रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन भारत के दौरे पर हैं. गुरुवार को वह दिल्ली पहुंचे जहां प्रधानमंत्री मोदी ने खुद एयरपोर्ट पर उनका बेहद गर्मजोशी से स्वागत किया. पुतिन का यह दो दिवसीय दौरा बेहद खास है. इस दौरान दोनों देशों के बीच कई ट्रेड और डिफेंस डील साइन की जाएंगी. रूसी राष्ट्रपति शुक्रवार को 23वें भारत-रूस वार्षिक शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे. अपने भारत दौरे से पहले पुतिन ने आजतक की मैनेजिंग एडिटर अंजना ओम कश्यप और इंडिया टुडे की फॉरेन अफेयर्स एडिटर गीता मोहन के साथ एक्सक्लूसिव बातचीत की जिसमें उन्होंने कई वैश्विक मुद्दों पर बेबाकी से अपनी बात रखी.
क्या है पुतिन का गाजा पीस प्लान?
रूसी राष्ट्रपति से पूछा गया, तनाव का एक और केंद्र है गाजा. व्लादिमीर पुतिन का गाजा शांति प्लान क्या है? जवाब में उन्होंने कहा, 'मेरा कोई अलग से शांति प्लान नहीं है. मैं समझता हूं कि अगर फिलिस्तीन की समस्या का समाधान करना है तो यूएन का शांति प्लान (टू स्टेट सॉल्यूशन) शत प्रतिशत लागू करना होगा. सबसे महत्वपूर्ण बात ये है कि स्वतंत्र फिलिस्तीन देश का निर्माण करना होगा और यही समस्याओं का समाधान है.'
'सभी चाहते हैं कि फिलिस्तीन एक देश बने'
पुतिन से पूछा गया, क्या आप मानते हैं कि अरब देशों ने गाजा के लिए उतना नहीं किया जितना ईरान ने किया. किसी को यकीन नहीं था ईरान पलटवार कर देगा. ये तो विश्व व्यवस्था बदलने जैसा है, आप इसे कैसे देखते हैं? रूसी राष्ट्रपति ने जवाब दिया, 'आप जानते हैं कि ये सभी देश फिलिस्तीन को लेकर चिंतित हैं. ये सभी चाहते हैं कि फिलिस्तीन राष्ट्र बने. कुछ देश खुलकर मदद को सामने आए तो कुछ देश शैडो की तरह काम कर रहे हैं. ये कहना कि किसी ने कुछ नहीं किया ठीक नहीं है.'
'गाजा के पुनर्वास के लिए ट्रंप का कदम सराहनीय'
उन्होंने कहा, 'ये एक जटिल समस्या है, दशकों से उलझी हुई. इसका समाधान रातों-रात नहीं हो सकता. हम एक स्वतंत्र फिलिस्तीन राष्ट्र चाहते हैं. हाल ही में बंधकों की रिहाई को लेकर राष्ट्रपति ट्रंप ने जो किया है, वो गाजा के पुनर्वास के लिए अच्छा कदम है. मैं मानता हूं कि ये सही होगा कि गाजा को एकजुट करके पूरी शक्ति फिलिस्तीन को देनी चाहिए. ये कुछ विकल्प हो सकते हैं जिनपर विचार होना चाहिए. यूएन में भी इस पर बात होनी चाहिए. यूएन का सदस्य होने के नाते हम अपने मित्र देशों के साथ हमेशा इस चर्चा में भाग लेते हैं.'