अमेरिका और वेनेजुएला के बीच बढ़ते तनाव में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की एंट्री हुई है. अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने वेनेजुएला पर जमीनी हमले शुरू करने की धमकी दी है तो इधर रूस वेनेजुएला के राष्ट्रपति के पक्ष में खड़ा हो गया है. राष्ट्रपति पुतिन ने ट्रंप के दुश्मन वेनेजुएला के राष्ट्रपति मादुरो को फोन कर वेनेजुएला के लोगों के साथ एकजुटता दिखाई है और वेनेजुएला की संप्रभुता की रक्षा करने के लिए अपना समर्थन दोहराया है.
इसी के साथ कैरेबियन सागर में तनाव का उच्चतम स्तर है. ट्रंप ने वेनेजुएला पर हमले की तैयारी शुरू कर दी है, इसकी के बरक्स देखा जाए तो रूस ने वेनेजुएला को अपना समर्थन दे दिया है. ये घटनाक्रम दो महाशक्तियों के टकराव के लिए खतरनाक परिस्थितियां पैदा कर रहा है.
डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन 'ड्रग तस्करी' का हवाला देकर वेनेजुएला के खिलाफ सैन्य कार्रवाई कर रहा है. इसके अलावा कच्चे तेल को लेकर भी दोनों देशों के बीच तनाव है. विशेषज्ञों का मानना है कि ट्रंप प्रशासन का असली उद्देश्य निकोलस मादुरो सरकार को उखाड़ फेंकना और वेनेजुएला के विशाल तेल संसाधनों पर नियंत्रण हासिल करना है.
10 दिसंबर 2025 को अमेरिकी सेना द्वारा वेनेजुएला के तट के पास एक तेल टैंकर "स्किपर" को जब्त करने से स्थिति और गंभीर हो गई, जो अंतरराष्ट्रीय जल में वेनेजुएला के कच्चे तेल से लदा था. यह कार्रवाई ट्रंप की "मिलिट्री प्रेशर कैंपेन" का हिस्सा है, जिसमें 20 से अधिक नावों पर हमले शामिल हैं, जिनमें 87 से अधिक मौतें हुई हैं.
अमेरिका से टेंशन के बीच पुतिन का मादुरो को कॉल
इस टेंशन के बीच राष्ट्रपति पुतिन ने अपनी चाल से खेल बदल दिया है. क्रेमलिन ने पुतिन और मादुरो के बीच की जानकारी देते हुए कहा कि, "पुतिन ने वेनेज़ुएला के लोगों के साथ एकजुटता दिखाई और विदेशी दबाव के खिलाफ देश के हितों और संप्रभुता की रक्षा करने के मादुरो सरकार के इरादे के लिए अपना समर्थन दोहराया है."
दोनों राष्ट्रपतियों ने मई में साइन की गई स्ट्रेटेजिक पार्टनरशिप ट्रीटी के लिए अपना कमिटमेंट दोहराया.
वेनेज़ुएला सरकार ने कहा कि पुतिन और मादुरो ने, “द्विपक्षीय संबंधों के स्ट्रेटेजिक, मजबूत और बढ़ते नेचर” की पुष्टि की. इसमें यह भी कहा गया कि रूसी नेता ने शांति, राजनीतिक स्थिरता और आर्थिक विकास को मज़बूत करने के लिए मादुरो की कोशिशों का समर्थन किया.
दोनों नेताओं के बीच यह बातचीत तब हुई जब US ने इस महीने की शुरुआत में वेनेज़ुएला के एक पोर्ट से निकले एक ऑयल टैंकर को ज़ब्त कर लिया है. US अटॉर्नी जनरल पाम बोंडी ने कहा कि इस जहाज पर पहले भी ईरान से कथित तौर पर तेल ले जाने के लिए बैन लगाया गया था.
अमेरिकी एक्शन पर वेनेजुएला ने क्या कहा?
वेनेजुएला ने अपने जहाज को जब्त करने पर तीखी प्रतिक्रिया दी है और अमेरिकी कार्रवाई को लूट (Plunder) करार दिया है. वेनेजुएला के विदेश मंत्रालय और वरिष्ठ मंत्री दियोसदादो काबेलो ने अमेरिका को ‘चोर’, ‘कातिल’ और ‘डकैत’ तक कह दिया. वेनेजुएला का आरोप है कि अमेरिका वेनेजुएला का तेल हथियाने और देश को अस्थिर करने की साजिश कर रहा है.
बता दें कि अमेरिका ने कैरिबियन में एक नेवल आर्मडा भेजा और सितंबर से अंतर्राष्ट्रीय जल में 20 से ज़्यादा कथित ड्रग बोट पर हमला किया है. रॉयटर्स के मुताबिक US मादुरो के खिलाफ प्रेशर कैंपेन के तहत अमेरिका वेनेज़ुएला से तेल ले जा रहे और जहाजों को रोकने की तैयारी कर रहा है.
वेनेजुएला दुनिया का ऐसा देश है जहां प्रचर मात्रा में कच्चा तेल पाया जाता है. वेनेजुएला का अर्थव्यवस्था काफी हद तक कच्चे तेल पर निर्भर कती है.
राष्ट्रपति ट्रंप ने मादुरो सरकार पर ड्रग कार्टेल की मदद करने का आरोप लगाया है.
वहीं मादुरो ने इस बात से इनकार किया है कि उनकी सरकार का ड्रग ट्रैफिकिंग से कोई लेना-देना है. मादुरो ने अपने देश को किसी भी हमले से बचाने की कसम खाई है. उन्होंने वॉशिंगटन के उकसावे की कार्रवाई को 'उपनिवेशवादी' कहा है और क्षेत्र में 'पागलपन भरा युद्ध' शुरू करने के खिलाफ चेतावनी दी है.
इस बीच ट्रंप ने कहा है कि जल्द ही जमीन पर हमले होंगे, लेकिन अभी इसकी आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है. वेनेजुएला ने अमेरिकी कार्रवाइयों को देखते हुए अपने नए सैनिकों की भर्ती तेज कर दी है. यहां अंतरराष्ट्रीय उड़ानें बंद हैं, और दक्षिण अमेरिका में चिंता बढ़ रही है.