विदेश मंत्री एस जयशंकर इस समय पाकिस्तान में हैं. वे शंघाई सहयोग संगठन (SCO) शिखर सम्मेलन में शिरकत करने इस्लामाबाद गये हैं. जयशंकर की विजिट के बीच यह सवाल बार-बार उठाया जा रहा है कि क्या इस दौरान भारत और पाकिस्तान के बीच द्विपक्षीय बैठक होगी.
इस दौरान पाकिस्तान विदेश कार्यालय की प्रवक्ता मुमताज जहरा बलोच से आज तक ने सवाल किया कि SCO समिट के दौरान कई अलग-अलग बैठकें हो रही हैं तो क्या भारत-पाकिस्तान के बीच भी द्विपक्षीय बैठक होगी? इस सवाल पर मुमताज बलोच ने कहा,'दोनों देशों के बीच कोई भी द्विपक्षीय वार्ता नहीं होगी.'
SCO समिट में जयशंकर ने उठाया ये मुद्दा
बता दें कि पाकिस्तान पहुंचे विदेश मंत्री एस जयशंकर ने 16 अक्टूबर को SCO समिट को संबोधित करते हुए पाकिस्तान-चीन के सीपीईसी प्रोजेक्ट के कारण भारतीय संप्रभुता के उल्लंघन का मुद्दा उठाया. विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि एससीओ के सदस्य देशों का सहयोग परस्पर सम्मान और संप्रभु समानता पर आधारित होना चाहिए. यह जरूरी है कि सभी देश क्षेत्रीय अखंडता और संप्रभुता को मान्यता दें. इसके लिए वास्तविक साझेदारी का निर्माण होना चाहिए, न कि एकपक्षीय एजेंडे पर आगे बढ़ा जाना चाहिए.
PAK अधिकृत कश्मीर से गुजरता है CPEC
विदेश मंत्री ने CPEC की तरफ इशारा करते हुए कहा कि अगर हम दुनिया की चुनिंदा प्रथाओं को ही आगे बढ़ाएंगे खासकर व्यापार और व्यापारिक मार्गों के लिए तो SCO की प्रगति नहीं हो पाएगी. बता दें कि CPEC को लेकर भारत की चिंता है कि यह परियोजना पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर से होकर गुजरती है, इसे क्षेत्र को भारत अपना अभिन्न अंग मानता है.
9 साल में पहली बार पाकिस्तान का दौरा
विदेश मंत्री एस जयशंकर ऐसे पहले विदेश मंत्री हैं जो 9 साल में पहली बार पाकिस्तान दौरे पर गए हैं. इससे पहले 2015 में सुषमा स्वराज ने विदेश मंत्री के रूप में पाकिस्तान का दौरा किया था. पाकिस्तान में एससीओ समिट ऐसे समय में हो रहा है, जब भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव है. ऐसे में विदेश मंत्री जयशंकर का इस सम्मेलन में शिरकत के लिए जाना काफी अहम है.