान को इसमें एक अनुचित उपाय के रूप में पेश किया गया है. लेख में इसका उद्देश्य ट्रंप प्रशासन द्वारा खुद पैदा की गई समस्याओं को छिपाना है. ट्रंप के राहत पैकेज के बारे में लेख में बताया गया है कि इसका अधिकांश पैसा सबसे ज्यादा प्रभावित अमेरिकी सोयाबीन (US Soyabean) उत्पादकों को जाएगा, जिन्हें US-China Trade War में भारी नुकसान उठाना पड़ा.
Tariff का ये भी बड़ा साइड इफेक्ट
Trump Tariff का एक बड़ा साइड इफेक्ट अमेरिका में ये देखने को मिला है कि दनादन अमेरिकी कंपनियां दिवालिया हो रही हैं. दि वॉशिंगटन पोस्ट की एक रिपोर्ट के मुताबिक, 2025 में अमेरिकी कंपनियों के दिवालिया (US Firms Bankruptcies) होने के मामलों में भारी वृद्धि हुई है, जो महामंदी (Recession) के तुरंत बाद के स्तर के बराबर नजर आई. 2025 में 15 साल के हाई पर पहुंच गए हैं. कंपनियां इसकी बड़ी वजह ट्रंप टैरिफ (Trump Tariff) को बता रही हैं.
इसके अलावा महंगाई इस स्थिति को और भी बिगाड़ने का काम किया है. आंकड़ों को देखें, तो जनवरी से नवंबर के बीच 717 कंपनियों ने दिवालियापन के लिए आवेदन किया, जो 2024 के इन 11 महीनों की तुलना में लगभग 14% ज्यादा है और साल 2010 के बाद से सबसे अधिक है.
आजतक बिजनेस डेस्क