बिहार में सियासी उलटफेर होना तय माना जा रहा है. एक ओर जहां आरजेडी- जेडीयू के बीच तल्खी बढ़ती जा रही है. वहीं, नीतीश कुमार को लेकर अटकलें लगाई जा रही हैं कि वह एनडीए के साथ मिलकर सरकार बना सकते है. इसी बीच बीजेपी सहयोगी दलों को एक मंच पर लाने की कोशिश में जुटी है. बिहार में जारी सियासी घमासान के बीच गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने जीतनराम मांझी से मुलाकात की. HAM के मुखिया जीतनराम मांझी ने बड़ा बयान दिया है, उन्होंने कहा कि राजनीति में कोई किसी का दोस्त नहीं है और कोई किसी का परमानेंट दुश्मन नहीं होता है.
बीजेपी के सहयोगी और पूर्व सीएम जीतन राम मांझी के बेटे संतोष कुमार सुमन ने दावा किया है कि बिहार सरकार एक-दो दिन में गिर सकती है.
उधर, बीजेपी नेता सुशील कुमार मोदी ने कहा कि राजनीति में किसी के लिए दरवाजे कभी भी स्थायी रूप से बंद नहीं होते हैं. बंद दरवाजे समय आने पर खुलते हैं लेकिन वे खुलेंगे या नहीं, यह हमारे केंद्रीय नेतृत्व को तय करना है. ऐसी अटकलें लगाई जा रही हैं कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने पूर्व सहयोगी के साथ संबंधों को पुनर्जीवित कर सकते हैं, क्योंकि इंडिया ब्लॉक के साथ उनके समीकरण खराब हो गए हैं.
2022 में नीतीश कुमार द्वारा भाजपा से नाता तोड़ने के बाद बीजेपी ने कहा था कि उसके दरवाजे नीतीश के लिए स्थायी रूप से बंद हो गए हैं. नीतीश के नेतृत्व वाली सरकारों में सुशील मोदी लंबे समय तक उपमुख्यमंत्री रहे, लेकिन 2020 के विधानसभा चुनावों के बाद भाजपा-जद(यू) गठबंधन के सत्ता में आने पर उन्हें दोबारा डिप्टी सीएम नहीं बनाया गया.
रोहित कुमार सिंह