बिहार सरकार छत पर बागवानी करने के लिए एक योजना लाई है. अगर आपको बागवानी करना पसंद है और जमीन नहीं है तो ये खबर आपके लिए है. इस योजना के तहत आप अपनी छत पर जैविक फल, फूल और सब्जी उगा सकते हैं. छत पर बागवानी करने के लिए सरकार अनुदान दे रही है, जिससे लोगों को घर पर ही सस्ती और ताजी सब्जियां मिल सके.
सरकार की इस योजना का लाभ पटना, गया मुजफ्फरपुर और भागलपुर के शहरी क्षेत्रों को मिलेगा. इस योजना के तहत सरकार छत पर बागवानी करने के लिए 75 प्रतिशत का अनुदान दे रही है. सरकार ने इसके पहले साल 2019 में टेरेस फार्मिंग सब्सिडी योजना शुरू की थी, जिसके तहत 50 प्रतिशत अनुदान दिया जाता था, लेकिन अब ये बढ़ाकर 75 प्रतिशत कर दिया गया है. 
छत पर बागवानी करने की शर्तें
1. फार्मिंग बेड योजना के लिए मकान की छत पर 300 वर्ग फीट की खुली जगह होनी चाहिए.
2. फार्मिंग बेड प्रति इकाई की कुल लागत 50000 रुपये है, जिसके लिए 37500 रुपये का अनुदान मिलेगा. वहीं 12500 रुपये आवेदक को अपनी तरफ से लगाना पड़ेगा.
3. ये अनुदान निजी आवास के लिए 2 इकाई और अपार्टमेंट के लिए 5 इकाई है.
4. गमले की योजना की इकाई लागत 10000 रुपये है. इसके लिए सरकार की तरफ से 7500 रुपये अनुदान रखा गया है. वहीं शेष 2500 रुपये लाभार्थी को देना होगा.
5. अधिकतम 5 इकाई का लाभ किसी भी आवेदक द्वारा लिया जा सकेगा. किसी भी संस्थान को इस अनुदान का लाभदेय नहीं है.
कैसे करें आवेदन
इस योजना का लाभ उठाने के लिए आवेदक को 12500 रुपये प्रति इकाई अपने बैंक खाते में जमा करना होगा, जिसके बाद अनुदान की राशि दी जाएगी. https://horticulture.bihar.gov.in वेबसाइट पर योजना का लाभ लेने के लिए ऑनलाइन आवेदन करना होगा. वेबसाइट ओपन करने के बाद छत पर बागवानी योजना के आवेदन करें लिंक पर जाएं और योजना का लाभ उठाएं.
कौन से पौधे उगाने पर मिलेगा अनुदान
बिहार सरकार के द्वारा जारी किए गए नोटिफिकेशन के अनुसार बैंगन, टमाटर, मिर्च, गोभी, गाजर, मूली, भिंडी, पत्तेदार सब्जियां और कद्दू के पौधे उगाए जा सकते हैं. इसके अलावा फलों में अमरूद, कागजी नीबू, पपीता रेड लेडी, आम्रपाली आम, अनार और अंजीर के प्लांट्स लगाए जा सकते हैं. वहीं औषधीय पौधों में एलोवेरा, कड़ी पत्ता, वसाका, लेमन ग्रास और अश्वगंधा के पौधे उगा सकते हैं.