ऑस्ट्रेलिया के सिडनी में बॉन्डी बीच पर रविवार को हुए हमले के घायलों में भारतीयों के भी शामिल होने की खबर आ रही है. शुरुआती रिपोर्टों के अनुसार, बॉन्डी बीच पर हुए आतंकवादी हमले में तीन भारतीय अंतरराष्ट्रीय छात्र घायल हुए हैं. इनमें से कम से कम दो छात्रों का अस्पताल में इलाज चल रहा है.
ऑस्ट्रेलिया टुडे के अनुसार, गोलीबारी के दौरान छात्रों की जांघ और पैर में चोटें आई हैं, हालांकि उनकी पहचान और स्वास्थ्य स्थिति की आधिकारिक पुष्टि अभी नहीं हुई है.
ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज ने कहा कि इस हमले को आतंकवादी घटना घोषित कर दिया गया है. उन्होंने हमले के पीछे इस्लामिक स्टेट के होने की आशंका जताई और कहा कि जांच एजेंसियां ऐसे सबूतों की पड़ताल कर रही हैं.
पाकिस्तानी मूल के साजिद अकरम और उसके बेटे नवीद अकरम ने सिडनी के बॉन्डी बीच को उस वक्त निशाना बनाया जब हजारों की संख्या में लोग यहूदी त्योहार हनुक्का मनाने के लिए जमा हुए थे.
दोनों ने मिलकर अंधाधुंध फायरिंग की जिसमें 15 लोगों की मौत हो गई और दर्जनों लोग घायल हुए. मरने वालों में 10 साल की एक बच्ची भी शामिल है. इस दौरान हमलावर पिता मार गया जबकि घायल नवीद का पुलिस हिरासत में इलाज चल रहा है. सिडनी पुलिस ने बताया कि यह आतंकवादी हमला था जिसके निशाने पर यहूदी समुदाय के लोग थे.
बॉन्डी बीच हमले को लेकर ऑस्ट्रेलिया की सुरक्षा एजेंसियों और पुलिस पर कई सवाल उठ रहे हैं. प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि हमलावर बे रोक-टोक 10 मिनट से ज्यादा समय तक गोलियां चलाते रहे.
पास के पुलिस स्टेशन ने घटना को रोकने के लिए तुरंत कोई कार्रवाई नहीं की और कुछ समय बाद जब पुलिस घटनास्थल पर आई भी तो प्रतिक्रिया देने में काफी वक्त लगा दिया. एक प्रत्यक्षदर्शी ने समाचार एजेंसी एएफपी को बताया कि ऐसा लग रहा था कि पुलिसवालों को लकवा मार गया हो.
यहूदियों को निशाना बनाए जाने को लेकर इजरायल ने भी भारी नाराजगी जताई है. इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने ऑस्ट्रेलियाई पीएम एंथनी अल्बनीज को 'आतंक को बढावा देने वाला' करार दिया है