इजरायल और गाजा के बीच सीजफायर पर बात बन गई है. इस सीजफायर के बदले हमास द्वारा इजरायल से बंधक बनाए गए करीब 50 लोगों को रिहा किया जाएगा. जबकि इजरायल अपनी जेलों में बंद करीब 150 फिलिस्तीनियों को रिहा करेगा. साथ ही इजरायल गाजा में अधिक मानवीय सहायता की अनुमति देगा. हालांकि, यह सीजफायर और बंधकों की रिहाई शुक्रवार तक टल गई है.
इजरायली राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के निदेशक तजाची हानेग्बी ने बुधवार को कहा, बंधकों की रिहाई पर हम आगे बढ़ रहे हैं. रिहाई की शुरुआत पक्षों के बीच मूल समझौते के अनुसार होगी. हालांकि, यह शुक्रवार से पहले शुरू नहीं होगी.
समझौते के मुताबिक, हमास चार दिन में 50 बंधकों को रिहा करेगा, जिनमें बच्चे और महिलाएं शामिल होंगी. वहीं, हर इजरायली बंधक के बदले इजरायल अपने जेलों में बंद 3 फिलिस्तीनियों को रिहा करेगा. यानी कुल 150 फिलिस्तीनियों को रिहा किया जाएगा. हमास द्वारा रिहा करने वाले बंधकों में 3 अमेरिकी भी शामिल होंगे. दोनों ओर से और बंधकों के रिहा होने की भी उम्मीद है.
नेतन्याहू ने हमास के सामने रखी नई शर्त
इसी बीच इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने हमास के सामने नई शर्त रखी है. नेतन्याहू ने मंगलवार को कहा कि हर अतिरिक्त दस बंधकों की रिहाई के बदले एक अतिरिक्त दिन सीजफायर होगा. यदि बंधकों की रिहाई का पहला चरण योजना के अनुसार चलता है, तो हमास द्वारा लगभग 20 और बंधकों को रिहा कर दिया जाएगा और युद्ध विराम को भी आगे बढ़ा दिया जाएगा.
हमास ने 7 अक्टूबर को इजरायल पर हमला किया था. इन हमलों में 1400 लोगों की मौत हो गई थी. जबकि हमास के लड़ाकों ने इजरायल से 240 लोगों को बंधक बना लिया था. इन्हें गाजा में रखा गया है. हमास ने अब तक 4 बंधकों को रिहा किया है. जबकि एक इजरायली सैनिक को IDF ने रेस्क्यू किया है. इजरायल का दावा है कि दो बंधकों के शव अल शिफा अस्पताल के पास बरामद हुए हैं.
बंधकों की अदला-बदली की निगरानी के लिए दोहा में एक ऑपरेशन सेंटर बनाया जा सकता है. गाजा में हमास बंधकों को रेड क्रॉस की अंतर्राष्ट्रीय कमेटी को सौंपेगा. इसके बाद इन्हें इजरायली रक्षा बलों को सौंपा जाएगा. रिहा होने वाले अधिकांश फिलिस्तीनी कैदी इजरायल के कब्जे वाले वेस्ट बैंक में रहेंगे, हालांकि कुछ गाजा भी जाएंगे.