गूगल मैप की डायरेक्शन का आंख मूंदकर पालन करना पश्चिम बंगाल में एक दंपती के लिए बड़ी मुसीबत बन गया. धनबाद से बांकुड़ा लौट रहे दंपती की थार कार जंगल के भीतर आग की चपेट में आकर पूरी तरह जलकर नष्ट हो गई. यह घटना पश्चिम बर्धमान जिले के कांकसा थाना क्षेत्र के अंतर्गत बामुनाड़ा गांव के जंगल इलाके में घटी.
चलते -चलते जंगल में पहुंच गया कपल
कार मालिक देवज्योति मुखर्जी ने बताया कि वे अपनी पत्नी दोयेल मुखर्जी के साथ धनबाद से बांकुड़ा जा रहे थे. रास्ते में राष्ट्रीय राजमार्ग-19 पर रानीगंज के पास भारी जाम लगा हुआ था. जाम से बचने के लिए उन्होंने गूगल मैप को देखते हुए दुर्गापुर होते हुए एक वैकल्पिक मार्ग अपनाया. शुरुआत में रास्ता सामान्य लगा, लेकिन कुछ ही देर में वे एक सुनसान जंगल क्षेत्र में पहुंच गए.
खींची गड्ढे में फंसी कार तो गिरने लगा तेल
दंपती को लगा कि यह कोई शॉर्टकट मार्ग होगा, लेकिन आगे जाकर रास्ता एक तालाब के पास समाप्त हो गया. वापस लौटने की कोशिश में कार का एक पहिया गड्ढे में फंस गया. दोयेल मुखर्जी के अनुसार, थार जैसी मजबूत गाड़ी होने के कारण उन्हें उम्मीद थी कि वाहन आसानी से निकल आएगा. इसी दौरान बार-बार एक्सीलरेटर देने से कार के नीचे से तेल रिसने लगा और इंजन अत्यधिक गर्म हो गया.
कुछ ही पलों में कार से धुआं निकलने लगा और देखते ही देखते उसमें आग लग गई. स्थिति को भांपते हुए दोनों ने तुरंत कार से उतरकर अपनी जान बचाई. जंगल और सुनसान इलाके में होने के कारण सर्द रात में काफी देर तक मदद के लिए आवाज लगाने के बावजूद कोई आसपास नहीं मिला.
राख हो गई लाखों की थार
कुछ समय बाद पास स्थित एक निजी कारखाने के सुरक्षाकर्मियों की नजर जलती कार पर पड़ी. उन्होंने दंपती को कारखाने के अंदर सुरक्षित स्थान पर जगह दी और पुलिस को सूचना दी. सूचना मिलने पर कांकसा थाना पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों को सुरक्षित थाने ले जाया गया. इस घटना में कोई जनहानि नहीं हुई, लेकिन लाखों रुपये की थार कार पूरी तरह जलकर राख हो गई.
डिजिटल मैप पर डिपेंडेंसी से मुसीबत
दोयेल मुखर्जी ने इस घटना को लेकर कहा कि उन्होंने पहले भी गूगल मैप के कारण लोगों के भटकने की बातें सुनी थीं, लेकिन इस बार खुद इसका शिकार हो गए. उन्होंने यात्रियों से अपील की कि लंबी या अनजान यात्रा के दौरान केवल डिजिटल मैप पर निर्भर न रहें और स्थानीय लोगों से रास्ते की जानकारी जरूर लें.
सुबह जंगल में जली हुई कार देखकर ग्रामीणों में सनसनी फैल गई. पहले आशंका जताई गई कि कहीं किसी आपराधिक घटना के बाद कार में आग तो नहीं लगाई गई, लेकिन पुलिस जांच में पूरा मामला साफ हो गया. स्थानीय लोगों ने इलाके में पुलिस गश्त बढ़ाने की मांग की है.