उत्तर प्रदेश समेत देश के कई राज्यों में ठंड और ठिठुरन बढ़ रही है. घने कोहरे के साथ शीतलहर का सितम भी देखने को मिल रहा है. ऐसे में फसलों पर कीड़े और बीमारियों का खतरा मंडराता है. फसलों को नुकसान ना हो इसके लिए चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (सीएसए) कानपुर के कृषि विज्ञान केंद्र दिलीप नगर के वैज्ञानिक डॉ. खलील खान ने किसानों को सतर्क रहने की सलाह दी है. साथ ही फसलों को बचाने के लिए एडवाइजरी भी जारी की है.
मौसम विभाग (IMD) की ओर से जारी घने कोहरे एवं शीतलहर के अलर्ट को देखते हुए डॉ खान ने कहा कि बदलते तापमान व कोहरे से फसलों में कीट व रोगों का खतरा हो सकता हैं. इससे बचाव के लिए किसान कुछ जरूरी उपाय करेंगे तो ठंड में फसलों के नुकसान से बचा जा सकता है.
गेहूं की फसल के लिए खास सलाह
खरपतवार नियंत्रण के लिए करें कोई एक उपाय
राई-सरसों की फसल की देखभाल
टमाटर-मिर्च में वायरस रोग से सावधानी
अगर वायरस रोग ज्यादा फैल रहा हो तो डाइमेथोएट या इमिडाक्लोप्रिड 1 मिली प्रति लीटर पानी में घोल बनाकर छिड़काव करें. इससे रोग का फैलाव रुक जाएगा.
चने में कटुआ कीट का नियंत्रण
क्लोरपाइरीफास 20% ईसी की 2.5 लीटर मात्रा 500-600 लीटर पानी में घोलकर प्रति हेक्टेयर छिड़काव करें.
खेत में जगह-जगह सूखी घास के छोटे ढेर रखें. दिन में कटुआ कीट की सूंडियां इनमें छिप जाती हैं, सुबह इन्हें इकट्ठा करके नष्ट कर दें.
आजतक एग्रीकल्चर डेस्क