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Kaushambi Chunav Result: SP के पुष्पेंद्र सरोज ने दो बार के BJP सांसद विनोद सोनकर को हराया, 5 लाख मिले वोंट

Lok sabah election results 2024: कौशांबी लोकसभा सीट से समाजवादी पार्टी के पुष्पेंद्र सरोज ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी बीजेपी के दो बार के सांसद विनोद सोनकर को पराजित कर जीत हासिल की है. पुष्पेंद्र सरोज समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और पूर्व कैबिनेट मंत्री इंद्रजीत सरोज के बेटे हैं. इंद्रजीत सरोज मंझनपुर विधानसभा क्षेत्र से पांच बार के विधायक हैं.

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 समाजवादी पार्टी के पुष्पेंद्र सरोज जीते.
समाजवादी पार्टी के पुष्पेंद्र सरोज जीते.

Lok sabah election results 2024: उत्तर प्रदेश के कौशांबी लोकसभा सीट से समाजवादी पार्टी के पुष्पेंद्र सरोज ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी बीजेपी के दो बार के सांसद विनोद सोनकर को 1 लाख 3 हजार 944 मतों से पराजित कर जीत हासिल की है. पुष्पेंद्र सरोज को कुल 509787 वोट मिले हैं. वहीं, बीजेपी के विनोद सोनकर को 405843 वोट मिले हैं, जबकि बीएसपी के शुभ नारायण गौतम को 55858 वोट मिले हैं. 

दरअसल, पुष्पेंद्र सरोज समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और पूर्व कैबिनेट मंत्री इंद्रजीत सरोज के बेटे हैं. इंद्रजीत सरोज मंझनपुर विधानसभा क्षेत्र से पांच बार के विधायक हैं. पुष्पेंद्र सरोज देश के सबसे कम उम्र के सांसद बने हैं. पुष्पेंद्र सरोज ने 1 मार्च को अपनी 25 साल की आयु पूरी की है. उन्होंने राजनीति में कदम रख कर अपने पिता की विरासत संभाली है. 

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'बेरोजगारी और महंगाई के मुद्दों पर किया चुनाव प्रचार'

पुष्पेंद्र सरोज ने लंदन की क्वीन मैरी यूनिवर्सिटी से एकाउंटिंग एंड मैनेजमेंट में ग्रेजुएशन किया है. पुष्पेंद्र युवाओं की बेरोजगारी और महंगाई के साथ ही पेपर लीक जैसे मुद्दों को फोकस करते हुए अपना चुनाव प्रचार किया था. बता दें कि पुष्पेंद्र सरोज का जन्म 1 मार्च 1999 में हुआ था. वे मंझनपुर तहसील के नगरेहा खुर्द गांव के रहने वाले हैं, लेकिन वर्तमान में प्रयागराज के सुलेम सराय मोहल्ले में अपने परिवार के साथ रहते हैं.

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'तीन बार वह बसपा से मंत्री भी रहे'

पुष्पेंद्र सरोज के पिता इंद्रजीत सरोज की बात करें, तो उन्होंने बहुजन समाज पार्टी से अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की थी. पहली बार वह साल 1996 में बसपा से विधायक बने, तो वर्ष 2012 तक उन्हें मंझनपुर (सुरक्षित) की सरजमीं से कोई हरा नहीं सका. तीन बार वह बसपा से मंत्री भी रहे. बसपा में बतौर राष्ट्रीय महासचिव पार्टी की सेवा की.

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