Lok Sabha Election 2024 Phase 2 Voting: अमेरिका (America) ने एक ऑस्ट्रेलियाई पत्रकार के भारतीय आम चुनावों को कवर करने की अनुमति नहीं दिए जाने के दावे पर हुए सवाल पर जवाब दिया है. एक पाकिस्तानी पत्रकार के सवाल पूछने पर अमेरिकी विदेश मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने फटकार लगाई और कहा कि यह भारत निर्धारित करता है कि वह किन गैर-नागरिकों को प्रवेश की अनुमति देता है.
ऑस्ट्रेलियाई पत्रकार अवनी डायस (Avani Dias) को वीजा रिन्यू के लिए इनकार किए जाने के आरोपों पर एक पाकिस्तानी पत्रकार के सवाल का जवाब देते हुए, अमेरिकी विदेश विभाग के प्रधान उप प्रवक्ता वेदांत पटेल ने कहा कि भारत सरकार अपनी वीजा पॉलिसी पर बात कर सकती है. यह कोई ऐसी बात नहीं है, जो मुझसे की जाए. मैं यहां से अपना विचार व्यक्त करने जा रहा हूं. उन्होंने इस दौरान लोकतंत्र के ढांचे में आजाद पत्रकारिता की भूमिका पर भी जोर दिया.
उन्होंने कहा कि मोटे तौर पर, हम दुनिया भर के देशों के साथ लोकतंत्र के ढांचे में स्वतंत्र प्रेस की भूमिका के बारे में स्पष्ट हैं. यही वजह है कि हम यहां आते हैं और नियमित रूप से सवाल लेते हैं लेकिन मैं भारत में अधिकारियों को बोलने दूंगा.
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क्या है ऑस्ट्रेलिया की पत्रकार से जुड़ा वीजा मामला?
पिछले दिनों ऑस्ट्रेलिया की एक पत्रकार अवनी डायस (Avani Dias) ने दावा किया कि भारत में उन्हें चुनाव कवर करने की मंजूरी नहीं दी गई, जिसके बाद उन्हें देश छोड़ने को मजबूर होना पड़ा. लेकिन पत्रकार के इस दावे को भारत सरकार से जुड़े आधिकारिक सूत्रों ने गलत और भ्रामक बताया है.
ऑस्ट्रेलियन ब्रॉडकास्टिंग कॉरपोरेशन (ABC) की साउथ एशिया ब्यूरो चीफ अवनी डायस 20 अप्रैल को भारत से रवाना हो गई थीं. उनका दावा है कि भारत सरकार ने उनके वीजा की अवधि नहीं बढ़ाई, जिसकी वजह से उन्हें लोकसभा चुनाव के पहले चरण की वोटिंग के एक दिन बाद भारत छोड़ना पड़ा और वो भारत के लोकसभा चुनावों की रिपोर्टिंग नहीं कर पाई.
अवनी ने बताया कि भारतीय विदेश मंत्रालय के एक अधिकारी ने फोन कर उन्हें कहा कि उनके वीजा की अवधि बढ़ाई नहीं जा रही है. अवनी के मुताबिक "यूट्यूब पर 'फॉरेन कॉरेस्पॉन्डेंट' के उनके हालिया एपिसोड के सारी सीमाएं लांघने को" इसकी वजह बताई गई. हालांकि, भारत सरकार के सूत्रों का कहना है कि अवनी ने अपने पेशेवर गतिविधियों के दौरान वीजा नियमों का उल्लंघन किया लेकिन इसके बावजूद उनकी गुजारिश पर चुनावों की कवरेज के लिए उनकी वीजा की अवधि को बढ़ाया गया.